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Friday, March 26, 2021

उंगली झगड रहीं आपस में - Ungli Jhagad Rahi Aapas Me - LYRICS-




ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |
सुनो हमारी बात बहना सुनो हमारी बात |

पहली उंगली यो उठ बोली सुनो हमारी बात |
गोकुल में जब पानी बरसो परबत हमी उठाये | 

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |

दूजी उंगली यो उठ बोली सुनो हमारी बात |
कान्हा जी को नहलाये धुला के तिलक हमी लगाये |

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |
तीजी उंगली यो उठ बोली सुनो हमारी बात |
राम चन्द्र जब दूल्हा बने थे काजल हमी लगाये |

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |

चौथी उंगली यो उठ बोली सुनो हमारी बात 
भूले भटके राहगीर को रास्ता हम ही बताये |

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |

पांचो अंगूठा यो उठ बोलो सुनो हमारी बात |
साजन समधी द्वार पे आये तिलक हम ही लगाये |

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |

छठी हथेली यो उठ बोली सुनो हमारी बात |
कथा भागवत सुनवे जावे ताली हम ही बजाये |

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |

एक पड़ोसन  यो उठ बोली सुनो हमारी बात |
एक होकर मुक्का बन जाओ दुश्मन देयो भगाए |

ऊँगली झगड़ रही उंगली से बहना सुनो हमारी बात |