Tuesday, January 7, 2020

Ek Din Kanha Shor Machye-Lyrics

एक दिन कान्हा शोर मचाएं पेट पकड़ चिल्लाए
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है
भामा रुक्मिणी समझ न पाएं कैसे रोग मिटाए
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है

पूछे है दोनों रानी पीड़ा मिटेगी कैसे सांवरे
नैनो में भर के पानी बोले बचूं न मै तो आज रे
चरणों को धोकर जल लाओ लेकर मुझे पिलाओ
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है
ऐसा ना होगा हमसे कहने लगीं वो दोनो रानियां
पैरों को धोकर अपने कैसे पिलादें भला पनियां
जब तक सूरज चांद फलक पे रहेगा वास नरक में
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है
नारद से बोले कान्हा अब तो हुआ है बुरा हाल रे
राधा से जाके का दो अपने कनाही को संभाल रे
आज अगर वो जल न पाऊं मुश्किल है बच पाऊं
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है

सोचे वो प्रेम दीवानी प्रेम का यही दस्तूर है
प्राण बचे मोहन के नरक में जाना मंजूर है
झट से अपने चरण धुलाए लोटा दिया थमाए
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है

धन्य हो राधे रानी रीत निभाई तूने प्यार की
प्रीत में लूटकर मानो खुशियां मिली है तुझे जीत की
भक्त कहें कान्हा मुस्काए रानी कड़ी लजाएं
अरे क्या हो गया है अरे क्या हो गया है

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