Thursday, October 5, 2023

पजारो पढ़ के न आयो - Pajaro Padh ke n Aayo - LYRICS -

पजारो पढ़ के न आयो घर के तो है गए हिस्सा बांट
जेठ को मिल गए कमरा चार, देवर को मिल गईं बैठक चार
पजारे को मिली है झुपड़िया, बाऊ में छप्पर हथ नाय
पजारो पढ़...

जेठ को मिल गयो तमेड़ा देवर को मिल गए कलशा चार
पजारे को मिली है चमाचिया बाऊ में डंडी हथ नाय
पजारो पढ़...

जेठ को मिली है रजैया देवर को मिल गए कंबल चार
पजारे को मिली है गुदड़ी बाऊ में डोरा हथ नाय
पजारो पढ़...

जेठ को मिलो है डोकरा देवर को मिल गई बूढ़ी मां
पजारे को मिली है बहनिया बाऊ को गौनो भयो नाय
पजारो पढ़...

जेठ को खांसे डोकरा देवर की मार गई बूढ़ी मां
पजारे की भज गई बहनिया काऊ दरोगा के संग
पजारो पढ़ ...

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