Sunday, January 31, 2021

जब से सती ने छोड़ा - Jab Se Sati Ne Chhoda - LYRICS-

जब से सती ने छोड़ा शिव का ठिकाना
भूल गए भोले बाबा डमरू बजाना

मेरे पिता ने यज्ञ रचाया सबको बुलाया पर हमें ना बुलाया
जाएंगी जरूर मैने दिल में है ठाना, भूल गए...

बिना बुलाए जाते नहीं है जाते हैं तो मान पाने नहीं हैं
जाओगी तो पड़े न कहीं पछताना, भूल गए...

सब देवों के आसन लगे हैं मेरे पति का कोई आसन नहीं है, अग्नि में जलूंगी मैने में में है ठाना,  भूल गए...

कैलाश पर्वत पे शोर हुआ गई भोले बाबा को बड़ा क्रोध
हुए है हले वहां से जैसे पवन समाना,  भूल गए...

जहां जहां सती के अंग गिरे हैं वहां वहां सुंदर भवन बने हैं, चरणों में झुकता है सारा जमाना, भूल गए ...

नयन गिरे वहां नैना देवी मन गिरा वहां मनसा देवी
चिंतपूर्ण का देखो क्या है, नज़ारा भूल गए ...
जब से सती ने छोड़ा शिव का ठिकाना

कृष्ण भजन - अब ना छिपाऊंगी - Ab Na Chupaungi - LYRICS-

अब ना छिपाऊंगी सबको बताऊंगी
ग्वालों का है सरदार मेरा कृष्ण कनाहिया
अब ना छिपाऊंगी सबको बताऊंगी...

गोकुल में रहता है चीर चुराता है माखन चुराता है
चोरों का है सरदार मेरा कृष्ण कनहिया
अब ना छिपाऊंगी सबको बताऊंगी...

जमुना पे जाता है गेंद खेलता है नाग नथता है
नाग नथैया है मन एरा कृष्ण कानाहिया
अब ना छिपाऊंगी सबको बताऊंगी...

मधुवन को जाता है बंसी बजाता है रास रचात है
राधा से करता है प्यार मेरा कृष्ण कानहिया
अब ना छिपाऊंगी सबको बताऊंगी...

मथुरा को जाता है हाथी से लड़ता है, कंस पछाड़ा है
दुष्टों का करता संहार मेरा कृष्ण कनाहीया
अब ना छिपाऊंगी सबको बताऊंगी...

Friday, January 29, 2021

नस नस में भारी पीर (निर्गुण भजन) Nas Nas Me Bhari Peer - LYRICS-

 नस नस में भरी पीर सखी मेरो कैसे बखत कटेगो
मैंने पाई पाई जोड़ी बेटे को ब्याह करवायो
बहू आ गई बहू आ गई करियाधार 
मेरो कैसे बखत कटेगो

मैं आगे पीछे डोलूं वो मोहड़े से ना बोले
ना पूछे ना पूछे बात बुढ़ापे में
मेरो कैसे बखत कटेगो

मेरे चार चार बहू बेटा मेरे रोटी को भी टोटा
ना देवे ना देवें टूक बु ढापे में 
मेरो कैसे बखत कटेगो

मेरी राखी लाज काऊ ने मेरी पेंशन दई बंधवाई
रुपया को रुपया को के गए चोर
मेरो कैसे बखत कटेगो

मैं पेंशन ले के आयी बहू बेटा द्वार पे ठाडे
मां देदे मां दे दे कुनवे चार
मेरो कैसे बखत कटेगो

में सत्संग सुनने आयो बहनों से आई बतराई
तू लेले तू लेले हरि का नाम सखी 
तेरो ऐसे बखत कतेगो
नस नस में भरी पीर सखी मेरो कैसे बखत कटेगो


Wednesday, January 27, 2021

गुरु हमें भी बता दो - Guru Hame Bhi Bata Do - LYRICS-

गुरु हमें भी बता दो भगवान की गली
जहां छोटे बड़े सभी को जाना है वहीं
गुरु हमें भी बता दो भगवान की गली

यहां सोना चांदी माल खजाना तोलते रहे
जहां पाप पुण्य जायके तौलोगे वहीं
गुरु हमें भी बता दो भगवान की गली

यहां लड्डू पेडा दूध मलाई खाते रहे हम 
वहां यम की नार हम खाएंगे वहीं
गुरु हमें भी बता दो भगवान की गली

यहां जी भर के करी हमने चोरी चुगली
वहां जाके हिसाब बताएंगे सभी
गुरु हमें भी बता दो भगवान की गली

Tuesday, January 26, 2021

भटकता डोले काहे प्राणी - Bhatakta Dole Kahe Prani - LYRICS-

भटकता डोले काहे प्राणी चला आ प्रभु की तू शरण में बदल जाएगी  जिंदगानी।  भटकता डोले...

भटकता क्यों है मोह माया में  ये काया तेरी आनी जानी
भटकता डोले...

भटकना तेरा भक्ति पथ से तुझे प्रभु किरपा की है हानि
भटकता डोले...

भटकने वाले दुख पाते हैं अगर जीवन में हो नादानी
भटकता डोले...

करो नित प्रभु का सुमिरन रहे तेरे जीवन में खुशहाली
भटकता डोले...




Monday, January 25, 2021

लक्ष्मण की लागो वाण - Laxman Ke Lago Vaan - LYRICS-

लक्ष्मण के लागो वाण ओ वाण हनुमान संजीवन ले 
आयियों
तुम द्रोणागिरी पे जयियों और लौट शाम तक आ जइयों
और उदय न होने पाए हो पाये
हनुमान संजीवन ले आयियों

हम अवधपुरी को न जावे और काऊ ए मुख न दिखलावे
ये मन में ठानी बात हो बात
हनुमान संजीवन ले आयियों

हनुमान न दर लगाई है चल दिए समीर रघुराई है
द्रोणागिरी पहुंचे जाय हो जाय
हनुमान संजीवन ले आयियों

जब बूटी ढूंढ़ न पाई है तब पर्वत लियो उठाई है
रामादल पहुंचे जाय हो जाय
हनुमान संजीवन ले आयियों

लक्ष्मण को जियत निहारे हैं सेना में भाए जयकारे हैं
जय राम लखन हनुमान 
हनुमान संजीवन ले आए

जगत रखवाला हाय डमरू वाला - Jagat Rakhvala Hay Damroo vala - LYRICS-

जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू वाले के माथे चंदा विराजे,बहाए गंगधारा
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू वाले के कानों बिच्छू विराजे, लहराए नाग काला
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू वाले के हाथों त्रिशूल विराजे, गले में मुंडमाला
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू वाले के अंग भाभूती विराजे, पहने है मृगछाला
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू वाले के पैरों खड़ाऊ विराजे, चलत मतवाला
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू बले के संग गौरा विराजे, गोदी में गणपति लाला
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

डमरू वाले के पैरों खड़ाऊ विराजे, शरण में नंदीलाला
हाय डमरू वाला
जगत रखवाला हाय डमरू वाला

Saturday, January 23, 2021

लक्ष्मी के पति जग के स्वामी - Laxmi Ke Pati Jag Ke swami - LYRICS-

लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे

भाग्य ऋद्धि सिद्धि के खुल गए हैं
उन्हें गणपति वर मिल गए हैं,
जरा मंदिर में जाकर के देखो 
वो तो विघ्नों को हरते मिलेंगे
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे

भाग्य ब्रह्माणी के खुल गए हैं 
उन्हें ब्रह्मा जी वर मिल गए हैं 
ज़रा ब्रह्माण्ड में जाकर के देखो
वो तो सृष्टि रचते मिलेंगे
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे

भाग्य लक्ष्मी के खुल गए हैं 
उन्हें विष्णु  वर मिल गए हैं
जरा वैकुंठ में जाकर देखो
वो तो शंख बजाते मिलेंगे
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे

भाग्य गौरा के भी खुल गए हैं
उन्हें शंकर से वर मिल गए हैं
जरा कैलाश पे जाकर देखो
वो तो धूनी रमाए मिलेंगे
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे

भाग्य सीता के खुल गए हैं
उन्हें राम से वर मिल गए हैं
जरा अयोध्या में जाकर देखो
वो तो वचनों को निभाते मिलेंगे
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे

भाग्य रुकमिणी के खुल गए हैं
उन्हें कृष्ण से वर मिल गए हैं
जरा गोकुल में जाकर देखो
वो तो बंशी बजाते मिलेंगे
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे



मेरी तुलसा घनी गुणवान - Meri Tulsa Ghani Gunvan - LYRICS-

मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे

जो तुलसा को बिड़ला लगाए वाको फले फूले परिवार
मैं वारी जाऊं तुलसा पे
मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे

जो तुलसा को चीर उढावे वको अमर रहे सुहाग
मैं वारी जाऊं तुलसा पे
मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे

जो तुलसा पे दिया जलावे वाको घर उजियारा होय
मैं वारी जाऊं तुलसा पे
मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे

जो तुलसा को भोग लगावे वाले अन्न धन भरे भंडार
मैं वारी जाऊं तुलसा पे
मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे

जो तुलसा को ब्याह करावे वाको बैकुंठ वासो होय
मैं वारी जाऊं तुलसा पे
मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे

Wednesday, January 20, 2021

काऊ दिन पाले सुआ - Kaau Din Pahle Sua - LYRICS-

काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे

इन बेटन को गर्व मत करियों गर्व मत करियों
काऊ दिन बेटा बहू के है जाएंगे
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे

इन बहुअन को गर्व मत करिओ गर्व मत करियों
काऊ दिन बहुएं पड़ोसन बन जाएंगी
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे

इन बेटिन को गर्व मत करियों गर्व न करियों
काऊ दिन आंवें जमाई ले जाएंगे
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे

जा काया को गर्व न करियों गर्व मत करियों
काऊ दिन काया माटी में मिल जाएगी
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे

जा माया को गर्व मत करियों गर्व मत करियों
काऊ दिन आंवे कर ले जाएंगे
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे

Monday, January 18, 2021

अरे क्या गाड़ी हो गई लेट - Are Kya Gadi Ho Gayi Late - LYRICS-

अरे क्या गाड़ी हो गई लेट मेरे बालाजी न आए
मेरे बालाजी न आए मेरे बालाजी न आए
अरे क्या गाड़ी हो गई लेट मेरे बालाजी न आए

सोने की थाली में भोजन परोसा, अरे क्या जैंवत हो गई देर  मेरे बालाजी न आए
अरे क्या गाड़ी हो गई लेट मेरे बालाजी न आए

सोने को लोटा गंगाजल पानी, अरे क्या पीबत हो गई देर
मेरे बालाजी न आए
अरे क्या गाड़ी हो गई लेट मेरे बालाजी न आए

पान पचासी के बीड़े लगाए, अरे क्या चाबत हो गई देर
मेरे बालाजी न आए
अरे क्या गाड़ी हो गई लेट मेरे बालाजी न आए

चुन चुन फूलों की सेज बिछाई अरे क्या सोबत हो गई देर
मेरे बालाजी न आए
अरे क्या गाड़ी हो गई लेट मेरे बालाजी न आए

Sunday, January 17, 2021

बालू मिट्टी के बनाए - Balu Mitti Ke Banaye - LYRICS-

बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके

पहला वर जो मांगा सिया ने वर दीने भगवान
मिले मिले रे कौशल्या जैसी सास ससुर राजा दशरथ से
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके

दूजा वर जो मांगा सिया ने वर दीना भगवान 
मिले मिले रे शिवशंकर जैसे जेठ जितनी गौरा पार्वती
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके

तीजा वर जो मांगा सिया ने वर दीना भगवान
मिले मिले रे सुभद्रा जैसी नन्द ननदोई राजा अर्जुन से
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके

चौथा वर जो मांगा सिया ने वर दीना भगवान
मिले मिले रे पति श्री राम देवर भैया लक्ष्मण से
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके

Saturday, January 16, 2021

ले चलो अपनी डगरिया - Le Chalo Apni Dagariya- LYRICS-

ले चलो अपनी डागरिया राधा के सांवरिया
सिर पर घड़ा घड़े पर गगरी  लचकत जावे कमरिया
राधा के सांवरिया
ले चलो अपनी डागरिया राधा के सांवरिया

तेरी मेदी गालियां रोज को चलवो भूल न जाऊं डागरिया
राधा के सांवरिया
ले चलो अपनी डागरिया राधा के सांवरिया

ऊंची नीची सीढ़ियां रोज को चढ़वो लचकत जावे चुनरिया 
राधा के सांवरिया
ले चलो अपनी डागरिया राधा के सांवरिया

ऊंची अटा सीढ़ी को चढ़वो लचकट जावे कमरिया
राधा के सांवरिया
ले चलो अपनी डागरिया राधा के सांवरिया

काली काली घटा उठी है जैसे बदल में तड़पे बिजुरिया
राधा के सांवरिया
ले चलो अपनी डागरिया राधा के सांवरिया

मानो बात हमारी - Mani Baat Hamari - LYRICS-

मानो बात हमारी वन को मत जाओ जनकदुलारी
वन को मत जाओ जनकदुलारी
मानो बात हमारी वन को मत जाओ जनकदुलारी

पैदल पैदल सिया चलना पड़ेगा वहां नाय मोटर गाड़ी
वन को मत जाओ जनकदुलारी
मानो बात हमारी वन को मत जाओ जनकदुलारी

कंद मूल फल खाने पड़ेंगे नाय वहां रोटी तरकारी
वन को मत जाओ जनकदुलारी
मानो बात हमारी वन को मत जाओ जनकदुलारी

धरती पे सिया सोना पड़ेगा नाय वहां मिले चारपाई
वन को मत जाओ जनकदुलारी
मानो बात हमारी वन को मत जाओ जनकदुलारी



Thursday, January 14, 2021

मैं तो बैठ गई - Mai To Baith Gayi - LYRICS-

मैं तो बैठ गई सतगुरु बिना टिकट गाड़ी में

पहली अवस्था बचपन आया गोदी में खेल रही
सतगुरु बिना टिकट गाड़ी में

दूजी अवस्था आई जवानी मस्ती में डूब रही
सतगुरु बिना टिकट गाड़ी में

तिजी अवस्था आया रे बुढ़ापा टीटी ने पकड़ लई
सतगुरु बिना टिकट गाड़ी में

धर्मराज मेरा लेखा मांगे अब न बचने की
सतगुरु बिना टिकट गाड़ी में

माला नहीं फेरी मैंने गुरु न बनाया कुंआ में पटक दयि
सतगुरु बिना टिकट गाड़ी में

सुन बरसाने वारी - Sun Barsane Vari - LYRICS-

सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी
तेरी पायलिया पे बाजे मुरलिया छम छम नाचे गिरधारी
ग़ुलाम तेरी बनवारी
सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी

चंदा से मुखड़े पे बड़ी बड़ी अंखियां कट लटके घुंघराली
ग़ुलाम तेरी बनवारी
सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी

बड़ी बड़ी आंखों में झीनों झीनो कजरा घायल कुंजबिहारी
ग़ुलाम तेरी बनवारी
सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी

वृंदावन का राजा होकर छाछ पे नाचे बिहारी
ग़ुलाम तेरी बनवारी
सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी

वृंदावन की कुंज गलिन में रास रचाए गिरधारी
ग़ुलाम तेरी बनवारी
सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी

कदम की दार पे झूला पड़ो है झोंटा देवे बनवारी
ग़ुलाम तेरी बनवारी
सुन बरसाने वारी ग़ुलाम तेरी बनवारी

Wednesday, January 13, 2021

बहू री मेरी गाड़ी आ गई - Bahu Ri Meri Gadi Aa Gayi - LYRICS-

बहू री मेरी गाड़ी आ गई सत्संग में जाऊंगी जरूर

बहू री नेक चाय बना दे सत्संग की कर दे आनेठ
सास तुम्हें दूध पिलाए दूं सत्संग में जाऊंगी जरूर

बहू नेक तातो पानी कर से सत्संग की कर दो एनेठ
सास तुम्हें उबट नहला दूं सत्संग में जाऊंगी जरूर

बहू नेक रोटी बना दे सत्संग की कर दो अनेथ
सास तुम्हें हलवा बना दूंसत्संग में जाऊंगी जरूर

बहू नेक खाट बिछा दे सत्संग की कर दो आनेथ
सास तुम्हारे पैर दबा दूं सत्संग में जाऊंगी जरूर

बहू नेक पीछे देखो दर पे तो आए भगवान
भक्त तुमने सेवा करी है दर्शन को आए भगवान

Tuesday, January 12, 2021

कब आओगे श्याम तुम - Kab Aaoge Shyam Tum - LYRICS-

कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

नंदबाबा तुम्हे पुकार रहे कान्हा वाट तुम्हारी देख रहे
क्या लाड़ लड़ान भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

मां यशोदा तुम्हें बुला रही कान्हा वाट तुम्हारी देख रही
क्या माखन चुराना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

कान्हा ग्वाले तुमको बुला रहे वो वाट तुम्हारी देख रहे
क्या गेंद खेलना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

कान्हा गायियां तुमको बुला रही को बाट तुम्हारी देख रही
क्या गाएं चराना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

कान्हा गोपियां तुम्हें बुला रही को बाट तुम्हारी देख रही
क्या रास रचाना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

कान्हा राधा तुम्हें बुला रही को बाट तुम्हारी देख रही
क्या बंसी बजाना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन 

Monday, January 11, 2021

झूले पार्वती जगदम्बा - Jhule Parvati Jagdamba - LYRICS-

झूले पार्वती जगदम्बा झुलावे शंकर त्रिपुरारी
शंकर त्रिपुरारी झुलावे शंकर त्रिपुरारी

पार्वती बोली शंकर से अरज सुनो मेरी 
सावन की रुत आ सदाशिव छाई घटा प्यारी
झूले पार्वती जगदम्बा झुलावे शंकर त्रिपुरारी

गोकुल में राधा के संग में झूले बनवारी
तुम तो नाथ मेरे कभी न झूले भोला भंडारी
झूले पार्वती जगदम्बा झुलावे शंकर त्रिपुरारी

सर्पों की प्रभु डोर बनाई कल्पतरु की डाली
उस झूले में झूले भवानी शोभा अति प्यारी
झूले पार्वती जगदम्बा झुलावे शंकर त्रिपुरारी

सारा मंडल इस छवि ऊपर पल पल बलिहारी
भक्त कहें प्रभु दर्शन दे दो आस लगी भारी
झूले पार्वती जगदम्बा झुलावे शंकर त्रिपुरारी

Saturday, January 9, 2021

तेरे जीवन के दिन चार - Tere Jeevan Ke Din Chaar - Lyrics-

तेरे जीवन के दिन चार हो चार मत फंसे सहेली माया में

जब प्राण निकाल तेरे जाएंगे तब कोई काम न आएंगे
धरती पे हो धरती पे देंगे लिटाए लिटाए
मत फंसे सहेली माया में

तेरी डोली खूब सजाएंगे तोय लाल चुनरिया उधाएंगे
तोए के जाएं चार कहार  कहार
मत फंसे सहेली माया में

तेरे संगी साथी आएंगे तेरा माल लूट ले जाएंगे
तेरे जेवर लेंगे उतार उतार
मत फंसे सहेली माया में

शमशान घाट के जाएंगे लकड़ी से चिता बनाएंगे
अग्नि में देंगे जलाय जलाए
मत फंसे सहेली माया में



Friday, January 8, 2021

राधा पूछ रही कान्हा से - Radha Poochh Rahi Kanha Se - LYRICS-

राधा पूछ रही कान्हा से नेम बेटा दो ग्यारास को
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

पहली सेवा मात पिता की पालन तुम करना
उनके दूध की लाज रखना ध्यान दिया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

दूजो सेवा सास ससुर की तुम निभा लेना
चरणों की सेवा में मेवा ध्यान दिया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

तीजी सेवा पति अपने की तुम निभा लेना
पहले भोजन पति अपने को पीछे तुम करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

चौथी सेवा गौ माता की तुम करती रहना
सबसे पहली रोटी गौ की नियम बना लेना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

पांचवीं सेवा बहन भांजी आदर तुम करना
सुख दुख की बतलाए उनका मान किया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

छठी सेवा साधु संत की चरण धूल देना
भूखे को भोजन प्यासे को पानी ध्यान दिया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

ग्यारस बरती रहकर द्वादश भोजन करना
पहले ब्राह्मण भोग लगाएं दक्षिणा दे देना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

Thursday, January 7, 2021

मन रहता उदास कान्हा - Man Rehta Udas Kanha - LYRICS-

मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो हमारी हालत कोई पूछे न हाल तेरे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो हमारी आंखें हुईं रो रो के लाल तेरे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो तुम्हारी ये गऊएं ये खाती न घास तेरे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो तुम्हारे बछड़े ये पर न दूध तुम्हारे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

हम तेरे चरणों की धूल - Ham Tere Charnon Ki Dhul - LYRICS-

हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी

जब गुरुजी मेरे सड़कों पे उतरे उड़ गई सड़कों की धूल
गुरुजी,   हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी


जब गुरुजी मेरे बागों में पहुंचे खिल गए बागों के फूल
गुरुजी,   हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी


जब गुरुजी मेरे तालों पे आए सूखे ताल भर आए गुरुजी
हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी

जब गुरुजी मेरे भंडारे में आए अमृत बन गई खीर गुरुजी
हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी

Wednesday, January 6, 2021

तुलसा कर आईं चारों धाम - Tulsa Kar Aai Chaaron Dham - LYRICS-

 तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम
 
पहले विश्राम वाने हरिद्वार में लियो जहां पर हरि करें स्नान तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

दूजो विश्राम वाने गोवर्धन में लियो जहां पर कान्हा
गिरवर उठाए तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

तीजो विश्राम वाने बंसिवट पे लियो जहां पर कान्हा बंसी बजाएं तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

चौथा विश्राम वाने मधुवन में लियो जहां पर कान्हा रास रचाए तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

पांचवां विश्राम वाने वृंदावन में लियो वहां पे मिल गए 
सालिग्राम तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

Tuesday, January 5, 2021

धरती से गगन तक ढूंढा - Dharti Se Gagan Tak Dhoondha - LYRICS-

धरती से गगन तक ढूंढा रे मेरा श्याम न जाने किधर गया

गंगा में ढूंढा यमुना में ढूंढा ढूंढा सरयू के तीर रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

चंदा में ढूंढा सूरज में ढूंढा ढूंढा तारों के बीच रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

मंदिर में ढूंढा गुरुद्वारे में ढूंढा ढूंढा चारो धाम रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

मथुरा में ढूंढा गोकुल में ढूंढा ढूंढा गोकुल नगरिया रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

ऋषियों ने से ढूंढा सतगुरु में ढूंढा ढूंढा सारे भक्तों में
मेरा श्याम न जाने किधर गया

Monday, January 4, 2021

सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए - Suhagan Ko N Kuchh Chahiye - LYRICS-

सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

कोई मांगे सोना कोई चांदी मां कोई चांदी मां
न सोना न चांदी न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
मां मांग का सिंदूर अमर चाहिए अमर चाहिए
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

कोई मांगे बंगला कोई गाड़ी मां कोई गाड़ी मां 
कोई मांगे दौलत कोई शोहरत मां कोई शोहरत मां
न बंगला न गाड़ी न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
मां जीवन का साथी अमर चाहिए अमर चाहिए
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

कोई मांगे महल दुमहला ओ मां  दूमहला ओ मां
कोई मांगे आभूषण गहना ओ मां गहना ओ मां
न महल दुमहला न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिये
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए


कोई मांगे बेटी कोई बेटा मां कोई बेटा मां
बेटी और बेटा चाहिए सारा परिवार सुखी चाहिए 
सुखी चाहिए
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

Sunday, January 3, 2021

मिट्टी का खिलौना मिट्टी में मिल जाएगा - Mitti Ka Khilona Mitti Me Mil Jayega -LYRICS

माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा
मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या कहता है बेटा बेटा किसी दिन ये बेटा बहू का हो जाएगा,    मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या कहता है बहू बहू किसी दीन बहू ये पड़ोसन बन 
जाएगी,    मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या कहता है बेटी बेटी आएंगे जमाई बेटी को के जाएंगे
मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या करता है कोठी बंगले सब कुछ यहीं पड़ा रह जाएगा
मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

Saturday, January 2, 2021

आनंद छायो जनक नगरिया - Anand Chhayo Janak Nagariya - LYRICS-

आनंद छायो जनक नगरिया कैसे सपरी
कैसे सप्री ओ रामा कैसे सापरी

सीता बेटी भाई सयानी राजा को चिंता भारी 
देश देश में खबर भेज दी भूप जुरे आती भारी
सुनके राजा की खबरिया कैसे सपरि
आनंद छायो जनक नगरिया कैसे सपरी

भरी सभा में राजाजी ने ऐसा वचन सुनायो
जो कोई धनुष तोड़ दे मेरी होय वीर को जायो
सब गई रावण की उंगलियां कैसे सप री
आनंद छायो जनक नगरिया कैसे सपरी

गुरु की आज्ञा मान राम ने लीनो धनुष उठाई
तोड़ो धनुष राम ने पल में सीताजी मुसकाई
लड़ गई नैनों से नजरिया  कैसे सप्रि
आनंद छायो जनक नगरिया कैसे सपरी

लेके माला सीताजी ने गले राम के डाली
सारे देव फूल बरसावें खुशी हुए नार नारी
पड़ गईं राम से भंवरिया कैसे सपरी
आनंद छायो जनक नगरिया कैसे सपरी



Friday, January 1, 2021

गुरुजी मुझे इतना देदो ज्ञान - Guruji Mujhe Itna Dedo Gyan - LYRICS-

गुरुजी मुझे इतना देदो ज्ञान मेरा मन भक्ति में न लगता

पहला ज्ञान मेरी आंखों में देना गुरुजी मेरी आंख हुई शैतान,     मेरा मन भक्ति में न लगता

दूजा ज्ञान मेरे कानी को देना ये न सुनते तेरा ज्ञान
मेरा मन भक्ति में न लगता

टीका ज्ञान मेरी जिहव्या को देना गुरुजी ये न करती तेरा
सुमिरन,    मेरा मन भक्ति में न लगता

चौथा ज्ञान मेरे हाथों को देना गुरुजी ये न करते दान
मेरा मन भक्ति में न लगता

पांचवां ज्ञान मेरे पैरों को देना गुरु ये न आते तेरे दरबार
मेरा मन भक्ति में न लगता