Tuesday, December 6, 2022

मत बोले कड़वे बोल - Mat Bole Kadve Bol - LYRICS -

मत बोले कड़वे बोल भभज तेरे रोज़ रोज़ नहीं आउंगी

अरे सावन aaun सनूने आऊं, में तो आऊं भैया दौज
भाभाज तेरे...

अरे शादी में आऊं जापे में आऊं, मैं तो आऊं नौतन भात
भाभज तेरे...

अरे मेरो भैया मां को जायो भैया ने मोहे नौत बुलायो
में तो आई नौते गेल भभज तेरे....

अरे न मैं भूखी प्यासी आई मैं तो संग मिठाई लाई
में तो आई भर के पेट भभज तेरे....

अरे न मैंने पहने फटे पुराने चटक चुनरी ओढ के आई
में तो आई पंचरंग ओढ भभाज तेरे...

Wednesday, November 30, 2022

गुरूजी तेने कैसो खेल रचायो - Guruji Tene Kaisa Khel Rachyo - LYRICS -

गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो

न तोपे ईंट और न गारो, गुरूजी तेने कैसे जगत बनायो
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो


न तोपे हड्डी न तोपे मांस, गुरूजी तेने कैसे मानस बनायों
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो


न तोपे बेटी न तोपे बेटा गुरूजी तेने कैसे मोह बनायो
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो


न तोपे दिया न तोपे बाती, गुरूजी तेने कर दियो जगत उजालो
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो


Monday, November 28, 2022

मेरा छोटा सा परिवार - Mera Chhota Sa Parivaar - LYRICS -

मेरा छोटा सा परिवार देख मत डर जइयो bhatiya

अरे जितने पत्ते पीपल के भतैया मेरे उतने देवर जेठ 
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा...

अरे जितने पत्ते तुलसा में भतैया मेरी उतनी देवरानी जेठानी
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा...

अरे जितने मोती माला में भतैया मेरी उतनी फुफास ननद
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा...

अरे जितने तारे अंबर में भतैया मेरे उतने बाल गोपाल
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा परिवार...

मेरे मान को बढ़ाना - Mere Maan Ko Badhana - LYRICS -

मेरे मान को बढ़ाइयो वीर भात न्योतने आई
भैया सावन जैसी वर्षा मेरे आंगन में वरसाइयो वीर
भात न्योतने आई
भैया भादों जैसी बिजली मेरे द्वारे पे चमकाइयो वीर
भात न्योतने आई

भैया टीका उपर टीका मेरे झुमके रत्न जढ़ाना वीर
भात न्योतने आई

इसी तरह से आगे सभी गहनों के नाम लेकर गाएं

Saturday, November 19, 2022

मैंने न देखे हनुमान - Maine N Dekhe Hanumaan - LYRICS -

मैंने न देखे हनुमान अंगूठी कहां से लाए हैं

न मैंने देखे जनकपुरी में, न बाबुल के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं

न मैंने देखे अवधपुरी में, न रघुवर के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं

न देखे मैंने गंगा तट पे, न केवट के पास 
अंगूठी कहां से लाए हैं

न देखे मैंने चित्रकूट पे, न ऋषियों के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं

न देखे मैंने पंचवटी पे, न लक्ष्मण के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं


Friday, November 11, 2022

कुल की रीत निभाना - Kul Ki Reet Nibhana - LYRICS -

कुल की रीत निभाना निभाना बन्नी

सास ससुर की सेवा करना, चरणों में शीश झुकाना 
झुकाना बन्नी कुल की रीत निभाना...

जेठ जेठानी की सेवा करना, सबसे मिलकर रहना 
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...

देवर देवरानी से प्रेम से रहना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी  कुल की रीत निभाना...

ननद नंदेउ का आदर करना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...

Wednesday, November 9, 2022

ओहो भैया दौना में जलेबी - Oho Bhaiya Dauna Me Jalebi - LYRICS -

ओहो भैया दौना में जलेबी बड़े रस की 
मैं तो भात पहनूंगी मन भर की

टीका लायौ नथनी के लायौ लायौ सब सिंगार
ओहो भैया एक बात तेरी खटकी 
मेरी नन्दी पे नजर तेरी अटकी 
ओहो भैया...

हरवा लायो झाले लायो लायौ सब सिंगार
ओहो भैया एक बात तेरी खटकी
मेरी नन्दी पे नजर तेरी अटकी
ओहो भैया...

इसी प्रकार आगे सब सिंगार की चीजों के नाम लेने हैं 

Wednesday, November 2, 2022

तुलसा मोहे राम से मिला दे - Tulsa Mohe Ram Se Mila De - LYRICS -

तुलसा मोहे राम से मिला दे २ राम से मिला दे घनश्याम से मिला दे  तुलसा...

जिस घर में होबेता सुपात्र उस घर में हो विष्णु का वास
तुलसा...

जिस घर में हो बहु सुपात्र उस घर में हो लक्ष्मी का वास
तुलसा...

जिस घर में हो बेटी सुपात्र उस घर में हो दुर्गा का वास
तुलसा...

जिस घर में हो नाती सुपात्र उस घर में हो लंगूर का वास
तुलसा...

जिस घर में हो पति की सेवा उस घर में हो वैकुंठ वासा
तुलसा...

जिस घर में हो तुलसी का पौधा उस घर में हो सालिगराम का वास तुलसा...


Sunday, October 30, 2022

नैनों से बिसारी न जाय - Naino Se Bisaari N Jaay - LYRICS -

नैनों से बिसारी न जाय हरी को तुलसा प्यारी लगे
पलकों से बिसारी न जाय हरी को तुलसा प्यारी लगे

कै तुलसा तुम सांचे में धारी कै गढ़ लाया सुनार
हरि को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

न कान्हा हम सांचे में ढाले और न गढ़ लायो सुनार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनों से...

जन्म दिया मेरे मैया बाप ने रूप दिया भगवान
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो...

जो तुलसा तुम पीहर को जाओगी हम भी चलेंगे तुमरे साथ
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

जो कान्हा तुम संग चलोगे हंसी करे संसार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

हंसी करे तो हमारा क्या करेंगे हम हैं पुरुष तुम नार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

Saturday, October 29, 2022

तुलसा तेरी ओट हमने - Tulsa Teri Ot Hamne - LYRICS -

तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे, २
देखे बाग बिच देखे बाग बिच देखे डाली उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे ताल बिच देखे ताल बिच देखे साड़ी उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे  कुओं बीच देखे कुओं बिच देखे गागर उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे महल बीच देखे महल बीच देखे खिड़की उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे मंदिर बीच देखे मंदिर बीच देखे सीता उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे 

Tuesday, October 25, 2022

तरेगा वही जिसके मन में - Tarega Vahi Jiske Man Me - LYRICS -

तरेगा वही जिसके मन में हरी है
मन में हरी है जिसके मन में हरी है तरेगा वही...

गंगा नहाने से कौन कौन तर गया, मछली क्यों न तर गई
जिसका गंगा में घर है तरेगा वही...

चंदन लगाने से कौन कौन तर गया, सर्प क्यों न तर गया जिसका चंदन में घर है तरेगा वही...

फूल चढ़ाने से कौन कौन तर गया, भंवरा क्यों न तर गया
जिसका फूलों में ही घर है तरेगा वही...

भोग लगाने से कौन कौन तर गया, मक्खी क्यों न तर गई
जिसका मीठे में घर है तरेगा वही...

पूजा करने से कौन कौन तर गया, पंडित क्यों न तर गया
जिसका मंदिर में घर है तरेगा वही...

Sunday, September 11, 2022

मेरी पांचों उंगलियां - Meri Paanchon Ungaliya - LYRICS -

मेरी पांचों उंगलियां बड़े काम की जय बोलो सीताराम की
जय बोलो सीताराम की जय बोलो राधेश्याम की
मेरी पांचों उंगलियां बड़े काम की जय बोलो सीताराम की

पहली उंगलियां ने मुंदरी पहनी, याने मुंदरी पहनी राम नाम की
जय बोलो सीताराम की

दूजी उंगलियां ने रोली लगाई, याने रोली लगाई राम नाम की
जय बोलो सीताराम की

तीजी उंगलियां ने माला फेरी याने माला फेरी हरी नाम की
जय बोलो सीताराम की

चौथी उंगलियां ने राह दिखाई याने राह दिखाई चारों धाम की
जय बोलो सीताराम की

पांचवे अंगूठे ने चुटकी बजाई याने चुटकी बजाई हनुमत नाम की  जय बोलो सीताराम की


छठवीं हथेली ने ताली बजाई याने ताली बजाई सत्संग की
जय बोलो सीताराम की

Thursday, September 8, 2022

गौरा सारी दुनिया मनावे - Gaura Sari Duniya Manaave- LYRICS -

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

इनको मनाने ब्रह्मा जी आए ब्रह्मा जी आए संग ब्रह्ममणि को लाए, वेदों के रचैया मैया पूजन तेरे लाल को

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

इनको मनाने विष्णु जी आए विष्णु जी आए संग लक्ष्मी जी को लाए, शंख के बजैया मैया पूजे तेरे लाल को

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

इनको मनाने भोले जी आए भोले जी आए संग आपको भी लाए, डमरू के बजैया मैया पूजे तेरे लाल को

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

इनको मनाने राम जी आए राम जी आए संग सीताजी को लाए
धनुष के चलैया मैया पूजे तेरे लाल को

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

इनको मनाने कान्हा जी आए कान्हा जी आए संग राधा जी को लाए, बंसी के बजैया मैया पूजे तेरे लाल को

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

इनको मनाने सतगुरु जी आए सतगुरूजी आए साधु संत को भी लाए ज्ञान के बतैया मैया पूजे तेरे लाल को 

गौरा सारी दुनिया मनावे तेरे लाल को, मनावे तेरे लाल को 
पूजे तेरे लाल को

Thursday, September 1, 2022

पुरवा सुहानी चले ठंडी हवा - PURVA SUHAANI CHALE THANDI HAVA - LYRICS

पुरवा सुहानी चले ठंडी हवा रुनक झुनक मेरी खेले लला

सासू न आएं हमारा क्या करें, सासू का काम मेरी मम्मी करें
मैंने न किसी की खुशामद करूं, उठाए सारा नेग बक्से में धरूं

इसी तरह से आगे गाना है

Thursday, July 21, 2022

देख देख मेरो जिया - Dekh Dekh Mera Jiya - LYRICS -

देख देख मेरो जिया घबराए कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो जाको करूं आरतो, बर्र ततैया मोहे उड़ उड़ खाएं
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो जाकी लाऊं बलैया करो नाग गले लहराए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो जाकी करूं भंवरिया गंगा तो जाके शीश लहराए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

गांव को नाइन यों उठ बोली हाय राम मेरो नउआ बच जाए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो गौरा की करूं आरती जाको बूढ़ा नदिया नव नव जाए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

Thursday, June 16, 2022

मैं तो राधे राधे गाउं - Main To Radhey Radhey Gaaun -LYRICS

मैं तो राधे राधे गाउं श्याम तेरी गलियों में

इन गलियों में तूने माटी खाई, में तो माथे तिलक लगाऊं
श्याम तेरी गलियों मे
श्याम तेरी गलियों में
मैं तो राधे   गाउं श्याम तेरी गलियों में
इन गलियों मेंn तूने चीर चुराया, यहीं पेb  नहाने आऊं
श्याम तेरी गलियों में
मैं तो राधे राधे गाउं श्याम तेरी गलियों में
 इन गलियों में तूने रास रचाया, यहीं पे नाचन आऊं
श्याम तेरी गलियों में
मैं तो राधे राधे गाउं श्याम तेरी गलियों में


Tuesday, June 14, 2022

कर लो भजन दिल खोल के - Kar Lo Bhajan Dil Khol Ke -LYRICS

कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो दान दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने बेटों को जोड़ी, बेटों ने ले ली सिर फोड़ के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने बहुओं को जोड़ी, बहुओं ने ले ली ताला तोड़ के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने नातियों को जोड़ी, नातियों ने ले ली तखरी तोल के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने बेटियों को जोड़ी, बेटी चली गई नाता तोड के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने खुद को ही जोड़ी, मैं भी चली सब छोड़ के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

सदगुरु बांटें ज्ञान - Sadguru Baanten Gyan- LYRICS-

सदगुरु बांटें ज्ञान गिरारे में ले ले री भाएली

पहले ज्ञान मीरा ने ले लियो, जाको पिब गयो ज़हर इशारे में
ले ले री भाएली...

इसी प्रकार से आगे - द्रौपदी, नरसी, हरिचंद,मोरध्वज आदि 
                             कह कर भजन पूरा करना है

Tuesday, June 7, 2022

बोलो सीताराम मेरी बहना - Bolo Seetaram Meri Behna - LYRICS-

 बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना

इसमें रुपया लगे न पैसा, बिन पैसों का काम मेरी बहना
बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना


भाई बंधु और कुटुंब कबीला, आवे नाही काम मेरी बहना
बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना


श्री राम का सुमिरन कर ले, राधे श्याम का सुमिरन कर ले
सीताराम का सुमिरन कर ले, आवे वो ही काम, मेरी बहना
बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना

Monday, June 6, 2022

इस आलीशान मकान का - Is Aalishaan Makan Ka - LYRICS-https://youtu.be/jf_kBCuRUGY

इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

पांच तत्व का महल बनाया, कारीगर ने खूब सजाया
खाल मांस के पुर्जे बनाए, क्या सुंदर खूब सजाया
क्या देते हो आप किराया...

इस महल के दस दरवाजे, उपर कलश अंगूरी साजे
अनहद नौबत निश्दीन बाजे, क्या सुंदर खूब सजाया
क्या देते हो आप किराया...

प्राण अपान का पंखा हिलता ज्ञान का दीपक निश्दिन जलता
पांच तत्व की लगी कचहरी, पल पल न्याय कराता
क्या देते हो आप किराया...

मकान के मालिक को न जाना, किस भूल में फिरे दीवाना
तेरी पग पग डोले काया, क्या देते हो आप किराया
क्या देते हो आप किराया...

अलख निरंजन राम की माया, पूरण ब्रह्म एक दर्शाया
जीव ईश का भेद मिटाया, आप में आप समाया
क्या देते हो आप किराया...

अब क्या हो भोलेनाथ - Ab Kya Ho Bholenath - LYRICS-

अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में
संगमरमर के महल बनाए, बामे बहू बेटा ठहराए
हमारी खटिया बाहर बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

तरह तरह के पकवान बनाए, सब परिवार बैठ के खाए
हमको रोटी अचार, बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

बहू बेटा गाड़ी में घूमे, हम हैं चौकीदार
बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

बेटा सुनते नही बेटी सुनती नहीं,अरे बेटा भए गुलाम 
बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

अरे बड़ी मुश्किल से काया पाई, इसको बड़ी बड़ी मेवा खाई
साबरी सिकुड़ गई खाल, बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

अरे सब छोड़ प्रभु तेरे दर आई, तुमसे बड़ी बड़ी आस लगाई
अब कर दो भाव से पार, बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

Saturday, June 4, 2022

काहे बैठी हो मुखड़ा मोड़ के - Kahe Baithi Ho Mukhda Mod Ke - LYRICS -

काहे बैठी हो मुखड़ा मोड़ के भजन करो जोर जोर से

ऋद्धि के भजन करो सिद्धि के भजन करो 
गणपति के भजन दिलं खोल के 
भजन करो जोर जोर से

राम के भजन करो सीता के भजन 
हनुमत के भजन दिल खोल के
भजन करो जोर जोर से

राधा के भजन करो रुक्मिणी के भजन करो
कान्हा के भजन दिल खोल के
भजन करो जोर जोर से

मंदिर में भजन करो संगत में भजन करो
घर में भजन दिल खोल के
भजन करो जोर जोर से

ओहो मीरा बाई तूने सारा जग - Oho Meerabaai Tune Sara Jag - LYRICS-

ओहो मीरा बाई तूने सारा जग छोड़ा हरी से नाता जोड़ा
हरी को अपना मान के तेरी लगन लगी भगवान से


जहर के प्याले रणजी ने भेजे ले जा मीरा के पास रे
नहाय धोए मीरा पीवन बैठी जहर का अमृत होय रे
ओहो बंसी वाले तू कल फिर आना नहीं फिर जाना
हरी अपना मान के...


शेर पिटारे राणा जी ने भेजे ले जा मीरा के पास रे 
सुमिरन कर मीरा खोलन बैठी बन गए मदन गोपाल रे
ओहो बंसी वाले तू कल फिर आना नहीं फिर जाना
हरी अपना मान के...


सांप पिटारे राणा जी ने भेजे ले जा मीरा के पास रे
कर सुमिरन मीरा खोलन बैठी बन गए फूलन हार रे
ओहो बंसी वाले तू कल फिर आना नहीं फिर जाना
हरी अपना मान के...


कांटों की शैय्या राणाजी ने भेजी ले जा मीरा के पास रे
कर सुमिरन मीरा सोवन चाली फूलों की शैय्या होवे रे
ओहो बंसी वाले तू कल फिर आना नहीं फिर जाना
हरी अपना मान के...

Friday, June 3, 2022

तुम्हें कैसे मनाऊं बजरंगी - Tumhen Kaise Manaaun Bajrangi - LYRICS -

तुम्हें कैसे मनाऊं बजरंगी आ जाओ मेरे कीर्तन में

जब सीता का हरण हुआ था तुमने पता लगाया पल भर में
आ जाओ मेरे कीर्तन में

जब बाली संग हुई लड़ाई तुमने बाली मरवाया पल भर में
आ जाओ मेरे कीर्तन में

जब तेरी पूंछ में आग लगी है तुमने लंका जलाई पल भर में
आ जाओ मेरे कीर्तन में

जब लक्ष्मण को शक्ति लगी है तुमने प्राण बचाए पल भर में
आ जाओ मेरे कीर्तन में

जब रावण संग हुई लड़ाई तुमने रावण मरवाया पल भर में
आ जाओ मेरे कीर्तन में

Thursday, June 2, 2022

पहले करो गुरु प्रणाम - Pehle Karo Guru Pranam - LYRICS-

पहले करो गुरु प्रणाम, गुरु के बिना ज्ञान नहीं

गुरु करे तो ऐसा करियो जैसे यशुमति माई
जिनके प्याले पे आए भगवान गुरु के बिना ज्ञान नहीं


गुरु करे तो ऐसा करियो  जैसे मीरा बाई
जिनके प्याले पे आए भगवान गुरु के बिना ज्ञान नहीं


गुरु करे तो ऐसा करियो जैसे द्रौपदी माई
उनके पल्ले पे आए भगवान गुरु के बिना ज्ञान नहीं


गुरु करे तो ऐसा करियो जैसे नरसी भक्त 
जिनके चौकों पे आए भगवान गुरु के बिना ज्ञान नहीं


गुरु करे तो ऐसा करियो जैसे कर्मा बाई
उनके खिचड़े पे आए भगवान गुरु के बिना ज्ञान नहीं 

Tuesday, May 31, 2022

कब आओगे मुरलिया वाले - Kab Aaoge Muraliya Vaale - LYRICS-

कब आओगे मुरलिया वाले, कब आओगे मुरलिया वाले
तू नहीं आया आ गए सारे, कब आओगे मुरलिया वाले

सपनों में सपना छोड़ गया तू, आज अकेला छोड़ गया तू
फूलों पर चलकर लगता है ऐसे, पांव के नीचे अंगारे
कब आओगे मुरलिया वाले...

ऐसा न हो कि तू न आए भरी सभा में लाज बचाने
तड़प तड़प के बिलख बिलख के मार जाएं तेरे मारे
कब आओगे मुरलिया वाले...

दूर बहुत क्या देश है तेरा, पहुंचा नहीं संदेश है मेरा
सपनों के मोहन जल्दी से आजा, देर न कर मेरे प्यारे
कब आओगे मुरलिया वाले...

ठाकुर जी तेरी सेवा - Thakur Ji Teri Seva - LYRICS-

ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

कहां से लाऊं गंगा कहां से लाऊं जमुना
कहां से लाऊं सरयू का नीर भरी रे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे


कहां से लाऊं फूल कहां से लाऊं कलियां
कहां से लाऊं फूलों का हार भरी रे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

कहां से लाऊं माखन कहां से लाऊं मिश्री 
कहां से लाऊं दहिया की मटकी भरीरे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

कहां से लाऊं ललिता कहां से लाऊं राधा
कहां से लाऊं रुक्मिणी सुहाग भरी रे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

Monday, May 30, 2022

सभी मिल जाइए हरी गुण - Sabhi Mil Jaaiye Hari Gun -LYRICS-

सभी मिल जाइए हरी गुण गए महादेवा 
ओम नमो भगवते बासुदेव

आओ कैलाश वासी कहां हो हम बुलाए तुम आओ न आओ
गौरा मैया के साथ, गणपति भैया के साथ आओ देवा
ओम नमो भगवते बासुदेव

आओ अयोध्या के वासी कहां हो हम बुलाए तुम आओ न आओ,   सीता मैया के साथ, हनुमत भैया के साथ आओ देवा
ओम नमो भगवते बासुदेव

आओ मथुरा के वासी कहा हो हम बुलाए तुम आओ न आओ
राधा मैया के साथ, दाऊ भैया के साथ आओ देवा
ओम नमो भगवते बासुदेव

आओ बैकुंठ वासी कहां हो हम बुलाए तुम आओ न आओ
लक्ष्मी मैया के साथ, नारद भैया के साथ आओ देवा
ओम नमो भगवते बासुदेव

Sunday, May 29, 2022

भोले बाबा तेरे हजारों नाम - Bhole Baba Tere Hajaaron Naam - LYRICS-

भोले बाबा तेरे हजारों नाम, भोले बाबा तेरे हजारों नाम

एक नाम लिया मैने ब्रह्मा जी का, भोले बाबा वेदों में तेरा नाम
भोले बाबा तेरे हजारों नाम, भोले बाबा तेरे हजारों नाम


एक नाम लिया मैने विष्णु जी का, भोले बाबा शंखों में तेरा नाम
भोले बाबा तेरे हजारों नाम, भोले बाबा तेरे हजारों नाम

एक नाम लिया मैने रामचंद्र जी का, भोले बाबा रामायण में तेरा ही नाम  भोले बाबा तेरे हजारों नाम, भोले बाबा तेरे हजारों नाम


एक नाम लिया मैने कान्हा जी का भोले बाबा बंसी में तेरा ही नाम    भोले बाबा तेरे हजारों नाम, भोले बाबा तेरे हजारों नाम


एक नाम लिया मैने सतगुरु जी का भोले बाबा ज्ञानों में तेरा ही नाम    भोले बाबा तेरे हजारों नाम, भोले बाबा तेरे हजारों नाम

राम भजन करो प्राणी -Ram Bhajan Karo Prani - LYRICS-

राम भजन करो प्राणी  ये काया तेरी हो गई पुरानी
हो गई पुरानी काया हो गई पुरानी

इस काया को मल मल धोया साबुन तेल और सेंट लगाया
मान ले अभिमानी ये काया तेरी हो गई पुरानी
राम भजन करो प्राणी  ये काया तेरी हो गई पुरानी

इस काया की रख बनेगी उस पर छोटी छोटी घास उगेगी
पशु चरें मनमानी ये काया तेरी हो गई पुरानी
राम भजन करो प्राणी  ये काया तेरी हो गई पुरानी

तुलसीदास आस रघुवर की आस नहीं है पल छन भर की
मान ले अज्ञानी ये काया तेरी हो गई पुरानी
राम भजन करो प्राणी  ये काया तेरी हो गई पुरानी

Sunday, May 22, 2022

मुझे जोगी जमाई पसंद नहीं है - Mujhe Jogi Jamaai Pasand Nhi Hai - LYRICS-

मुझे जोगी जमाई पसंद नहीं है, 
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

शीश भी के चंदा विराजे, मुझे ऐसा त्यागी पसंद नहीं है
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

गले भोले के सर्पों की माला, मुझे ऐसा सपेरा पसंद नहीं है
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

हाथ भोले के डमरू बिराजे, मुझे ऐसा मदारी पसंद नहीं है
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

संग भोले के नदिया विराजे, मुझे ऐसा व्यापारी पसंद नहीं है
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

अंग भोले के भस्मी विराजे, मुझे ऐसा अघोरी पसंद नहीं है
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

भोग भोले के भांग धतूरा, मुझे ऐसा नशेड़ी पसंद नहीं है
गौरा मान जाओ जाके घर द्वार नहीं है

Saturday, May 21, 2022

कोई पिए राम रस प्याला - Koi Piye Ram Ras Pyala- LYRICS-

कोई पिए राम रस प्याला कोई पिए हरी रस प्याला
जिस अंगना में ये रस बरसे वहां आते हैं मदन गोपाला

इस प्याले को मीरा पी गई, वो विष अमृत कर डाला
कोई पिए हरी रस प्याला..


ध्रुव पी गए प्रहलाद भी पी गए, जंगल में मंगल कर डाला
कोई पिए हरी रस प्याला...


इस प्याले को शबरी पी गई, वो हरी दर्शन दे डाला
कोई पिए राम रस प्याला...


इस प्याले को नरसी पी गए, पतले पे दरस दे डाला
कोई पिए राम रस प्याला...


ऋषि मुनि सब संत भी पी गए, तान मन निर्मल कर डाला
कोई पिए हरी रस प्याला...

Friday, May 20, 2022

गुरूजी आसान पे बैठे - Guru ji Asan Pe Baithe - LYRICS-

गुरूजी आसन पे बैठे सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ कौरे से मत बैठो री जन्म गूंगी को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ बैठ के मत झाड़ो री जन्म लंगड़ी को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ चुगली मत करिए री जन्म गूंगी को मिलेग
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठते ही मत खाओ री जन्म बिल्ली को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ घर घर मत डोलो री जन्म कुतिया को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ नहाय धोए भजन करो री द्वार बुद्धि के खुलेंगे
सबको रहे हैं समझाए

Wednesday, May 18, 2022

बहना चलो गुरु के पास - Behna Chalo Guru Ke Pass - LYRICS-

बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे

मां के जाए  भाई भतीजे कछु काम न आवेंगे
बहना भर तो देंगे भात बाद में बहुत सुनाएंगे
बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे


सास के जाए देवर जेठ कछु काम न आवेंगे
बहना हिस्सा लेंगे बांट बाद में रस मचावेंगे
बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे


कोख के जाए नाती बेटा काम न आवेंगे
बहना धन माया ले छीन बाद में सींग दिखावेंगे
बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे

Tuesday, May 17, 2022

चुनरिया मोरी ऐसी रंगईयो - Chunariya Mori Aisi Rangaiyo - LYRICS-

चुनरिया मोरी ऐसी रंगईय रंगरेज ऐसी रंगईय रंगरेज
चुनरिया....

एक पल्ले पे भोले बाबा दूजे पे हो पार्वती 
तीजे पे हो ब्रह्मा विष्णु, चौथे पे लक्ष्मी सरस्वती
बूढ़ा नदिया बैल सवारी, घूंघट पे लिखियो गणेश
चुनरिया मोरी...

आए पास हो नदिया नारे बीच समंदर धारा हो
गंगा जमुना सरयू मैया त्रिवेणी की धारा हो
कमली वाले ऐसी लिखियों, धोवे से न हो सफेद
चुनरिया मोरी...

राधा रंगीली छैल छबीली रुकमिन सतभामा प्यारी
१६००८ पटरानी जिनमें नाचें गिरधारी
अर्जुन के हो रथ के साथी गीता को लिखो उपदेश
चुनरिया मोरी...


Monday, May 16, 2022

मनोकामना पूरी करो - Manokamna Poori Karo - LYRICS-

मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले की जटों में क्या क्या विराजे
जटों में गंगा गंगा की है धार जय जय....
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले के गले में क्या क्या विराजे
राउंड भुसुंड सर्प की है माला जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले के हाथो में क्या क्या विराजे
हाथों में डमरू डमरू की है तान जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले के अंगों में क्या क्या विराजे
अंग भभुति कमर मृगछाल जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले की बागली में क्या क्या विराजे
बगल में गौरा गोदी में गणपति लाल जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

Sunday, May 15, 2022

तेरे संग में रहेंगे ओ मोहना - Tere Sang Me Rahenge O Mohna - LYRICS-

तेरे संग में रहेंगे ओ मोहना, ओ मोहना ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम पुष्प बनी मैं धागा बनूं, माला में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम दीपक बनो मैं बाती बनूं जोती में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम मुरली बनो मैं तान बनूं, अधरों पे मिलेंगे ओ मोहना

तेरे संग में रहेंगे...
तुम वक्त बनो मैं श्रोता बनूं, कीर्तन में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम माखन बनो मैं मिश्री बनूं, स्वादों में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम सागर बनो मैं लहरें बनूं, धारा में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम सूरज बनो मैं चंदा बनूं, मंडल में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम दाता बनो मैं भिखारी बनूं, भावों में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

Friday, May 13, 2022

भाव बिन मिले नहीं भगवान - Bhaav Bin Mile Nhi Bhagvaan - LYRICS-

ओ भगवान को जपने वाले दिल से कर ले ध्यान 
भाव बिन मिले नहीं भगवान

दुर्योधन की छोड़ी मेवा, विदुरानी की भा गई सेवा
जो ढूंढे उसको मिल जाए कहते वेद पुराण
भाव बिन मिले नहीं भगवान

झूठे फल शबरी के खाए राम ने रुचि रुचि भोग लगाए
जो ढूंढे उसको मिल जाए कहते वेद पुराण
भाव बिन मिले नहीं भगवान

ध्रुव,  प्रहलाद,  सुदामा,  मीरा, नरसी भगत की मिट गई पीड़ा
श्रद्धा और समर्पण से ही मिलते करुणा निधान
भाव बिन मिले नहीं भगवान

भाव बिन न भक्ति सुहावे बिना गुरु के ज्ञान न आवे
राह न पावे पथिक बाबरे तू मुरख नादान
भाव बिन मिले नहीं भगवान

Thursday, May 12, 2022

मढैया मेरी ऐसी छबाइयो - Madhaiya Meri Aisi Chabaiyo - LYRICS-

मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए


हरिद्वार दरवाजो होवे ऋषिकेश जैसे आंगन होवे
लहर लहर गंगा होए
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए

बेला होए चमेला होवे दौना को एक मरुआ होवे
लहर लहर तुलसा होए
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए

भोले बाबा को मंदिर  होवे राधाकृष्ण को मंदिर होवे
जगदम्बा को मंदिर होवे हनुमान जी को मंदिर होवे
पूजा करूं सुबह शाम
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए

ऋषि मेरे आंगन आवैं सतगुरु जी मेरे आंगन आवैं
ऋषि मुनि की वाणी होवे सत्संगत मेरे आंगन होवे
सत्संग सुनूं सुबह शाम
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए


Wednesday, May 11, 2022

सीता मैया ने करी है - Seeta Maiya Ne Kari Hai - LYRICS-https://youtu.be/AU6hx-3eucI

सीता मैया ने करी है ज्योनार पवनसुत 
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

ब्रह्मा न्योत विष्णु न्योते, न्योते सब परिवार
वानर सेना साबरी न्योती, न्योते हैं पवनकुमार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

ब्रह्मा आए विष्णु आए , आए सब परिवार
वानर सेना साबरी आई, आए हैं पवन कुमार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

ब्रह्मा बैठे विष्णु बैठे बैठे सब परिवार
वानर सेना साबरी बैठी बैठे हैं पवन कुमार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

पूड़ी परसी कचौड़ी पारसी परसे लड्डू चार
सब्जी रायतो सब ही परसो रबड़ी है लच्छेदार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

पूड़ी खाई कचौड़ी खाई रबड़ी लच्छेदार
सब्जी रायतो सब ही खायो खाली करे हैं भंडार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

हाथ जोडके सीता मैया गईं रामजी के पास 
समझा लो अपने लाला है खाली करे हैं भंडार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

हंस मुस्काए रामजी बोले सुन सीता मेरी बात
तुलसी दल को भोग लगाओ, फिर से भरेंगे भंडार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए

हाथ जोड़कर सीता मैया गईं तुलसा के पास 
तुलसी दल को भोग लगायो हनुमत को आयो डकार
हरे हरे पवनसुत न्योत दिए


मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो - Mere Devar Ho Chote Laxman Ho - LYRICS-https://youtu.be/90id8-tXBQg

मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे ला दे बाग का फूल हो
में व्रत ग्यारस का खोलूंगी

मेरी भाभी हो सीता मैया हो भंवरे का झूठा फूल हो 
तुम व्रत ग्यारस का खोलोगी

मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे ला दे गऊ का दूध हो
मैं व्रत ग्यारस का खोलूंगी

मेरी भाभी हो सीता मैया हो बछड़े का झूठा दूध हो
तुम व्रत ग्यारस का खोलोगी

मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे ला दे बाग का बेर हो
मैं व्रत ग्यारस का खोलूंगी

मेरी भाभी हो सीता मैया हो तोते का झूठा बेर हो
तुम व्रत ग्यारस का खोलोगी

मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे कोई जतन तो बताओ
मैं व्रत ग्यारस का खोलूंगी

मेरी भाभी हो सीता मैया हो तुलसी के सच्चे पात हो 
तुम व्रत ग्यारस का खोल लियो

मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो तुम जुग जुग जियो मेरे देवर हो
तुमने व्रत ग्यारस का खुलवाया

Friday, April 29, 2022

ग्यारस उपासी रह ले रे - Gyaras Upasi Reh Le Re - LYRICS-https://youtu.be/5UU0FG3TKDA

ग्यारस उपासी रह ले रे  तेरो तर जाएगा जीयरा
तर जाएगा जीयरा सम्बर जाएगा जीयरा

गंगा यमुना और त्रिवेणी तीनों में गोता लगा ले रे
तेरो तर जाएगा जीयरा

ग्यारस उपासी रह ले रे  तेरो तर जाएगा जीयरा
तर जाएगा जीयरा सम्बर जाएगा जीयरा


मात पिता और गुरु अपने की तीनों के वचनों पे चल re
तेरो तर जाएगा जीयरा

ग्यारस उपासी रह ले रे  तेरो तर जाएगा जीयरा
तर जाएगा जीयरा सम्बर जाएगा जीयरा

सास ससुर और पति अपने की तीनों की सेवा कर ले
तेरो तर जाएगा जीयरा

ग्यारस उपासी रह ले रे  तेरो तर जाएगा जीयरा
तर जाएगा जीयरा सम्बर जाएगा जीयरा

मान भांजा और जेठौत तीनों का आदर कर ले
तेरो तर जाएगा जीयरा

ग्यारस उपासी रह ले रे  तेरो तर जाएगा जीयरा
तर जाएगा जीयरा सम्बर जाएगा जीयरा

बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारो - Beta Maiya Ko Karj Bado Bhaaro- LYRICS-https://youtu.be/3qsJ4Tp7cl8

बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

नौ महीना तोए गर्भ में राखो बेटा मोए जब भी न लगो तू भाराे
मैया को कर्ज बड़ो भारो
बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

गीले में सोई में सूखे में सुलायो बेटा मोए जब भी न लगो जाड़ो
मैया को कर्ज बड़ो भारो
बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

जब बेटा तोए भूख लगी है बेटा नस नस को दूध पिवायो
मैया को कर्ज बड़ो भारो
बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

जब बेटा मैंने पढ़वे भेजो BA पास करायो
मैया को कर्ज बड़ो भारो
बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

जब बेटा तेरे ब्याह रचायो बेटा तू दुल्हन घर में लायो
मैया को कर्ज बड़ो भारो
बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

जब तेरी दुल्हन कड़वा बोले बेटा तेरे मुख से लग गयो तारो
मैया को कर्ज बड़ो भारो
बेटा मैया को कर्ज बड़ो भारों तो पे चुके न जीवन सारो

Wednesday, April 20, 2022

कमा ले नर हीरे मोती - Kama Le Nar Heere Moti - LYRICS-https://youtu.be/3qFEKT5S00Y

कमा ले नर हीरे मोती कफन में जेब नहीं होती


चाहे तू खा ले पूड़ी कचौड़ी चाहे तू खा ले सुखी रोटी
भूख सब एक सी होती कफन में जेब नहीं होती
कमा ले नर हीरे मोती कफन में जेब नहीं होती


चाहे तू पी ले कोको कोला छह तू पी ले सादा पानी
प्यास सब एक सी होती कफन में जेब नहीं होती
कमा ले नर हीरे मोती कफन में जेब नहीं होती

चाहे तू सो ले मखमल के गद्दे चाहे तू सो खाट पे
नींद सब एक सी होती कफन में जेब नहीं होती
कमा ले नर हीरे मोती कफन में जेब नहीं होती

Tuesday, April 19, 2022

राम नाम मुख बोल - Ram Naam Mukh Bol - LYRICS-https://youtu.be/NHWEJrBBrMc

राम नाम मुख बोल रे पंछी बाबरिया  २

झूठा सपना न कोई अपना मतलब का संसार
 रे पंछी बाबरिया  
राम नाम मुख बोल रे पंछी बाबरिया  २


पराए धन को मिट्टी समझना पूरा पूरा तोल
 रे पंछी बाबरिया  
राम नाम मुख बोल रे पंछी बाबरिया  २


पराई नार को मात समझना पराई बहन को बहन समझना
मन आवे जहां डोल रे पंछी बाबरिया  
राम नाम मुख बोल रे पंछी बाबरिया  २


ज्ञान सरोवर मल मल नहा ले ज्ञान का साबुन खूब लगा ले
मन के मैल छुड़ाए रे पंछी बाबरिया  
राम नाम मुख बोल रे पंछी बाबरिया  २


छोड़ दे बहना तेरी मेरी छोड़ दे भैया छोड़ बुराई
हो जा भाव से पार रे पंछी बाबरिया  
राम नाम मुख बोल रे पंछी बाबरिया  २

Wednesday, April 6, 2022

ek adbhut kavita -

*बहुत सुंदर प्रयास एक बार ध्यान से पढ़िएगा 🌸🌸🌸*

कभी हिन्दी वर्णमाला का क्रमबद्ध इतना सुन्दर प्रयोग आप की अद्भुत अद्वितीय अविस्मरणीय कह उठेंगे...   

यह कविता जिसने भी लिखी प्रशंसनीय है।
हिन्दी वर्णमाला का क्रम से कवितामय प्रयोग-बेहतरीन है।

*वंदन करते हैं उस कवि का*

*अ* चानक
*आ* कर मुझसे
*इ* ठलाता हुआ पंछी बोला
*ई* श्वर ने मानव को तो
*उ* त्तम ज्ञान-दान से तौला
*ऊ* पर हो तुम सब जीवों में
*ऋ* ष्य तुल्य अनमोल
*ए* क अकेली जात अनोखी
*ऐ* सी क्या मजबूरी तुमको
*ओ* ट रहे होंठों की शोख़ी
*औ* र सताकर कमज़ोरों को
*अं* ग तुम्हारा खिल जाता है
*अ:* तुम्हें क्या मिल जाता है.?
*क* हा मैंने- कि कहो
*ख* ग आज सम्पूर्ण
*ग* र्व से कि- हर अभाव में भी
*घ* र तुम्हारा बड़े मजे से
*च* ल रहा है
*छो* टी सी- टहनी के सिरे की
*ज* गह में, बिना किसी
*झ* गड़े के, ना ही किसी
*ट* कराव के पूरा कुनबा पल रहा है
*ठौ* र यहीं है उसमें
*डा* ली-डाली, पत्ते-पत्ते
*ढ* लता सूरज
*त* रावट देता है
*थ* कावट सारी, पूरे
*दि* वस की-तारों की लड़ियों से
*ध* न-धान्य की लिखावट लेता है
*ना* दान-नियति से अनजान अरे
*प्र* गतिशील मानव
*फ़* रेब के पुतलो
*ब* न बैठे हो समर्थ
*भ* ला याद कहाँ तुम्हें
*म* नुष्यता का अर्थ.?
*य* ह जो थी, प्रभु की
*र* चना अनुपम...
*ला* लच-लोभ के 
*व* शीभूत होकर
*श* र्म-धर्म सब तजकर
*ष* ड्यंत्रों के खेतों में
*स* दा पाप-बीजों को बोकर
*हो* कर स्वयं से दूर
*क्ष* णभंगुर सुख में अटक चुके हो
*त्रा* स को आमंत्रित करते
*ज्ञा* न-पथ से भटक चुके हो।
*श्रे* ष्ठ पथ पर बढ़े चलो। 


*अंग्रेजी के अल्फाबेट्स पर बहुत कुछ पढ़ा होगा... पहली बार हिंदी में👍*

Wednesday, March 30, 2022

आज तो बधाई बाजे - Aaj To Badhaai Baaje - LYRICS-https://youtu.be/5booa5RCN48

आज तो बधाई बाजे मां के भवन में
मां के भवन में मां के भवन में मां के भवन में
आज तो...

पहली बधाई देने गणपति जी आए गणपति जी आए संग 
रिद्धि सिद्धि लाए, रिद्धि सिद्धि का कंगना बाजे मां के भवन में
आज तो...


दूजी बधाई देने भोले जी आए भोले जी आए संग 
गौराजी को लाए, गौरा जी की पायल बाजे मां के भवन में
आज तो...

तीजी बधाई देने राम जी आए राम जी आए संग
सीताजी को लाए, सीताजी की पायल बाजे मां के भवन में
आज तो...


चौथी बधाई देने कान्हा जी आए कान्हा जी आए संग 
राधाजी को लाए, राधाजी की पायल बाजे मां के भवन में
कान्हा जी की बंसी बाजे मां के भवन में
आज तो...

Tuesday, March 29, 2022

तारीफ करूं क्या उसकी - Taarif Karoon Kya Uski - LYRICS- https://youtu.be/Xf9D2OYsjrk

तारीफ करूं क्या उसकी जिसने मां को सजाया

मैया के माथे टीका टीके का रंग सुनहरा 
मैया के गले में हरवा हरवे का रंग सुनहरा
वो भक्त बड़ा अलबेला जिसने मां को पहनाया
तारीफ करूं क्या उसकी जिसने मां को पहनाया


इसी तरह आगे बढ़ाएं भजन को

घटा घनघोर है जिया मनमोर है - Ghata Ghanghor Hai Jiya Manmor Hai - LYRICS-https://youtu.be/mA-AlNBJsl0

 घटा घनघोर है जिया मनमोर है तू आजा मेरी मैया
माथे मैया के टीका सोहे बिंदिया पे मन मेरा
नाक मैया के नथनी सोहे झाले पे मन मेरा
जो मेरी मैया नजर लगावे भला न उसका होगा 
नजरिया उतार लूंगी कजरा लगाए दूंगी 
तू आजा मेरी मैया...


इसी प्रकार से भजन को आगे बढ़ाना है

काली काली कालिका - Kali Kali Kalika - LYRICS-https://youtu.be/0wt1Yd-rZQ0

काली काली कालिका कलकत्ते वाली कालिका 
मेरे अंगना में रस बरसा ओ काली काली कालिका...

आजा मैया आजा मैं टीका पहना दूं 
टीका पहना के में बिंदिया लगा दूं, सिंदूर लगा दूं 
आजा मां आजा अब देर न लगा  ओ काली काली....


इसी प्रकार से भजन को आगे बढ़ाना है

Tuesday, March 22, 2022

झूला झूलन चली आई - Jhoola Jhoolan Chali Aayi - LYRICS-https://youtu.be/jR7Y7dTGkQo

झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

पहलो झूला कैलाश पे झूली शिव की नार कहाई re
मेरी अम्बे भवानी
झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

दूजो झूला अवधपुरी में झूली राम की नार कहाईं re
मेरी अम्बे भवानी
झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

तीजो झूला गोकुल में झूली कृष्ण प्रिया कहाइ re
मेरी अम्बे भवानी
झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

चौथो झूला वैकुंठ में झूली विष्णु की नार कहाई re
मेरी अम्बे भवानी
झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

पांचों झूला मैहर में झूली शारदा नाम धराई re
मेरी अम्बे भवानी
झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

छटवां झूला मंदिर में झूली जग जननी कहलाई re
मेरी अम्बे भवानी
झूला झूलन चली आई re मेरी अम्बे भवानी

Saturday, March 19, 2022

चोरी माखन की करे है - Chori Makhan Ki Kare Hai - LYRICS-https://youtu.be/3lrC7F9RtA4

चोरी माखन की करे है दिन रात यशोदा मैया तेरा ललना

जब मैं जाऊं पनिया भरण को ये घर में घुस जावे
माखन खावे मटकी फोड़े उधम खूब मचावे
ये तो धोखे से करे है मैया घात
चोरी माखन की करे है दिन रात यशोदा मैया तेरा ललना

सब ग्वाले याके रहे साथ में चले बना के टोली
जब ग्वालिन कोई मिले अकेली करता खूब ठिठोली
ये तो माने न काऊ की मैया बात
चोरी माखन की करे है दिन रात यशोदा मैया तेरा ललना

एक दिन जाने कुंज गालों में बाएं मेरी झटकी
मेरे सिर पे धरी हुई थी दही मक्खन की मटकी
या से पेश न हमारी कछु खात
चोरी माखन की करे है दिन रात यशोदा मैया तेरा ललना

बालाजी को लाड़ लड़ावे - Balaji Ko Laad Ladaave - LYRICS-https://youtu.be/gL5mFLuL1oE

बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी का जन्म हुआ है सोने के थाल बजावे माता अंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी की छठी हुई है लाल लंगोट पहनावे माता अंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी का नाम रखा है भर भर थाल लुटावे माताअंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी ने खाना सीखाचूरमा के लड्डू खिलावे माताअंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी ने चलना सीखाउंगली पकड़ के चलावे
माताअंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी ने पढ़ना सीखा राम ही राम रटावे माता अंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

जब बालाजी ने उड़ना सीखापर्वत पर्वत घुमावे माता अंजनी
बालाजी को लाड़ लडावे माता अंजनी

Thursday, March 17, 2022

Bhartiy Tyohaar

*भारतीय त्यौहार औऱ उनका वैज्ञानिक रहस्य*

होली -  होली का नाम लेते ही रंग रंगीला उत्सव आपके मन में आता है।  पर क्या मालुम है कि इस त्यौहार को मनाने के पीछे हमारे सनातन ऋषि -मुनियो का क्या विज्ञान था , वह समयाभाव और अज्ञानता की वजह से लुप्त हो गया

जैसा क़ि आप जानते हैं कि हमारे देश में चार ऋतुएँ होती है , शरद ऋतु के अंत और ग्रीष्म ऋतू के आरम्भ में फागुण  महीने में यह त्यौहार मनाया जाता है।  

जो स्वरूप आज इस त्यौहार का है वह 
प्राचीन काल नहीं था , और न ही रासायनिक रंगो का प्रयोग होता था। 

सभी पड़े लिखे लोग जानते हैं कि यदि शरीर से उत्सर्जन पदार्थ नहीं निकालेंगे तब वह शरीर में हानिकारक तत्व को पैदा कर देते हैं, और जब वह बाहर निकलते हैं तब बहुत कष्ट होता है। 

शरद ऋतुओ में हमारी त्वचा से पसीना जो एक उत्सर्जन पदार्थ है रुक जाता है जिससे त्वचा के रन्द्र यानि छेद रुक जाते है और जब बाहर के वातावरण का तापमान बढ़ जाता है तब त्वचा में छोटे छोटे दाने दाने निकलने लगते है , जो बहुत कष्टकारी होते हैं , बच्चो में अक्सर चैत्र मॉस में 
चेचक और खसरा भी इसी का परिणाम है। 

इसी कष्टकारी पीड़ा को दूर करने के लिए हमारे ऋषियों ने होली नामक उत्सव को मनाने की परम्परा का प्रारम्भ किया था,

इसमें पूर्णिमा को चांदनी रात में आग जलाकर हवन करके वातावरण को इतना गर्म कर दिया जाता है कि शरीर से पसीना निकलने लगे और शरीर के रन्द्र खुल जाए , फिर क़िसी भीगे कपडे से शरीर को साफ कर लिया जाता है। 

अगले दिन टेसू /पलाश के फूल जो पहले दिन पानी में भिगो दिए जाते है उनको पिचकारी की सहायता से एक दुसरे पर डालकर होली मनाते है जिसमे कपडे फूलो के रंग से काफी टाइम तक भीगे रहने की वजह से पसीना जो अम्लीय होता है और टेसू जो क्षारीय होता है , त्वचा को उदासीनीकरण कर देते हैं।  

आपने देखा होगा कि घमौरियों के लिए भी केल्शियम कार्बोनेट पाउडर लगाकर उदासीनीकरण करके (जो कि ठोस रूप में होता है ) त्वचा को और नुक्सान पहुचाते है रंद्र को रोक देते हैं , जबकि तरल रूप में होली खेलकर हम पूरे साल में एक बार अपने शरीर की शुद्धि ही नहीं पूरे समाज को स्वस्थ रखते है , पर ध्यान रहे रासायनिक रंगो से नहीं। 

देर से ही सही पर अपने ऋषियों की परम्परा को सनातन वैज्ञानिकता से जीवित रखिये 
और सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का सन्देश का दुनिया को दीजिये !!

मेरी पांचों उंगलियां बड़े काम की - Meri paanchon Ungaliya Bade Kaam ki - LYRICS-https://youtu.be/Qsf9eNfqycQ

मेरी पांचों उंगलियां बाद काम की जय बोलो सीताराम की
जय बोलो सीताराम की२

पहली उंगलियां ने मुंदरी पहनी जाने मुंदरी पहनी राम नाम की
जय बोलो सीताराम की

दूजी उंगलियां ने रोरी लगाई जाने रोरी लगाई हरी नाम की
जय बोलो सीताराम की

तीजी उंगलियां ने माला फेरी जाने माला फेरी हरिनाम की
जय बोलो सीताराम की

चौथी उंगलियां ने राह बताई जाने राह बताई चारों धाम की
जय बोलो सीताराम की

पांचे अंगूठे ने चुटकी बजाई जाने चुटकी बजाई हनुमत नाम की जय बोलो सीताराम की

छठी हथेली ने टाली बजाई जाने टाली बजाई सत्संग की
जय बोलो सीताराम की

चंदा छुप मत जइयो आज - Chanda Chup Mat Jaiyo Aaj- LYRICS-

चंदा छुप मत जइयो आज श्याम संग होरी खेलूंगी
होरी खेलूंगी श्याम संग होरी खेलूंगी

टीका पहनूं झाले पहनूं गजरा लगाऊंगी
कर घूंघट की ओट श्याम संग होरी खेलूंगी


(इसी तरह आगे बढ़ाएं )

फागुन में घर आजा सजनवा - Fagun Me Ghar Aaja Sajanva - LYRICS-https://youtu.be/-WRT7KYOcEI

फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना हो सजना होली की आई बहार सजना

टीका भी लाना सजना नथनी भी लाना
बिंदिया पे आई बहार सजना हो सजना
(इसी प्रकार से सभी गहनों का नाम लेकर गाना है)

तेरी मीठी लागे छाछ - Teri Mithi Laage Chhach - LYRICS-https://youtu.be/MLZrAW1O10E

तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं गोकुल से आयो
मैं माखन रयो चुराए गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं जमुना तट से आयो
मैं चीरे रहो चुराए गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं वृंदावन से आयो
मैं बंसी रहो बजाय गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं बरसाने से आयो 
मैं होरी रहो मचाए गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं गोवर्धन से आयो
मैं गिरिवर रहो उठाए गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं मथुरा से आयो
मैं कंस रहो पछाड़ गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

तेरी छाछ के काजे मैं तो सत्संग से आयो
मैं दर्शन रही कराए गुजरिया देजा थोड़ी सी
तेरी मीठी लागे छाछ गुजरिया देजा थोड़ी सी

Friday, March 11, 2022

फागुन में घर आ जा सजनवा - Fagun Me Ghar Aa Ja Sajanva - LYRICS-https://youtu.be/dtuqv1Kf_HQ

फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना
हो सजना होली की आई बहार सजना

टीका भी लाना सजना नथनी भी लाना 
बिंदिया पे आई बहार सजना हो सजना
फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना

हरवा भी लाना सजना कॉलर भी लाना
माला पे आई बहार सजना हो सजना
फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना

कंगना भी लाना सजना चूड़ी भी लाना
मेंहदी पे आई बहार सजना हो सजना
फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना

पायल भी लाना सजना बिछुए भी लाना
महावार पे आई बहार सजना हो सजना
फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना

लहंगा भी लाना सजना चोली भी लाना
चुनरी पे आई बहार सजना हो सजना
फागुन में घर आजा सजनवा होली की आई बहार सजना


Monday, February 28, 2022

तेरे डमरू की धुन सुनकर - Tere Damroo Ki Dhun Sunker - LYRICS-https://youtu.be/I7-5Vw5mAtE

तेरे डमरू की धुन सुनकर मैं काशी नगरी आई हूं
मेरे भोले ओ बम भोले मैं काशी नगरी आई हूं

सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है
उसी मुक्ति को पाने को में काशी नगरी आई हूं
मैं काशी नगरी आई हूं - २

तेरे डमरू की धुन सुनकर मैं काशी नगरी आई हूं
मेरे भोले ओ बम भोले मैं काशी नगरी आई हूं

सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में गंगा है
वही गंगा नहाने को मैं काशी नगरी आई हूं
मैं काशी नगरी आई हूं - २

तेरे डमरू की धुन सुनकर मैं काशी नगरी आई हूं
मेरे भोले ओ बम भोले मैं काशी नगरी आई हूं

Friday, February 25, 2022

बन जाएं बिगड़े काम - Ban Jaayen Bigde Kaam - LYRICS-

बन जाएं तेरे काम री नाम शिव का तू ले ले

शिव जी का नाम श्री राम ने जपा था 
लंका विजय तब पाई re
नाम शिव का तू ले ले
बन जाएं तेरे काम री नाम शिव का तू ले ले

शिव जी का नाम ऋषि मुनि ने जपा था 
जप लिया आठों याम re
नाम शिव का तू ले ले
बन जाएं तेरे काम री नाम शिव का तू ले ले

शिव जी का नाम श्री कृष्ण ने जपा था
कितना सुंदर नाम re
नाम शिव का तू ले ले
बन जाएं तेरे काम री नाम शिव का तू ले ले

शिव जी का नाम प्यारे तुम भी जप लो
कौड़ी लगे न दाम re
नाम शिव का तू ले ले
बन जाएं तेरे काम री नाम शिव का तू ले ले

Wednesday, February 23, 2022

शिवजी का मंदिर पल्ली पार - Shivji Ka Mandir Palli Paar - LYRICS-https://youtu.be/ErplPDMYrFg

शिवजी का मंदिर पल्ली पार है दर्शन को दिल बेकरार है

अंधे वहां पर आते हैं आकर शीश झुकाते हैं
आंखें देने वाला दिलदार है दर्शन को दिल बेकरार है
शिवजी का मंदिर पल्ली पार है दर्शन को दिल बेकरार है

लंगड़े वहां पर आते हैं आकर शीश झुकाते हैं
पैर देने वाला दिलदार है दर्शन को दिल बेकरार है
शिवजी का मंदिर पल्ली पार है दर्शन को दिल बेकरार है

बांझ वहां पर आते हैं आकर शीश झुकाते हैं
बालक देने वाला दिलदार है दर्शन को दिल बेकरार है
शिवजी का मंदिर पल्ली पार है दर्शन को दिल बेकरार है

बालक वहां पर आते हैं आकर शीश झुकाते हैंw
विद्या देने वाला दिलदार है दर्शन को दिल बेकरार है
शिवजी का मंदिर पल्ली पार है दर्शन को दिल बेकरार है

कन्या वहां पर आती हैं आकर शीश झुकाती हैं
घर वर देने वाला दिलदार है दर्शन को दिल बेकरार है
शिवजी का मंदिर पल्ली पार है दर्शन को दिल बेकरार है