ज्ञान की बात बताऊं बहन हृदय में रख लेना
सो ओ अबेरी उठो सबेरी काम करो सब घर को
बहन यही भजन हरि को है
नहाय धोय के भोजन बनाओ पेट भरो सब घर को
बहन यही भजन हरि को है
सास ससुर की सेवा करना बुरे वचन मत कहना
बहन यही भजन हरि को है
पति अपने की सेवा करना पति धर्म को निभाना
बहन यही भजन हरि को है
सास ननद के संग जब जाना पीछे पीछे चलना
बहन यही भजन हरि को है
हंसी मसखरी काऊ से न करना बेटा हो चाहे ससुर का(देवर)
बहन यही भजन हरि को है
No comments:
Post a Comment