Tuesday, January 26, 2021

भटकता डोले काहे प्राणी - Bhatakta Dole Kahe Prani - LYRICS-

भटकता डोले काहे प्राणी चला आ प्रभु की तू शरण में बदल जाएगी  जिंदगानी।  भटकता डोले...

भटकता क्यों है मोह माया में  ये काया तेरी आनी जानी
भटकता डोले...

भटकना तेरा भक्ति पथ से तुझे प्रभु किरपा की है हानि
भटकता डोले...

भटकने वाले दुख पाते हैं अगर जीवन में हो नादानी
भटकता डोले...

करो नित प्रभु का सुमिरन रहे तेरे जीवन में खुशहाली
भटकता डोले...




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