Monday, November 16, 2020

लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी - Lagi Hai Preet Nibhani Padegi - LYRICS-

लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी, अब छोड़ोगे पिया बुरी पड़ेगी
अब तो गले से लगानी पड़ेगी, लगी है...
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

आस पास मेरी सौतन के खाने बीच में थाली हमारी लगेगी,  अब छोड़ोगे...
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

आस पास मेरी सौतन के लोटे बीच में बोतल हमारी लगेगी,  अब छोड़ोगे...
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

आस पास मेरी सौतन के बिस्तर बीच में तकिया हमारी
लगेगी, अब छोड़ोगे....
लगी है प्रीत निभानी पड़ेगी...

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