Wednesday, February 17, 2021

जलेबी चक्कर काट रही - Jalebi Chakkar Kaat Rahi- LYRICS-

जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

पहला बधाओ ससुर घर आयो
सासू चक्कर काट रही ससुर के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

दूजो बधायो जेठ घर आयो
जिठानी चक्कर काट रही जैठा के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

तीसरी बाधायो देवर घर आयो
देवरानी चक्कर काट रही देवर के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

चौथा badhaya ननदोई घर आयो
नन्द चक्कर काट रही ननदोई के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें


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