Sunday, February 14, 2021

सतगुरु रे मेरी रंग दो चुनरिया - Satguru Re Meri Rang Do Chunariya - LYRICS-

सतगुरु रे मेरी रंग दो चुनरिया
चुनरी ओढ़ में बागों में गई थी
मालिन पूछे रे सखी कहां से लाई चुनरी
मोल नाय मिलती उधारी नाय मिलती
सांझ सवेरे मैने करी है भक्ति
तब सतगुरु ने रंगी है चुनरिया

सक्किन, धोबिन, रानी, सखियां
कुओं, तालों, महलों, मंदिर
(इन्हीं शब्दों से भजन आगे बढ़ाना है)

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