Sunday, October 30, 2022

नैनों से बिसारी न जाय - Naino Se Bisaari N Jaay - LYRICS -

नैनों से बिसारी न जाय हरी को तुलसा प्यारी लगे
पलकों से बिसारी न जाय हरी को तुलसा प्यारी लगे

कै तुलसा तुम सांचे में धारी कै गढ़ लाया सुनार
हरि को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

न कान्हा हम सांचे में ढाले और न गढ़ लायो सुनार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनों से...

जन्म दिया मेरे मैया बाप ने रूप दिया भगवान
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो...

जो तुलसा तुम पीहर को जाओगी हम भी चलेंगे तुमरे साथ
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

जो कान्हा तुम संग चलोगे हंसी करे संसार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

हंसी करे तो हमारा क्या करेंगे हम हैं पुरुष तुम नार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

Saturday, October 29, 2022

तुलसा तेरी ओट हमने - Tulsa Teri Ot Hamne - LYRICS -

तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे, २
देखे बाग बिच देखे बाग बिच देखे डाली उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे ताल बिच देखे ताल बिच देखे साड़ी उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे  कुओं बीच देखे कुओं बिच देखे गागर उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे महल बीच देखे महल बीच देखे खिड़की उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे मंदिर बीच देखे मंदिर बीच देखे सीता उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे 

Tuesday, October 25, 2022

तरेगा वही जिसके मन में - Tarega Vahi Jiske Man Me - LYRICS -

तरेगा वही जिसके मन में हरी है
मन में हरी है जिसके मन में हरी है तरेगा वही...

गंगा नहाने से कौन कौन तर गया, मछली क्यों न तर गई
जिसका गंगा में घर है तरेगा वही...

चंदन लगाने से कौन कौन तर गया, सर्प क्यों न तर गया जिसका चंदन में घर है तरेगा वही...

फूल चढ़ाने से कौन कौन तर गया, भंवरा क्यों न तर गया
जिसका फूलों में ही घर है तरेगा वही...

भोग लगाने से कौन कौन तर गया, मक्खी क्यों न तर गई
जिसका मीठे में घर है तरेगा वही...

पूजा करने से कौन कौन तर गया, पंडित क्यों न तर गया
जिसका मंदिर में घर है तरेगा वही...