Monday, November 30, 2020

बिगड़ी बना देते हैं -- Bigdi Bana Dete Hain -- LYRICS-

बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया 

विष का प्याला राणाजी ने भेजा
अमृत बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया
बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया 


भरी सभा में द्रौपदी पुकारे
चीर बढ़ा देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया
बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया 


दीन और हीन था वो सुदामा 
महल बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया
बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया 

गज और ग्राह लड़े जल भीतर 
फंद छुड़ा देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया
बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया 


भीलनी  के बैर सुदामा के तंदुल
भोग लगा देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया
बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया 

Sunday, November 29, 2020

दर्याए बाले गम का किनारा - Dariyauye Basley Gam Ka Kinara - LYRICS-

 दरियाए बस्ले गम का किनारा कब आएगा 
जब तुम्हीं चले परदेश ये घर किसको भाएगा 
ये मीठी मीठी बातें हमको कौन सुनाएगा

मछली सी बनी बैठी हूं सागर के बीच में
जब लाखों होते खाए किनारा कब आएगा
जब तुम्हीं चले परदेश ये घर किसको भाएगा 
ये मीठी मीठी बातें हमको कौन सुनाएगा

हिरनी सी बनी बैठी हूं बागों के बीच में
जब फाल गया है फंडा शिकारी कब आएगा
जब तुम्हीं चले परदेश ये घर किसको भाएगा 
ये मीठी मीठी बातें हमको कौन सुनाएगा

बिजली सी बनी बैठी हूं बादल के बीच में
जब छुप गया है चांद उजाला कब आएगा
जब तुम्हीं चले परदेश ये घर किसको भाएगा 
ये मीठी मीठी बातें हमको कौन सुनाएगा

लाखों फूल कुमला गए इस हैं कि आग में 
वो बेकली का फूल हजारा कब आएगा 
जब तुम्हीं चले परदेश ये घर किसको भाएगा 
ये मीठी मीठी बातें हमको कौन सुनाएगा

Saturday, November 28, 2020

गंगा तेरी धारा से - Ganga Teri Dhaara Se - LYRICS-

गंगा तेरी धारा से देव निकले ब्रह्मा विष्णु महेश निकले
पहला बधाया ससुर घर आया सासू की गोदी से देव निकले,।    ब्रह्मा विष्णु महेश निकले।

इसी प्रकार से ---
                  जेठ
             
                  देवर
                  ननदोई
                  साहेब     कहना है ।

Friday, November 27, 2020

राम राम रामजी के दूत हनुमान जी -Ram Ram Ram Ji Ke Doot Hanuman Ji - LYRICS-

राम राम राम जी के दूत हनुमान जी

कहां बैठें मेरे श्री राम जी कहां बैठें हनुमान जी
ऊंचे सिंघासन बैठें मेरे राम जी चरणों में बैठें हनुमान जी
राम राम राम जी के दूत हनुमान जी

क्या रे पहने मेरे श्री राम जी क्या रे पहने हनुमान जी
पीला पीताम्बर पे जब ने मेरे राम जी लाल लंगोट हनुमान जी
राम राम राम जी के दूत हनुमान जी

काहे को भोग मेरे श्री राम का काहे का भोग हनुमान का
खोया की बर्फी मेरे श्री राम जी चूरमा के लड्डू हनुमान जी
राम राम राम जी के दूत हनुमान जी

क्या रे देवें मेरे श्री राम जी क्या रे देवें हनुमान जी
अन धन देवें मेरे श्री राम जी संकट काटें हनुमान जी
राम राम राम जी के दूत हनुमान जी

Thursday, November 26, 2020

मैं बेला को हार वारी नन्दी - Main Bela Ko Haar Vari Nandi - LYRICS-

मैं बेला को हार वारी नन्दी मैं बेला को हार वारी नन्दी

हमरी सास के तीन जो बेटा, दो गोरे एक कारो वारी नन्दी

गोरे की शादी कर दयी दिल्ली से कारे को हैं ब्याह दई वारी नन्दी   मैं बेला...

आगरे शहर एक लगी रे बजरिया, कारे को बेचन चल दई
वारी नन्दी,  मैं बेला...

गोरे गोरे राजा को सब कोई लेवें करे को कोई नहीं लेवें 
वारी नन्दी,   मैं बेला...

हमरे महल एक छोटी सी कुठारिया वाई में बंद कर दये
वारी नन्दी,   मैं बेला...

बारह वर्ष पीछे खोली रे कुठरिया करे से गोरे है गए
वारी नन्दी,   मैं बेला...

Wednesday, November 25, 2020

में बस गयो नन्द किशोर बुला को वृंदावन में- Man Bas Gayo Nand Kishor- LYRICS-

मन बस गयो नन्द किशोर बुला लो वृंदावन में
बुला लो वृंदावन में हो हो हो

सौंप दिया अब जीवन तुमको मोहन काई विध
राखी हमको हम आन पड़े तेरे द्वार
बुला लो वृंदावन में
मन बस गयो नन्द किशोर बुला लो वृंदावन में

वृंदावन की धूल बना को यमुना तट का घाट बना लो
मैं तो सेवा करूं हाथ जोड़
बुला लो वृंदावन में
मन बस गयो नन्द किशोर बुला लो वृंदावन में

नौकर बन तेरी सेवा करूंगी तन मन धन सब अर्पण करूंगी, मैं तो दर्शन करूंगी उठ भोर
बुला लो वृंदावन में 
मन बस गयो नन्द किशोर बुला लो वृंदावन में

एक अरज प्रभु हमरी तुमसे चरणों की हमे धूल बना लो
हम नहीं जाना कहीं और
बुला लो वृंदावन में
मन बस गयो नन्द किशोर बुला लो वृंदावन में

मेरी सूख गई तुलसा पानी बिना - Meri Sookh Gayi Tulsa Pani Bina - LYRICS-

मेरी सूख गई तुलसा पानी बिना, पानी बिना राधा रानी बिना मेरी...

ताजे पानी की भरी बाल्टी, नहावे न श्याम राधा रानी बिना मेरी...

पाट पीताम्बर तसरी की धोती, पहने न श्याम राधा रानी बिना मेरी...

घिस घिस चंदन भरी कटोरी, तिलक न लेंवें श्याम राधा के बिना मेरी...

माखन मिश्री की भरी कटोरी भोग न लेवें श्याम राधा के बिना मेरी ...

छप्पन भोग छत्तीसों व्यंजन जेंवें न श्याम तुलसा के बिना
मेरी सूख ...

Sunday, November 22, 2020

वृंदावन मोय ऐसो लगे री -Vrindavan Moy Aiso Lage Ri - LYRICS-

वृंदावन मोए ऐसा लगे री जोगन बन जाऊं ओ राधिका
ब्रह्मा भी मिल गए विष्णु भी मिल गए
लक्ष्मी मिली मोए ऐसा लगे री
जोगन बन जाऊं ओ राधिका

भोले भी मिल गए गौरा भी मिल गईं 
गणपति मिले मोए ऐसा लगे री
जोगन बन जाऊं ओ राधिका

राम जी मिल गए सीता जी मिल गईं
हनुमत मिले मोए ऐसा लगे री
जोगन बन जाऊं ओ राधिका

राधा भी मिल गईं कुब्जा भी मिल गईं
मीरा मिली मोए ऐसा लगे री
जोगन बन जाऊं ओ राधिका

ऋषिगण भी मिल गए मुनिगन भी मिल गए
सतगुरु मिले मोए ऐसा लगे री
जोगन बन जाऊं ओ राधिका

मेरी सैंडल की फटकार - meri sandle ki darkar - LYRICS-

मेरी सैंडल की फटकार दुपट्टा मेरे काला हो जी काला
मेरे पिया गए परदेस लड़ाई लड़ के हो जी लड़ के
  
मैने भेजो ढाई सौ का तार अटैची में रख के हो जी रखके
मेरे बांचें पति भरतार मेज पे रख के हो जी रख केमुझे छुट्टी दे दो सरकार बीवी से आया लड़ के हो जी लड़ के

मेरी कहां गई सांव नार बता दो मुझको ही जी मुझको
तेरी नार गई सांवाल नार कुंए में गिर के हो जी गिर के
मैं तो लय गले का हार अटैची में रख के हो जी रख के

Thursday, November 19, 2020

इस आलीशान मकान का - Is Aalishaan Makan Ka - LYRICS-

इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

पांच तत्व का महल बनाया कारीगर ने खूब सजाया
खाल मांस के पुर्जे बनाए सुंदर खूब सजाया
क्या देते हो आप किराया
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

इस महल के सास दरवाजे उपर कलश अंगूरी साजे
अनहद नौबत निषदन बाजे क्या सुंदर छत्र सजाया
क्या देते हो आप किराया
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

प्राण अपान का पंखा हिलाया ज्ञान का दीपक निशदिन्न जलता पांच तत्व की लगी कचहरी पल पल न्याय कराया
क्या देते हो आप किराया
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

 मालिक को हैं नहीं जाना कभी हुआ जगत में आना किस भूल में फायर दीवाना तेरी पग पग डोले काया
क्या देते हो आप किराया
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

अलख निरंजन राम की माया पूर्ण ब्रह्म एक दर्शाया
जीव ईश का भेद मिटाया आप में आप समाया
क्या देते हो आप किराया
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

Wednesday, November 18, 2020

मेरे सदगुरु दिन दयाल काग को - Mere Sadguru Deen Dayal Kaag Ko -LYRICS

मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं

भरा यहां भक्ति का भंडार लगा यहां सतगुरु का दरबार
शब्द अनमोल सुनाते हैं में का भरम मिटाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हैं बनाते हैं

सतगुरु देते सत का ज्ञान जीव में हो इश्वर का ध्यान
वो अमृत खूब पिलाते हैं वो में की प्यास बुझाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं

गुरुजी लेते नहीं कुछ दान वो खुद ही रखते भक्तों का ध्यान, वी अपना मान लुटाते हैं सभी का कष्ट मिटाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं

करो सब गुरु चरणों का ध्यान ये करते तुमसे भक्त बयान
सारा दुख गुरुजी मिटाते हैं कि भव से पार लगाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं


बहू को लगी पीर ऐसी उनमन में - bahu ko lagi peer aisi unman ne - LYRICS-

बहू को लगी पीर ऐसी उन्मन में
कहियो हमारे सुसर बड़े से जी सुसर बड़े से
मंगा दें हुए सोंठ उन्मन में रे
कहियो हमारी बहू बड़ी से बहू बड़ी से 
जनो  मत आज उन्मान में रे २
हमरो तो देश मुगलन ने घेरा, पठान ने घेरा
जनों मत आज उन्मण में रे
तुमरो तो देश ससुर भज क्यों न जाए बिडर क्यों न जाय
जानेंगे हम आज उन्मं में रे
शीश बांध, बैठी पलंग चढ़ बैठी, कमर कस बैठी, ललन जन बैठी, हमको मचा दी दौड़ा दौड़ ऐसी अनमन में

बहू को लगी पीर ऐसी उन मन में...

( इसी प्रकार से जेठ, देवर, ननदोई, और पति के लिए 
   कहना है । )


Tuesday, November 17, 2020

मेरा मचला है लाल - Mera Machla Hai Lal - LYRICS-

मेरा मचला है लाल कर दो झुनझुना तैयार
कलकत्ते से आया है कोई कारीगर

हो हो हो झुनझुने से खेले लाला पालने में झूले
बाबा की गोदी में लेटा लेटा डोले
ओहो दादी रानी हैं बलिहार करती चूम चूम के प्यार 
कलकत्ते से आया है कोई कारीगर

(इसी तरह से सभी रिश्तों के नाम लेकर गाना है)

Monday, November 16, 2020

लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी - Lagi Hai Preet Nibhani Padegi - LYRICS-

लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी, अब छोड़ोगे पिया बुरी पड़ेगी
अब तो गले से लगानी पड़ेगी, लगी है...
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

आस पास मेरी सौतन के खाने बीच में थाली हमारी लगेगी,  अब छोड़ोगे...
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

आस पास मेरी सौतन के लोटे बीच में बोतल हमारी लगेगी,  अब छोड़ोगे...
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

आस पास मेरी सौतन के बिस्तर बीच में तकिया हमारी
लगेगी, अब छोड़ोगे....
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

Sunday, November 15, 2020

हम तुम दोनों न्यारे होंगे - Hum Tum Dono Nyare - LYRICS-

हम तुम दोनों न्यारे होंगे राजा डरियो मत ना
जब ससुर का बाग बंटेंगे, बाग आमों वाला लेंगे 
राजा डरियो मत ना
हम तुम दोनों न्यारे होंगे राजा डरियो मत ना

जब ससुर के महल बंटेंगे, कमरा एसी वाला लेंगे
राजा डरियो मत ना
हम तुम दोनों न्यारे होंगे राजा डरियो मत ना

जब ससुर के नेता बंटेंगे, देवर नौकरी वाला लेंगे
राजा डरियो मत ना
हम तुम दोनों न्यारे होंगे राजा डरियो मत ना

जब ससुर की बेटी बटेंगी, नन्दी ब्याही लेंगे 
राजा डरियो मत ना
हम तुम दोनों न्यारे होंगे राजा डरियो मत ना

जब ससुर के खेत बटेंगे, खेत गेहूं वाला लेंगे
राजा डरियो मत ना
हम तुम दोनों न्यारे होंगे राजा डरियो मत ना

Wednesday, November 11, 2020

हरि हरी तुलसा श्याम रंग कनहिया - Hari Hari Tulsa Shyam Rang Kanahiya -LYRICS

हरी हरी तुलसा श्याम रंग kanahiya
सज रही री तुलसा रानी आज

टीका भी लाए कान्हा बिंदिया भी लाए 
लाए री मांगों का सिंदूर लाल
सज रही री तुलसा रानी आज

कंगना भी लाए कान्हा मेंहदी भी लाए 
लाए री हाथों की चूड़ी लाल
सज रही री तुलसा रानी आज

पायल भी लाए कान्हा बिछिया भी लाए 
लाए री पैरों का माहवर लाल
सज रही री तुलसा रानी आज

साड़ी भी लाए कान्हा लेंहगा भी लाए 
लाए री माथे की चुनरी लाल
सज रही री तुलसा रानी आज

Sunday, November 8, 2020

कितना प्यारा है नागों वाला हार - Kiatna Pyara Hai Naagin Vala Haar - LYRICS-

कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

तेरी गंगा ने धरम कमा लिया भोले उसको जटाओं में समा लिया, तेरी गंगा पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

तेरे चंदा ने धरम कमा लिया भोले उसको माथे पे सजा लिया, तेरे चंदा पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

तेरे सर्पों ने धरम कमा लिया भोले उसको गले में सजा लिया, उन सर्पों पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

तेरे डमरू ने धरम कमा लिया भोले उसको हाथों में सजा लिया, उस डमरू पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

उस भस्मी ने धरम कमा लिया भोले उसको अंगों में रमा लिया उस भस्मी पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

मैया गौरा ने धरम कमा लिया उनको भोले ने अपना बना लिया, मैया गौरा पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

उन गणपति ने धरम कमा लिया उनको भोले ने गोदी में बैठा लिया, उन गणपति पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

तेरे नन्दी ने धरम कमा लिया उनको भोले ने चरणों में बैठा लिया, उस नन्दी पे जाऊं बलिहार भोले
कितना प्यारा है नागों वाला हार भोले
तेरे हारों पे जाऊं बलिहार भोले

Friday, November 6, 2020

जब जाना जनकपुर राम - Jab Jana Janakpur Ram - LYRICS-

जब जाना जनकपुर राम हमारी गली होकर के जाना

ताड़का वन में ताड़का मारी ऋषियों की यज्ञ कराई
हमारी गली होकर के जाना
जब जाना जनकपुर राम हमारी गली होकर के जाना

गौतम नार अहिल्या तारी उसको भी नारी बनाया
हमारी गली होकर के जाना
जब जाना जनकपुर राम हमारी गली होकर के जाना

बागों बागों तुम चले जाना सीता से मिलकर जाना 
हमारी गली होकर के जाना
जब जाना जनकपुर राम हमारी गली होकर के जाना

जनकपुरी में शिव धनु तोड़ा जनक लली से नाता जोड़ा
तुमने जनक का मां बढ़ाया ।  हमारी  गली होकर के जाना
जब जाना जनकपुर राम हमारी गली होकर के जाना

सीता को ब्याह के अवधपुर आए तीनों रानी कर रही आरती ।   हमारी गली होकर के जाना
जब जाना जनकपुर राम हमारी गली होकर के जाना

Thursday, November 5, 2020

जरा चलके वृंदावन देखो - Jara Chalke Vrindavan dekho - LYRICS -

जरा चलके वृंदावन देखो श्याम वंशी बजाते मिलेंगे
झूला झूल रही हो होंगी राधा प्यारी श्याम झूला झूलते 
मिलेंगे।  जरा....

मेरे बांके की बांकि है झांकी उनकी चितवन है बाँकी
कभी पहने हो पीला पीताम्बर कभी माखन चुराते मिलेंगे
जरा चलके वृंदावन देखो श्याम वंशी बजाते मिलेंगे

यहां आयी थी मीराबाई मोहन के में की वो रानी
बोली राजा से रोको न मुझको श्याम वत्सल हमारे मिलेंगे
जरा चलके वृंदावन देखो श्याम वंशी बजाते मिलेंगे

कर दो नैया अब उनके हवाले वो डुबाएं या इसको डुबाएं
वहां रटते हैं को राधे राधे वो उनको मानते मिलेंगे

जरा चलके वृंदावन देखो श्याम वंशी बजाते मिलेंगे
झूला झूल रही होंगी राधा प्यारी और मोहन झूलते मिलेंगे

Wednesday, November 4, 2020

आ गया कार्तिक मास - Aa Gaya Kartik Maas - LYRICS-

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना
हो गई संजा सांझ दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को टीका रुकमणी जी को झाले 
बिंदिया लालों लाल मेरी तुलसा को लगा देना 

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को हरवा रुकमणी जी को कंगना 
मेंहदी लालों  लाल मेरी तुलसा को लगा देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को पायल रुकमणी जी को बिछिया
माहवार लालों लाल मेरी तुलसा को लगा देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को लहंगा रुकमणी जी को सारी
चुनरी लालों लाल मेरी तुलसा को पहना देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को पेढ़ा रुकमणी जी को बर्फी 
आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना 
भोग ये लालों लाल मेरी तुलसा को लगा देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना
हो गई सांजा सांझ दीपक तुलसा में लगा देना

Tuesday, November 3, 2020

मैया विनती करूं दोनों कर जोरी - maiya vinti karoon - LYRICS-

मैया विनती करूं दोनों कर जोरी मैया विनती करूं दोनों कर जोरी
मैया एक अरज मेरी सुन लेना मेरे माथे बिंदिया अमर
करना मेरे मांग का सी दूर अमर करना

        इसी प्रकार से सभी शिंगार का नाम लेना है
और अंत की कड़ी में कहना है -
तब एवम् अस्तु दुर्गे बोली बेटी पूर्ण हो आशा तेरी२

      (मैया सबका सुहाग अमर करे, जय माता दी 🙏)
     

हमने आंगन नहीं बुहारा - Hamne Aangan Nhi Buhara- LYRICS-

हमने आंगन नहीं बुहारा हमने आंगन नहीं बुहारा
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान
चंचल में को नहीं संवारा चंचल में को नहीं संवारा
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

हर कोने कलमल कसाय की लागी हुई है ढेरी
नहीं ज्ञान कि किरण कहीं भी हर कोठरी अंधेरी
आंगन चौबारा अंधियारा, आंगन चौबारा अंधियारा
कैसे आयेंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

हृदय हमारा पिघल न पाया जब देखा दुखियारा
किसी पंथ भूले ने हमसे पाया नहीं सहारा
सूखी है करुणा की छाया सूखी है करुणा की छाया
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

अंतर के पेट खोल देख ली ईश्वर पास मिलेगा 
हर प्राणी में परमेश्वर  का आभास मिलेगा
सच्चे मन से नहीं। बुलाया सच्चे मन से नहीं बुलाया
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

निर्मल में हो तो रघुनायक शबरी के घर जाते
श्याम सूर बांह पकड़ साग बिदुर घर खाते
इस पर हमने नहीं विचारा इस पर हमने नहीं विचारा
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

Sunday, November 1, 2020

मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा- Mandir Bich Rehte O Bhole Baba - LYRICS-

मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले भगीरथ की गंगा, जटा बिच रहती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले चौथ का चंदा, माथे बिच सजती
ओ भोले बाबा,
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले वाण की नागीनिया, गले बिच सजती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो मैं होती भोले लकड़ी का डमरू, हाथों में सजती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले मरघट की भस्मी, अंगों बिच सजती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो मैं होती भोले हिमाचल की बेटी, बगली में बैठती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

लेके मैया का श्रंगार - Leke Maiya Ka Shingaar -L YRICS

लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

लाल लाल चोला मां का लाल लाल चुनरी màathe की बिंदिया लाई हाथों की मुंदरी गले का लाई तोरानहार
चलके आई मैं आई हूं मैया के दर
लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

चुन चुन फूलों की माला बनाई प्यार से मैंने मा के गले में सजाई, होय चूड़ी लाई मीनेदार करके मां की जयजैकार
चलके आई मैं आई हूं मैया के दर
लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

पान सुपारी मां की भेंट चढ़ाऊं हलवे चने का मां को भोग लगाऊं होय मैया का पाने को प्यार करके मां की जैजैकर
चलके आई मैं आई हूं मैया के दर
लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर