Saturday, February 27, 2021

शंकर पार्वती की संग - Shankar Parvati Ke Sang - LYRICS-

शंकर पार्वती की संग पड़न लागी 
हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

पहली भांवर पड़ने लगी तब कोई पंडित है नाय
सहज सहज फिर शंकर नी ने ब्रह्मा को लियो है बुलाए
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

दूजई भांवर पड़ने लगी तब कोई सखी है नाय
सहज सहज फिर शंकर जी ने लक्ष्मी को लियो है बुलाए
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

ती जी भांवर पड़ने लगी तब तीन पुरुष दो नार
सहज सहज फिर शंकर जी ने गंगा को दियो है बहाए
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

चौथी भांवर पड़ने लगी तब तीन पुरुष एक नार
सहज सहज फिर शंकर जी ने चंदा को दियो है उतार
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

पांचवीं भांवर पड़ने लगी तब दो पुरुष एक नार
सहज सहज फिर शंकर जी ने नाग को दियो है भगाए
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

छठी भांवर पड़ने लगी तब एक पुरुष एक नार
सहज सहज फिर शंकर जी ने डमरू दियो है बजाय
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

सातवीं भांवर पड़ने लगी तब कोई सवारी नाय
सहज सहज फिर शंकर जी ने नन्दी को लियो है बुलाए
पड़न लागी हरे हरे पड़ान लागी भांवरिया

कान्हा मथुरा में बहना - Kanha Mathura Me Behna - LYRICS-

कान्हा मथुरा में बहना वैद्य बनो सरकारी

पहली नब्ज़ मैने ससुल की दिखाई
वाय कुछ नाय बहना पैसा की बीमारी
कान्हा मथुरा में बहना वैद्य बनो सरकारी

दूजो नब्ज़ मैने जेठानी की दिखाई 
वाय कुछ नाय बहना न्यारे की बीमारी
कान्हा मथुरा में बहना वैद्य बनो सरकारी

ती जी नब्ज़ मैने देवरानी की दिखाई
वाय कुछ नाय बहना घूमन कि बीमारी
कान्हा मथुरा में बहना वैद्य बनो सरकारी

चौथी नब्ज़ मैने नन्द की दिखाई
वाय कुछ नाय बहना लेवे की बीमारी
कान्हा मथुरा में बहना वैद्य बनो सरकारी

पांचवीं नब्ज़ मैने अपनी दिखाई
मोए कुछ नाय कान्हा से मिलने की बीमारी
कान्हा दर्शन की बीमारी
कान्हा मथुरा में बहना वैद्य बनो सरकारी

Friday, February 26, 2021

तू बस गयो कितनी दूर - Too Bas Gayo Kitni Door - LYRICS-

तू बस गयो कितनी दूर याद तेरी आवे रे सांवरिया

तेरी मुरलिया बाज रही सांवरिया, 
मेरो ले गई कलेजा काट
तेरी आवे रे सांवरिया

लिख लिख चिट्ठियां गेर रही सांवरिया
हाथों को नाय कुसूर
तेरी आवे रे सांवरिया

पैरों में छाले पड़ गए सांवरिया
चलने को हुई मजबूर
तेरी आवे रे सांवरिया

रोए रोए अंखियां लाल भयिं सांवरिया
चेहरे को उड़ गई नूर
तेरी आवे रे सांवरिया

Thursday, February 25, 2021

जिंदगी में हजारों का मेला जुड़ा - Jindgi Me Hajaron Ka Mela Juda - LYRICS-

जिंदगी में हजारों का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा जब अकेला उड़ा

राजा राजा रहे न तो रानी रही 
हर चीज यहां आनी जानी रही
न बुढ़ापा रहा न जवानी रही
कहने सुनने को केवल कहानी रही
चार दिन का गए जग में झमेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा जब अकेला उड़ा
जिंदगी...

कोठी बंगले खड़े के खड़े रह गए
हीरे मोती धरे के धरे रह गए 
ठाठ सारे पैसे के पड़े रह गए
कुल खजाने गड़े के गड़े रह गए
हंस जब जब उड़ा जब अकेला उड़ा
जिंदगी...

बेबसों को सताने से क्या फायदा
दिल किसी का दुखने से क्या फायदा 
नेकी कर बड़ी कमाने से क्या फायदा 
हर मानव बराबर न छोटा बड़ा
हंस जब जब उड़ा जब अकेला उड़ा
जिंदगी...

सोच ले सोच ले अपने अंजाम को
भक्ति रस के बिना जीवन किस काम का
पैसा कौड़ी लगे न बिना दाम का
भज ले मोहन मुरारी तू घमश्यम को
कृष्ण राधा नाम एक में ही जुड़ा
हंस जब जब उड़ा जब अकेला उड़ा
जिंदगी...

Tuesday, February 23, 2021

यही सोच दिन रात राम - Yahi Soch Din Raat Raam - LYRICS-

यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

न मानी आज्ञा मात पिता की,अपनों का किया अभिमान
राम हमें कैसे तारोगे
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

न करी सेवा सास ससुर की, पति का किया अभिमान
राम हमें कैसे तारोगे
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

न किया आदर देवर जेठ का, बेटे का किया अभिमान
राम हमें कैसे तारोगे
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

न करी सेवा गौ माता की, काया का किया अभिमान
राम हमें कैसे तारोगे
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

न करी सेवा साधु संत की, मैया का किया अभिमान
राम हमें कैसे तारोगे
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

न करी सेवा गुरुदेव की, भक्ति का किया अभिमान
राम हमें कैसे तारोगे
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे

Monday, February 22, 2021

मिल जाएं कृष्ण मुरार - Mil Jayen Krishn Murar - LYRICS-

मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी नन्द रानी ने अंगना में खेलें कृष्ण मुरार
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी धन्ना भगत ने भर गए उसके भंडार रे
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी नरसी भगत ने चौकों पे आए भगवान
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी मीरा बाई ने मिल गए कृष्ण मुरार रे
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

Sunday, February 21, 2021

जरा फूल बिछा दो - Jara Phool Bichha Do - LYRICS-

जरा फूल बिछा दो आंगन में मेरी सीता आने वाली है

कोई सीता की पायल के आओ,
कोई सीता के बिछुए के आओ
सब मिलकर बोलो जयकारा

(सभी जेवर के नाम लेकर भजन आगे ब ढायें )

Saturday, February 20, 2021

राम नाम न गायो - Ram Naam Na Gaayo - Lyrics-

राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

गर्भ पाश में कसम उठाई उल्टो जब लटकायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

गर्भ पाश से बाहर आए रो रो सबको बतायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

बचपन में हरि खबर लयी न खेल ही खेल गंवायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

आई जवानी मैया ने घेरी पैसा खूब ही गंवायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

आयो बुढ़ापा जब ये जानी बृथा जन्म गंवायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

अंत समय में चिता बनाई बेटा ने आग लगाई
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

कैसे नजरिया हरि से मिलावें मानस जन्म जस गायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

Friday, February 19, 2021

गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो - Galiyan Me Lage Awaz Jhunjhuna Lelo - LYRICS-

गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो सासू रानी ले लो
तुमसे दादी कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो जीठानि रानी लेलो
तुमसे ताई कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

लेलो लेलो देवरानी रानी ले लो
तुमसे चाची कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो नन्द रानी ले लो 
तुमसे बुआ कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो देवर राजा ले लो
तुमसे चाचा  कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो पड़ोसन रानी ले लो
तुमसे आंटी कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

Thursday, February 18, 2021

अब क्यों गाल फुलावे - Ab Kyo Gaal Fulave - LYRICS-

अब क्यों गाल फ़ुलावे भौजाइया अब रुत आयि मेरे भात की अब क्यों ......

अरे जो भाभी तो पे किलपें नाय
तो पटवा ए खसम बना ले भौजयिया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे हरवा नाय
तो सुनरा ए खसम् बना ले भौजायिया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे चूड़ी नाय 
तो मनरा ए खासम बना ले भौजयीया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे कपड़े नाय
तो दर्जी ए खासम बना ले भौजायीया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे लहंगा चोली नाय
चुनरी नाय, साड़ी नाय
तो बजजा ए खासम बना ले भौजइया
अब रुत आयि मेरे भात की

तेरी रुनझुन रुनझुन होय - Teri Runjhun Runjhun Hoy - LYRICS-

तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिना बागं में बाजी जाने मोह लाए पपिहा मोर 
श्याम ने मोह लाई कोयलिया
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिन जमुना पे बाजी जाने नाथो कालिया नाग
श्याम ने दार दयी है नाथुनिया
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिना मधुवन में बाजी जाने रास रचायो घनघोर
श्याम की बाज रही पायलिया
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिना मथुरा में बाजी जाने दीनो कंस पछाड़
कंस की राय रही हैं दोऊ रानियां
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

Wednesday, February 17, 2021

जलेबी चक्कर काट रही - Jalebi Chakkar Kaat Rahi- LYRICS-

जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

पहला बधाओ ससुर घर आयो
सासू चक्कर काट रही ससुर के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

दूजो बधायो जेठ घर आयो
जिठानी चक्कर काट रही जैठा के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

तीसरी बाधायो देवर घर आयो
देवरानी चक्कर काट रही देवर के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

चौथा badhaya ननदोई घर आयो
नन्द चक्कर काट रही ननदोई के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें


Tuesday, February 16, 2021

मेरे घर खेलन अयीयों - Mere Ghar Khelan Ayiyo - LYRICS-

मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

ठंडे पानी गरम करवाए मेरे घर नहावं आना गजानन
मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

घिस घिस चंदन भरी कटोरी तिलक लगाने आना गजानन,     मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

पीला पीताम्बर मै लाई हूं पीताम्बर पहनने आना गजानन
मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

छप्पन तो मेंने भोग बनाए भोग लगाने आना गजानन
मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

सोने के लोटा गंगाजल पानी पानी पीने आना गजानन
मेरे घर खेलन आना 
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

चंदा की चांदनी में चौपड़ बिछाई मेरे घर खेलन आना गजानन,     मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

मखमल का गद्दा रेशम के तकिया मेरे घर सोने आना गजानन,     मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

कलयुग बनो कमल को फूल - Kalyug Bano Kamal Ko Phool - LYRICS-

कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो

मैने तो जानी बहना सेवा करेगी
बहना मांगे chhochhak भात
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो


मैने तो जानी बेटा सेवा करेगे
बेटा चले गए देश विदेश
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो


मैने तो जानी बेटी सेवा करेगी
बेटी तो ब्याह गई परदेश
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो


मैने तो जानी नाती सेवा करेंगे
नाती पढ़ गए बी ए पास
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो

Monday, February 15, 2021

बहना मेरी बनी हवेली चार - Behna Meri Bani Haveli Chaar - LYRICS-

बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी

चार बहू मेरे चार ही बेटा बहना मेरे रातों दबावें पैर
बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी

दो बेटा मेरे लगे फौज में बहना उनकी तनख्वाह साठ हजार,  बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी


दो बेटा मेरे लगे पुलिस में बहना मेरो राजा थानेदार
बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी

एक बहू मेरी ऐसी आ बहना वाने कर दये बारह बांट
राम गुन अब मै गाऊंगी

देवरानी जेठानी मेरी ताने मारे बहना तेरे कहां गए साठ हजार राम गुण अब क्यों गावे री
बहना तेरो कहां गई थानेदार राम गुन अब क्यों गावे री

पिता पोती मेरे पैसा मांगें बहना मेरे लुट गए साठ हजार
राम गुन अब मै गाऊंगी

पलंग पे अब न चढ़ूंगी - Palang Pe Ab N Chahungi - LYRICS-

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे पहली पीर जब आई
सास मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भइं मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे दूजि पीर जब आई
जीठानी मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भई मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा


सो राजा मेरे तीजि पीर जब आई
देवरानी मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भई मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे चौथी पीर जब आई
नन्द मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भई मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे पांचवीं पीर जब आई
राजाजी मैने जाय जगाए मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही वो उठ बैठे
वो ही तो मेरे अपने भए मेरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

तुम्हें भक्त बुलाते हैं - Tumhen Bhakt Bulate Hain - LYRICS-

बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

माथे पे तुम्हारे चंदा सोहे लटो में गंगा की धार 
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

कानों में तुम्हारे बिच्छू सोहे गल सर्पों की माल
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

एक हाथ में डमरू साजे बगल में त्रिशूल की धार
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

कमर तुम्हारे मृगछाला है अंग भभूती लगी
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

बगल में तुम्हारे गौरा विराजे गोदी में गणपति लाल
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

पैरों में तुम्हारे खड़ाऊ विराजे सेवा में नन्दी लाल
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

Sunday, February 14, 2021

सतगुरु रे मेरी रंग दो चुनरिया - Satguru Re Meri Rang Do Chunariya - LYRICS-

सतगुरु रे मेरी रंग दो चुनरिया
चुनरी ओढ़ में बागों में गई थी
मालिन पूछे रे सखी कहां से लाई चुनरी
मोल नाय मिलती उधारी नाय मिलती
सांझ सवेरे मैने करी है भक्ति
तब सतगुरु ने रंगी है चुनरिया

सक्किन, धोबिन, रानी, सखियां
कुओं, तालों, महलों, मंदिर
(इन्हीं शब्दों से भजन आगे बढ़ाना है)

खो गई खो गई रे - Kho Gayi Kho Gayi Re - LYRICS-

 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

सासू ढूंढे ससुर ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे थाने को थानेदार
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

जेठ ढूंढे जीठनी ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे जिले को जिलेदार
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

देवर ढूंढे देवरानी ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे चौकी को चौकीदार 
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

राजा ढूंढे हम भी ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे ननादिया को यार 
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

प्रेम की दीवानी राधा रानी - Prem Ki Deevani Radha Rani - LYRICS-

प्रेम की दीवानी राधा रानी हो गई
मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई

मुरली अधरन धर मुस्कावे री 
बिन देखे टोय चैन न आवे री
तेरे नाम मेरी जिंदगानी हो गई
मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई

बेदर्दी तोए तरस न आवे घायल करके नैन चूरावे
श्याम बिन दुनियां बेगानी हो गई
मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई

मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई
लट घुंघराली काली चंचल दोऊ नैना
मोर मुकुट वाले मीठे तेरे सैना
सांवली सूरत दिल लुभानी हो गई
मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई

ओ सांवरिया नेक सपने में आजा 
भक्त कहें मेरे नैनों में समा जा
मेरी जिंदगी तेरे नाम हो गई
मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई

Thursday, February 11, 2021

अब कहे कंस अभिमानी -Ab Kahe Kans Abhimani - LYRICS-

अब कहे कंस अभिमानी मेरी सुनो पूतना वाणी

कहे अधर्मी सुनो पूतना तुम्हें गोकुल को जानो है
जितने बालक भाए गोकुल में सबे नार के आनी है
तेरी यही अक्ल मैने मानी,  मेरी सुनो पूतना वाणी
अब कहे कंस अभिमानी मेरी सुनो पूतना वाणी

इतनी कह के चली पूतना रूप अनोखी धार लियो 
कर सोलह सिंगार नार ने कुच में जहर छिपाए लियो
गोकुल को भयी रवानी,  मेरी सुनो पूतना वाणी
अब कहे कंस अभिमानी मेरी सुनो पूतना वाणी

मैया लाल जनो आती सुंदर देखन की अभिलाषा है
इतनी कहकर लयो गोद में कुच से जहर पिलाए रही
तन से प्राण खींच रहे मोहन दिल में आती घबराए रही
ले कंस यों उमड़ा नी,   मेरी सुनो पूतना वाणी
अब कहे कंस अभिमानी मेरी सुनो पूतना वाणी

Wednesday, February 10, 2021

मैने तेरे ही भरोसे - Mene Tere Hi Bharose- LYRICS-

मैने तेरे ही भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दयी

काहे की तो नाव बनाई काहे की पतवार
जामे काहे की लगी जंजीर
सागर में नैया डार दयी
मैने तेरे ही भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दयी

हृदय की तो नाव बनाई काया की पतवार
जामे सांसों की लगी जंजीर
सागर में नैया डार दयी
मैने तेरे ही भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दयी

कौन नाव में बैठनहारे कौन है खेवनहार
जाको कौन लगावे बेडापार
सागर में नैया डार दयी
मैने तेरे ही भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दयी

संगत नाव में बैठनहारे सत्संग खेवनहार
जाको सतगुरु लगावे बेडापार
सागर में नैया डार दयी
मैने तेरे ही भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दयी

लाल चुनरिया ओढ़ के मैं सतगुरु के पास जाऊं
मेरो जन्म सफल है जाय
सागर में नैया डार दयी
मैने तेरे ही भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दयी

Tuesday, February 9, 2021

ले सतगुरु को नाम - Le Satguru Ko Naam- LYRICS-

ले सतगुरु को नाम भजन में बैठ गई

भजन करूं तो बहू मुख mode काम करे हथ नाय
भजन में बैठ गई
ले सतगुरु को नाम भजन में बैठ गई

भजन करूं तो बेटा मुख mode बालक खिलावे नाय
भजन में बैठ गई
ले सतगुरु को नाम भजन में बैठ गई

भजन करूं तो बेटी मुख mode विदा करें हत नाय
भजन में बैठ गई
ले सतगुरु को नाम भजन में बैठ गई

भजन करूं तो जमाई मुख mode विदा देत हाथ नाय
भजन में बैठ गई

भजन करूं तो नाती मुख mode मोए घुमावते नाय
भजन में बैठ गई
ले सतगुरु को नाम भजन में बैठ गई

भजन करूं तो पड़ोसन मुख mode गप्प लड़ावे नाय
भजन में बैठ गई
ले सतगुरु को नाम भजन में बैठ गई

दो नारी के बीच गजानन - Do Naari Ke Beech Gajanan - LYRICS-

उलझ गए उलझ गए दी नारी के बीच गजानन उलझ गए

ऋद्धि मांगे सोने का टीका, सोने की बिंदिया 
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान  गजानन उलझ गए
( इसी प्रकार से आगे कहना है ) 🙏🙏


Saturday, February 6, 2021

संतन के संग लाग रे - santan ke sang laga re - LYRICS-

संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

नरसी की बन गई सुदामा की बन गई 
मीरा के खुल गए भाग रे,   तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

ध्रुव की बन गई प्रहलाद की बन गई
गणिका के खुल गए भाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

हरिश्चंद्र की बन गई मोरध्वज की बन गई
अर्जुन के खुल गए भाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

कागा से प्रभु हंस बनाते खुल जाएं 
भक्तों के भाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

Friday, February 5, 2021

मदन मोहन तेरे ऊपर - Madan Mohan Tere Upar - LYRICS-

मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे
किया बर्बाद है मुझको यही अर्जी लगाएंगे

गए थे आप मथुरा को लगाई प्रीत कुब्जा से
खबर मेरी नहीं लीनी यही अर्जी लगाएंगे
मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे

गए थे आप द्वारिका को महल सोने के बनवाए
हजारों रानियां ब्याही यही अर्जी लगाएंगे
मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे

महीने भर का नोटिस है अदालत में बुलाएंगे
गवाही देने को मोहन सभी सखियां बुलाएंगे
मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे

खड़े होंगे अदालत में आमने सामने दोनों
तू जग बीती सुनाएगा मैं खुद बीती सुनाऊंगी
मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे

मजिस्ट्रेट सामने होगा रजिस्टर हाथ में होगा
तू जाकर के बरी होगा जमानत हम कराएंगे
मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे
किया बर्बाद है मुझको यही अर्जी लगाएंगे

नैनन को नाय कुसूर - Nainan Ko Naay Kusoor - LYRICS-

नैनन को नाय कुसूर याद तेरी आवे रे सांवरिया
कल परसों की के गए सांवरिया 
तोकुं बरसों गए हैं बीत 
याद तेरी आवे रे सांवरिया

लकड़ी होय जाय काटती सांवरिया
मोप उमर न काटी जाय
याद तेरी आवे रे सांवरिया

सारी होय जाय फाड़ती सांवरिया
मोसे दिल न फाड़ो जाय 
याद तेरी आवे रे सांवरिया

राधा खड़ी खड़ी रोए रही सांवरिया
जाय लगो प्रेम को रोग
याद तेरी आवे रे सांवरिया
नैनन को नाय कुसूर याद तेरी आवे रे सांवरिया

Tuesday, February 2, 2021

खाली पिंजरा पड़ा रह जाएगा - Khali Pinjra Pada Reh Jayega - LYRICS-

खाली पिंजरा पड़ा रह जाएगा 
जब हंसा अकेला उड़ जाएगा

माटी के पुतले को क्या तू सजाए, 
मलमल के साबुन और तेल लगाए 
एक पल में बिगड़ सब जाएगा
जब हंसा अकेला उड़ जाएगा

छूटेगी दौलत खजाने की चाबी
भाई बहन पिता पुत्र नारी
फिर ऐसा समय नहीं आएगा
जब हंसा अकेला उड़ जाएगा

एक दिन तुम्हें जग से जाना पड़ेगा 
कर्मों का गट्ठर उठाना पड़ेगा
कोई प्रेमी साथ नहीं जाएगा
जब हंसा अकेला उड़ जाएगा

 खाली पिंजरा पड़ा रह जाएगा 
जब हंसा अकेला उड़ जाएगा

Monday, February 1, 2021

बारह महीने मैया कहीं पे - Barah Mahine Maiya Kahin Pe - LYRICS-

बारह महीने मैया कहीं पे तू रहना
नौ दिन हमारे घर रहना हमारी मैया

जाऊं बजरिया मैया बिंदिया ले आऊं
जाऊं बजरिया मैया सिंदूर ले आऊं
बिंदिया के आऊं मैया सिंदूर ले आऊं
नौ दिन मांग सजाना हमारी मैया
नौ दिन माथा सजाना हमारी मैया

बारह महीने मैया कहीं पे तू रहना
नौ दिन हमारे घर रहना हमारी मैया

( इसी प्रकार से आगे कहना है )