ताजे पानी की भरी बाल्टी, नहावे न श्याम राधा रानी बिना मेरी...
पाट पीताम्बर तसरी की धोती, पहने न श्याम राधा रानी बिना मेरी...
घिस घिस चंदन भरी कटोरी, तिलक न लेंवें श्याम राधा के बिना मेरी...
माखन मिश्री की भरी कटोरी भोग न लेवें श्याम राधा के बिना मेरी ...
छप्पन भोग छत्तीसों व्यंजन जेंवें न श्याम तुलसा के बिना
मेरी सूख ...
No comments:
Post a Comment