Wednesday, November 13, 2019

Are Hey Man Murakh Agyani- Lyrics

अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना
ये शीश उसी से कहते हैं जो रामचरण झुक जाता है
तूने खूब कारी ढोआ ढाई तेने राम न जाने तो क्या जाना
अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना
ये कान उसी से कहते हैं जो राम भजन सुन लेता है तूने खूब सुनी चुगली चांटी ।तेने राम न जाने तो क्या जाना
अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना
ये आंख उसी से कहते हैं जो राम दर्श कर लेते हैं
तूने खूब कारी सैना मानी।तेने राम न जाने तो क्या जाना
अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना
ये जीभ उसी से कहते हैं जो राम भजन गा लेती है
तूने खूब कारी चाटा  चट्टी।तेने राम न जाने तो क्या जाना
अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना
ये हाथ उसी से कहते हैं जो दान पुण्य कर लेते हैं
तूने खूब कारी हेरा फेरी।तेने राम न जाने तो क्या जाना
अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना
ये पैर उसी से कहते हैं जो मंदिर तक चले जाते हैं
तूने खूब कारी डोला डाली।तेने राम न जाने तो क्या जाना
अरे हे मन मूर्ख अज्ञानी तेने राम न जाने तो क्या जाना

Thursday, November 7, 2019

Dulha Saligram Tulsa Bani Re- Lyrics

दूल्हा सालिग्राम तुलसा बनी रे दुल्हनियां
एक दिन वो प्यारी तुलसा पनिया भरण को जाती है
बीच में मिल गईं चतुर राधिका वो इठला के बोली रे
तुलसा लागे है मेरी सौतानिया तुलसा बनी रे....

इतने वचन सुने तुलसा ने बदन गयो कुम्हलाई रे
हालात कंपत घर को आयिं पलंग लियो लटकाई रे
इतने में आए मनमोहन२ कैसी हो तुलसा अनमनिया
तुलसा बनी रे....

तुमरी राधा बड़ी चतुर है बोली ओली टोली रे
सब सखियन में तना मारे तुलसा सौत हमारी है
हरदम लिए हो अपनी राधा रनिया ओ हरदम..
तुलसा बनी रे...

छप्पन भोग छत्तीसों व्यंजन जो कोई पर जिमावे रे
बिन तुलसा कोई एक ना भावे करे जतन कोई लाखों रे
सिर के ऊपर ऐसे बैठी जैसे मुकुट में जड़ी मणियां
तुलसा बनी रे...

तुलसा मेरी परम प्यारी जाको भेद ना पावें रे
सुर नर मुनि जन सकल देवता विमल - विमल जस गावे रे
वेदों में लिखी इनकी गाथनिया
तुलसा बनी रे...

Wednesday, November 6, 2019

Mere Angna Me Tulsa Ka... Lyrics-

मेरे अंगने में तुलसा का बड़ा धाम है
जिसकी सूंड लंबी उसका भी बड़ा नाम है
गौरा जी के लाला गणपति जी उनका नाम है
मेरे अंगने....
जिसकी पूंछ लंबी उनका भी बड़ा नाम है
अंजनी के लाल हनुमत उनका नाम है
मेरे अंगने में....
जिसने चीर बढ़या उसका भी बड़ा नाम है
यशुमती का लाला श्री कृष्ण उनका नाम है
मेरे अंगने में....
जिसने जान बचाई उसका भी बड़ा नाम है
सत्यवान की भार्या सावित्री उनका नाम है
मेरे अंगने में....

Wednesday, October 23, 2019

Odho Odho Suhagan - Lyrics

ओढ़ो ओढ़ो सुहागन नार चुनरिया सतरंगी
ये चुनरिया ऋद्धि सिद्धि ने ओढ़ लाई
गणपति मिले भर्तार
चुनरिया सतरंगी

इसी तरह से सभी के बारे में कहना है

Tuesday, October 22, 2019

Tu Itna Bata Do Ganga maa - Lyrics-

जरा इतना बता दे गंगे मा तू धरती पे कैसे आयी
अरे कौन र तुमको लेकर आया कहां किया विश्राम
तू धरती पे कैसे आयी
भागीरथ तो मुझे लेकर आए शिव जाता में किया विश्राम में धरती पे ऐसे अाई
तू धरती पे कैसे आयी
अरे कौन तो गंगे तुमरी पूजा करता है और कौन करे स्नान।
तू धरती पे कैसे आयी
अरे राजा प्रजा मेरी पूजा करते हैं ऋषि मुनि कारे स्नान
में धरती पे ऐसे अाई

Bajrangi Tumhen Manaun Sindoor - Lyrics

बजरंगी तुम्हें मनाऊं सिंदूर लगा लगा के
ब्राह्ममा ने तुम्हें मनाया विष्णु ने तुम्हें मनाया
नारद ने नारद ने तुम्हें मनाया वीणा बजा बजा के
बजरंगी तुम्हें मनाऊं सिंदूर लगा लगा के
गणपति ने तुम्हें मनाया गौरा ने तुम्हें मनाया
भोले ने भोले ने तुम्हें मनाया डमरू बजा बजा के
बजरंगी तुम्हें मनाऊं सिंदूर लगा लगा के
राम ने तुम्हें मनाया लक्ष्मण ने तुम्हें मनाया
सीता ने सीता ने तुम्हें मनाया भोजन खिला खिला के
बजरंगी तुम्हें मनाऊं सिंदूर लगा लगा के
राधा ने तुम्हें मनाया रुकमिणी ने तुम्हें मनाया
कृष्ण ने कृष्ण ने तुम्हें मनाया वंशी बजा बजा के
बजरंगी तुम्हें मनाऊं सिंदूर लगा लगा के
सात गुरु ने तुम्हें मनाया मैया ने तुम्हें मनाया
भक्तों ने भक्तों ने तुम्हें मनायताली बजा बजा के
बजरंगी तुम्हें मनाऊं सिंदूर लगा लगा के

Sunday, October 20, 2019

Taar Se Taar mila ke- Lyrics -

तार से तार मिला के देख लो ना जाने तो कोई चिट्ठी डाल देख लो
चिट्ठी दाली मीरा ने जवाब आया था ज़हर के प्याले में वो भगवान पाया था मीरा जैसी लगन लगा के देख लो
न जाने तो कोई चिट्ठी डाल देख लो...
चिट्ठी डाली द्रौपदी ने जवाब आया था साड़ी के पल्लू में
वो भगवान पाया था द्रौपदी जैसी लगन लगा के देख लो
न जाने तो कोई चिट्ठी डाल देख लो...
चिट्ठी डाली रामा ने जवाब आया था भात के चौकों पे वो भगवान पाया था रामा जैसी लगन लगा के देख लो
न जाने तो कोई चिट्ठी डाल देख लो...
चिट्ठी डाली हरिश्चन्द्र ने जवाब आया था पानी की गगरी में वो भगवान पाया था हरिश्चन्द्र जैसी लगन लगा के देख लो
ना जाने तो कोई चिट्ठी डाल देख लो...
चिट्ठी डाली मोरध्वज ने जवाब आया था लोहे के आरे में
वो भगवान पाया था मोरध्वज जैसी लगन लगा के देख लो
ना जाने तो कोई चिट्ठी डाल देख लो...