पहला वर जो मांगा सिया ने वर दीने भगवान
मिले मिले रे कौशल्या जैसी सास ससुर राजा दशरथ से
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके
दूजा वर जो मांगा सिया ने वर दीना भगवान
मिले मिले रे शिवशंकर जैसे जेठ जितनी गौरा पार्वती
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके
तीजा वर जो मांगा सिया ने वर दीना भगवान
मिले मिले रे सुभद्रा जैसी नन्द ननदोई राजा अर्जुन से
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके
चौथा वर जो मांगा सिया ने वर दीना भगवान
मिले मिले रे पति श्री राम देवर भैया लक्ष्मण से
बालू मिट्टी के बनाए भोलेनाथ च्ढाऊं लोटा जल भरके
Nice 🙏
ReplyDelete