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Monday, June 12, 2023

राखो लाज हमारी - Rakho Laaj Hamari - LYRICS -

राखो लाज हमारी ओ सतगुरु राखो लाज हमारी

पहले पुजत थे देवी देवता अब पुज रही है कलारी
राखो लाज हमारी ओ सतगुरु राखो लाज हमारी

पहले पुजत थे बाप महतारी अब पुज रही घरवारी
राखो लाज हमारी ओ सतगुरु राखो लाज हमारी

पहले पुजत थी बहन भांजी अब पुज रही है सारी
राखो लाज हमारी ओ सतगुरु राखो लाज हमारी

Tuesday, April 18, 2023

बधाई हो बधाई - Badhai Ho Badhai - LYRICS -

बधाई हो बधाई मैं तो ढोलक चिमटा लाई
मैंने न्योता दिया भगवान को

पहला न्योता मैने गणपति को दिया, वो तो दौड़े चले आए
संग में रिद्धि सिद्धि लाए,   मैंने न्योता...

दूजा न्योता मैने ब्रह्मा जी को दिया वो तो दौड़े चले आए
संग में ब्रह्ममणि को लाए,   मैंने न्योता...

तीजा न्योता मैने विष्णु जी को दिया वो तो दौड़े चले आए
संग में लक्ष्मी जी को लाए,  मैंने न्योता...

चौथा न्योता मैने भोले जी को दिया वो तो दौड़े चले आए
संग में गौरा जी को लाए, मैने न्योता...

पांचवां न्योता मैने राम जी को दिया वो तो दौड़े चले आए
संग में सीता जी को लाए, मैने न्योता...

छठवां न्योता मैने कान्हा जी को दिया वो तो दौड़े चले आए
संग में राधा जी को लाए  मैंने न्योता...

सातवां न्योता मैंने सदगुरु जी को दिया वो तो दौड़े चले आए
संग में सारे भक्तों को लाए, मैने न्योता...

Tuesday, October 25, 2022

तरेगा वही जिसके मन में - Tarega Vahi Jiske Man Me - LYRICS -

तरेगा वही जिसके मन में हरी है
मन में हरी है जिसके मन में हरी है तरेगा वही...

गंगा नहाने से कौन कौन तर गया, मछली क्यों न तर गई
जिसका गंगा में घर है तरेगा वही...

चंदन लगाने से कौन कौन तर गया, सर्प क्यों न तर गया जिसका चंदन में घर है तरेगा वही...

फूल चढ़ाने से कौन कौन तर गया, भंवरा क्यों न तर गया
जिसका फूलों में ही घर है तरेगा वही...

भोग लगाने से कौन कौन तर गया, मक्खी क्यों न तर गई
जिसका मीठे में घर है तरेगा वही...

पूजा करने से कौन कौन तर गया, पंडित क्यों न तर गया
जिसका मंदिर में घर है तरेगा वही...

Sunday, September 11, 2022

मेरी पांचों उंगलियां - Meri Paanchon Ungaliya - LYRICS -

मेरी पांचों उंगलियां बड़े काम की जय बोलो सीताराम की
जय बोलो सीताराम की जय बोलो राधेश्याम की
मेरी पांचों उंगलियां बड़े काम की जय बोलो सीताराम की

पहली उंगलियां ने मुंदरी पहनी, याने मुंदरी पहनी राम नाम की
जय बोलो सीताराम की

दूजी उंगलियां ने रोली लगाई, याने रोली लगाई राम नाम की
जय बोलो सीताराम की

तीजी उंगलियां ने माला फेरी याने माला फेरी हरी नाम की
जय बोलो सीताराम की

चौथी उंगलियां ने राह दिखाई याने राह दिखाई चारों धाम की
जय बोलो सीताराम की

पांचवे अंगूठे ने चुटकी बजाई याने चुटकी बजाई हनुमत नाम की  जय बोलो सीताराम की


छठवीं हथेली ने ताली बजाई याने ताली बजाई सत्संग की
जय बोलो सीताराम की

Friday, February 11, 2022

छोड़ो सब काम चलो -- Chhodo Sab Kaam Chalo - LYRICS-

छोड़ो सब काम चलो री सत्संग में
अंत समय में चले न कोई संग में

वा सत्संग में गणपति जी आए
गणपति जी आए संग रिद्धि सिद्धि लाए
ले के उनका नाम रंगो री उनके रंग में


इसी प्रकार से भजन को आगे बढ़ाना है


Friday, August 27, 2021

घर धंधे में फांसी बाबरी - Ghar Dhandhe Me Fansi Babri - LYRICS-

घर धंधे में फंसी बाबरी तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर आंख मिली है दर्शन तक न करे बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर कान दिए हैं सत्संग तक न सुनो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितनी सुंदर जिव्हा दी है सुमिरन तक न करो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर हाथ दिए हैं दान तक न किया बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर पैर दिए हैं मंदिर तक न गई बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे