नन्द के घर में बजे बधाई नाचें गावे गीत लुगाई
ए जी मच रहा अब तो शोर हां शोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में
बादल बरसे बिजली कड़की बासदेव का कलेजा धड़के
बरसे घटा घनघोर हो घोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में
मात यशोदा को सब कुछ मिल गया नन्द बाबा का दिल
भी खिल गया को आ गए नन्द किशोर किशोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में
मुख चूमें कभी लाड़ लड़ावे मन में यशोदा फूली न समावे
हुए शुभ कर्मन का जोर हो जोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में
अब तो री सखियों बज गए बारह आ गया प्यारा नन्द दुलारा देखो हो गई ब्रज में भोर हो भोर
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