Tuesday, May 31, 2022

ठाकुर जी तेरी सेवा - Thakur Ji Teri Seva - LYRICS-

ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

कहां से लाऊं गंगा कहां से लाऊं जमुना
कहां से लाऊं सरयू का नीर भरी रे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे


कहां से लाऊं फूल कहां से लाऊं कलियां
कहां से लाऊं फूलों का हार भरी रे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

कहां से लाऊं माखन कहां से लाऊं मिश्री 
कहां से लाऊं दहिया की मटकी भरीरे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

कहां से लाऊं ललिता कहां से लाऊं राधा
कहां से लाऊं रुक्मिणी सुहाग भरी रे
ठाकुर जी तेरी सेवा हम पे न बनी रे

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