Monday, February 22, 2021

मिल जाएं कृष्ण मुरार - Mil Jayen Krishn Murar - LYRICS-

मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी नन्द रानी ने अंगना में खेलें कृष्ण मुरार
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी धन्ना भगत ने भर गए उसके भंडार रे
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी नरसी भगत ने चौकों पे आए भगवान
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

ग्यारस करी थी मीरा बाई ने मिल गए कृष्ण मुरार रे
रे सखी ग्यारस कर लो
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो
खुल जाएं मुक्ति का द्वार रे सखी ग्यारस कर लो

Sunday, February 21, 2021

जरा फूल बिछा दो - Jara Phool Bichha Do - LYRICS-

जरा फूल बिछा दो आंगन में मेरी सीता आने वाली है

कोई सीता की पायल के आओ,
कोई सीता के बिछुए के आओ
सब मिलकर बोलो जयकारा

(सभी जेवर के नाम लेकर भजन आगे ब ढायें )

Saturday, February 20, 2021

राम नाम न गायो - Ram Naam Na Gaayo - Lyrics-

राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

गर्भ पाश में कसम उठाई उल्टो जब लटकायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

गर्भ पाश से बाहर आए रो रो सबको बतायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

बचपन में हरि खबर लयी न खेल ही खेल गंवायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

आई जवानी मैया ने घेरी पैसा खूब ही गंवायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

आयो बुढ़ापा जब ये जानी बृथा जन्म गंवायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

अंत समय में चिता बनाई बेटा ने आग लगाई
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

कैसे नजरिया हरि से मिलावें मानस जन्म जस गायो
राम नाम ना गायो गुरु जी मैंने राम नाम ना गायो x2

Friday, February 19, 2021

गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो - Galiyan Me Lage Awaz Jhunjhuna Lelo - LYRICS-

गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो सासू रानी ले लो
तुमसे दादी कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो जीठानि रानी लेलो
तुमसे ताई कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

लेलो लेलो देवरानी रानी ले लो
तुमसे चाची कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो नन्द रानी ले लो 
तुमसे बुआ कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो देवर राजा ले लो
तुमसे चाचा  कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

ले लो ले लो पड़ोसन रानी ले लो
तुमसे आंटी कहेगा लाल झुनझुना ले लो
गलियन में लगे आवाज़ झुनझुना ले लो

Thursday, February 18, 2021

अब क्यों गाल फुलावे - Ab Kyo Gaal Fulave - LYRICS-

अब क्यों गाल फ़ुलावे भौजाइया अब रुत आयि मेरे भात की अब क्यों ......

अरे जो भाभी तो पे किलपें नाय
तो पटवा ए खसम बना ले भौजयिया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे हरवा नाय
तो सुनरा ए खसम् बना ले भौजायिया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे चूड़ी नाय 
तो मनरा ए खासम बना ले भौजयीया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे कपड़े नाय
तो दर्जी ए खासम बना ले भौजायीया
अब रुत आयि मेरे भात की

अरे जो भाभी तो पे लहंगा चोली नाय
चुनरी नाय, साड़ी नाय
तो बजजा ए खासम बना ले भौजइया
अब रुत आयि मेरे भात की

तेरी रुनझुन रुनझुन होय - Teri Runjhun Runjhun Hoy - LYRICS-

तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिना बागं में बाजी जाने मोह लाए पपिहा मोर 
श्याम ने मोह लाई कोयलिया
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिन जमुना पे बाजी जाने नाथो कालिया नाग
श्याम ने दार दयी है नाथुनिया
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिना मधुवन में बाजी जाने रास रचायो घनघोर
श्याम की बाज रही पायलिया
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

एक दिना मथुरा में बाजी जाने दीनो कंस पछाड़
कंस की राय रही हैं दोऊ रानियां
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया

Wednesday, February 17, 2021

जलेबी चक्कर काट रही - Jalebi Chakkar Kaat Rahi- LYRICS-

जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

पहला बधाओ ससुर घर आयो
सासू चक्कर काट रही ससुर के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

दूजो बधायो जेठ घर आयो
जिठानी चक्कर काट रही जैठा के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

तीसरी बाधायो देवर घर आयो
देवरानी चक्कर काट रही देवर के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें

चौथा badhaya ननदोई घर आयो
नन्द चक्कर काट रही ननदोई के काजे
जलेबी चक्कर काट रही  चाशनी के काजें