जब गुरुजी मेरे सड़कों पे उतरे उड़ गई सड़कों की धूल
गुरुजी, हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी
जब गुरुजी मेरे बागों में पहुंचे खिल गए बागों के फूल
गुरुजी, हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी
जब गुरुजी मेरे तालों पे आए सूखे ताल भर आए गुरुजी
हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी
जब गुरुजी मेरे भंडारे में आए अमृत बन गई खीर गुरुजी
हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी
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