गुरु जी आसान पे बैठे सबको रहे हैं सामझाय
सबेरे उठ कौरे से मत बैठो जन्म छिपकली
को मिलेगा, रहे हैं.......
गुरु जी आसान पे बैठे सबको रहे हैं सामझाय
सबेरे उठ बैठ के मत झारो जन्म लंगड़ी को
मिलेगा, रहे हैं.......
गुरु जी आसान पे बैठे सबको रहे हैं सामझाय
सबेरे उठ चुगली मत करो जन्म गूंगी को मिलेगा
रहे हैं......
गुरु जी आसान पे बैठे सबको रहे हैं सामझाय
सबेरे उठ खाने मत बैठो जनम बिल्ली को मिलेगा
रहे हैं.....
गुरु जी आसान पे बैठे सबको रहे हैं सामझाय
सबेरे उठ घर घर मत डोलो जनम कुतिया को एक्स मिलेगा
रहे हैं.....
गुरु जी आसान पे बैठे सबको रहे हैं सामझाय
सबेरे उठ नहा धो ले बैठो नाम भगवान को लो प्यारे
मुक्ति को खुलेगो, रहे हैं....
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