Friday, August 27, 2021

घर धंधे में फांसी बाबरी - Ghar Dhandhe Me Fansi Babri - LYRICS-

घर धंधे में फंसी बाबरी तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर आंख मिली है दर्शन तक न करे बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर कान दिए हैं सत्संग तक न सुनो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितनी सुंदर जिव्हा दी है सुमिरन तक न करो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर हाथ दिए हैं दान तक न किया बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर पैर दिए हैं मंदिर तक न गई बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

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