Wednesday, November 18, 2020

मेरे सदगुरु दिन दयाल काग को - Mere Sadguru Deen Dayal Kaag Ko -LYRICS

मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं

भरा यहां भक्ति का भंडार लगा यहां सतगुरु का दरबार
शब्द अनमोल सुनाते हैं में का भरम मिटाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हैं बनाते हैं

सतगुरु देते सत का ज्ञान जीव में हो इश्वर का ध्यान
वो अमृत खूब पिलाते हैं वो में की प्यास बुझाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं

गुरुजी लेते नहीं कुछ दान वो खुद ही रखते भक्तों का ध्यान, वी अपना मान लुटाते हैं सभी का कष्ट मिटाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं

करो सब गुरु चरणों का ध्यान ये करते तुमसे भक्त बयान
सारा दुख गुरुजी मिटाते हैं कि भव से पार लगाते हैं
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं


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