खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो
ग्यारस करी थी नन्द रानी ने अंगना में खेलें कृष्ण मुरार
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो
ग्यारस करी थी धन्ना भगत ने भर गए उसके भंडार रे
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो
ग्यारस करी थी नरसी भगत ने चौकों पे आए भगवान
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो
ग्यारस करी थी मीरा बाई ने मिल गए कृष्ण मुरार रे
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो
No comments:
Post a Comment