तेरे रंग में रंग गई सांवरे मैने छोड़ दिया घर बार
दासी अपनी राख ले
न कोठी बंगला मांगती न मांगूं मोटर कार
दासी अपनी राख ले
यहां जीते जी का नाता है सब मतलब का संसार
दासी अपनी राख ले
तुझे बालापन से पूजती तू कर दे भव से पार
दासी अपनी राख ले
तेरे रंग में रंग गई सांवरे मैने छोड़ दिया घर बार
दासी अपनी राख ले
न कोठी बंगला मांगती न मांगूं मोटर कार
दासी अपनी राख ले
यहां जीते जी का नाता है सब मतलब का संसार
दासी अपनी राख ले
तुझे बालापन से पूजती तू कर दे भव से पार
दासी अपनी राख ले
छीन लिया मेरा भोला सा मन मेरो राधारमण मेरो राधारमण
गोकुल का ग्वाला वो बृज का बसइया
सखियों का मोहन और मां का कनहिया
भक्तों का जीवन और निर्धन का धन
मेरो राधारमण मेरो राधारमण
जमुना के जल में वहीं श्याम खेलें
लहरों में उछलें और करते किलोलें
बिछुड़न कभी और कभी हो मिलन
मेरो राधारमण मेरो राधारमण
जाकर के देखो मंदिर के अंदर
हर घर में देखो वहां श्याम सुंदर
कुंडल हलन और तिरछी चलन
मेरो राधारमण मेरो राधारमण
फूल कमलों से निकले गणेश ललना
वो तो ब्रह्मा एल आए सोने का पालना
ब्रह्ममानी झुलावे हंसे ललना
फूल कमलों से निकले गणेश ललना
वो तो विष्णु के आए सोने का पालना
लक्ष्मी जी झुलावे हंसे ललना
फूल कमलों से निकले गणेश ललना
वो तो रामजी ले आए सोने का पालना
सीता जी झुलावे हंसे ललना
फूल कमलों से निकले गणेश ललना
वो तो कान्हा ले आए सोने का पालना
राधाजी झुलावे हंसे ललना
फूल कमलों से निकले गणेश ललना
भोले जी ले आए सोने का पालना
गौरा मैया झुलावे हंसे ललना
फूल कमलों से निकले गणेश ललना
मन बस गयो नंदकिशोर बुला लो वृंदावन में बुला लो वृंदावन में
सौंप दिया अब जीवन तुमको, काई विधि मोहन रखो हमको
हम आन पड़े तेरे द्वार बुला लो...
मन बस गयो नंदकिशोर बुला लो वृंदावन में बुला लो वृंदावन में
वृंदावन की धूल बना लो जमुना जी का घाट बना लो
में तो सेवा करूं हाथ जोड़ बुला लो...
मन बस गयो नंदकिशोर बुला लो वृंदावन में बुला लो वृंदावन में
तन मन धन सब अर्पण करूंगी नौकर बन तेरी सेवा करूंगी
मैं तो दर्शन करूंगी उठ भोर बुला लो...
मन बस गयो नंदकिशोर बुला लो वृंदावन में बुला लो वृंदावन में
एक अरज प्रभु हमारी तुमसे मुझे नहीं जाना कहीं और
बुला लो...
मन बस गयो नंदकिशोर बुला लो वृंदावन में बुला लो वृंदावन में
जब निकले कनहिया मेरी सांस re चले आना मुरारी मेरे पास re
अंत समय जब आए मेरा बाबा तू मेरे पास हो
मेरे सिर पे हाथ हो तेरा निकले मेरी सांस हो
जब निकले कनहिया मेरी सांस re चले आना मुरारी मेरे पास re
तू ही राम है तू ही कृष्ण है कलयुग का अवतार है
मेरे सामने आए जब तू नीले पे असवार हो
जब निकले कनहिया मेरी सांस re चले आना मुरारी मेरे पास re
मांग रहा हूं तुमसे बाबा इतनी सांसे दे देना तू
इस दुनिया से जाते जाते एक भजन सुन लेना तू
जब निकले कनहिया मेरी सांस re चले आना मुरारी मेरे पास re
बाबा बाबा मैं बोलूंगा बेटा बेटा कहना तू
बनवारी बस आखिरी दम तक मेरे पास ही रहना तू
जब निकले कनहिया मेरी सांस re चले आना मुरारी मेरे पास re
तेरे बिन सतगुरु हमारा कोई, हमारा नहीं है कोई हमारा नहीं है कोई तेरे बिन...
गंगा किनारे एक छोटी सी बगिया, खिल रहे फूल तुड़ैया नहीं है कोई तेरे बिन...
गंगा किनारे एक भूरी सी गैया, दे रही दूध पिबैया नहीं है कोई
तेरे बिन...
गंगा किनारे एक छोटी सी कन्या, पढ़ रही वेद सुनैया नहीं है कोई तेरे बिन...
गंगा किनारे एक छोटा सा मंदिर, जल रही जोत पुजारी नहीं है कोई तेरे बिन...