नंदबाबा तुम्हे पुकार रहे कान्हा वाट तुम्हारी देख रहे
क्या लाड़ लड़ान भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन
मां यशोदा तुम्हें बुला रही कान्हा वाट तुम्हारी देख रही
क्या माखन चुराना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन
कान्हा ग्वाले तुमको बुला रहे वो वाट तुम्हारी देख रहे
क्या गेंद खेलना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन
कान्हा गायियां तुमको बुला रही को बाट तुम्हारी देख रही
क्या गाएं चराना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन
कान्हा गोपियां तुम्हें बुला रही को बाट तुम्हारी देख रही
क्या रास रचाना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन
कान्हा राधा तुम्हें बुला रही को बाट तुम्हारी देख रही
क्या बंसी बजाना भूल गए
कब आओगे श्याम तुम वृंदावन
No comments:
Post a Comment