तर्ज - मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता - आप आये बहार आई (1971)
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तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आई हूँ |
मैं बरसाने से आई हूँ मैं वृषभानु की जाई हूँ |
मेरे रसिया ओ मन बसिया
मैं इतनी दूर से आई हूँ |
तेरी मुरली ....
सुना है श्याम मनमोहन के माखन खूब चुराते हो |
तुझे माखन खिलाने को मैं मटकी साथ लायी हूँ |
मेरे रसिया ....
सुना है श्याम मनमोहन के गौएँ खूब चराते हो |
तेरी गौएँ चराने को मैं ग्वाले साथ लायी हूँ |
मेरे रसिया ....
सुना है श्याम मनमोहन के दर्शन खूब देते हो |
तेरे दर्शन करने को तेरे दरबार आई हूँ |
तेरी मुरली .....
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तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आई हूँ |
मैं बरसाने से आई हूँ मैं वृषभानु की जाई हूँ |
मेरे रसिया ओ मन बसिया
मैं इतनी दूर से आई हूँ |
तेरी मुरली ....
सुना है श्याम मनमोहन के माखन खूब चुराते हो |
तुझे माखन खिलाने को मैं मटकी साथ लायी हूँ |
मेरे रसिया ....
सुना है श्याम मनमोहन के गौएँ खूब चराते हो |
तेरी गौएँ चराने को मैं ग्वाले साथ लायी हूँ |
मेरे रसिया ....
सुना है श्याम मनमोहन के दर्शन खूब देते हो |
तेरे दर्शन करने को तेरे दरबार आई हूँ |
तेरी मुरली .....
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