Saturday, February 6, 2021

संतन के संग लाग रे - santan ke sang laga re - LYRICS-

संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

नरसी की बन गई सुदामा की बन गई 
मीरा के खुल गए भाग रे,   तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

ध्रुव की बन गई प्रहलाद की बन गई
गणिका के खुल गए भाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

हरिश्चंद्र की बन गई मोरध्वज की बन गई
अर्जुन के खुल गए भाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

कागा से प्रभु हंस बनाते खुल जाएं 
भक्तों के भाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 
संतन के संग लाग रे,  तेरी बिगड़ी बनेगी 

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