Monday, June 29, 2020

Preet Girdhar Se Lagali Jayegi -LYRICS

प्रीत गिरधर से लगाली जाएगी आंख दुनिया से हटाली
 जाएगी
बोला राणा मान ले मेरा कहा वरना तू घर से निकाली जाएगी
प्रीत गिरधर से लगाली जाएगी आंख दुनिया से हटाली
 जाएगी

ना चाहिए मुझको तेरे ऊंचे महल झोंपड़ी ब्रज में बसाली
जाएगी
प्रीत गिरधर से लगाली जाएगी आंख दुनिया से हटाली
 जाएगी

नाचूं गाऊंगी करूंगी कीर्तन साड़ी जोगी रंग रंगा ली जाएगी
प्रीत गिरधर से लगाली जाएगी आंख दुनिया से हटाली
 जाएगी

मैं दीवानी हो गई अब शयम की अन ना ये मीरा संभाली जाएगी
प्रीत गिरधर से लगाली जाएगी आंख दुनिया से हटाली
 जाएगी

Tuesday, June 23, 2020

O Manmohan Murlivaale Vaale -LYRICS

ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले

मुरली सुन के शिव में डोला तोड़ समाधि नाचत डोला
ओ दर्शन के मतवारेे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले

मुरली सुन के राधे आयीं नैन कहें उनकी प्रेम कहानी
ओ आजा कान्हा प्यारे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले

पनघट नीर भरें पनिहारी दर्शन को प्यासी बेचारी
ओ आजा कान्हा प्यारे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले

मीरा कहे ये मेरे पिया है मोर मुकुट जिनके सिर ऊपर
ओ दर्शन के म त वा रेे  तेने तीन  लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले

कह गिरधर में दास तुम्हारा चरण शरण का देदो सहारा
में मंदिर का उजियारे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले

Meera Girdhar Aage Naachi -LYRICS

मीरा गिरधर आगे नाची मुखड़ा खोल खोल के
मुखड़ा खोल।खोल के gunghtaa खोल खोल के

कोरी सी मटकी में जमुना को पानी मीरा गिरधर को नेहलाबे लोटा ढार ढार के
मीरा गिरधर आगे नाची मुखड़ा खोल खोल के

पीली पीताम्बर पटना की धोती मीरा गिरधर को
पहनावे गोटा जोड़ जोड़ के
मीरा गिरधर आगे नाची मुखड़ा खोल खोल के

कोरी कलसी में दहिया जामायो मीरा गिरधर को
खिलावे मिश्री घोल घोल के
मीरा गिरधर आगे नाची मुखड़ा खोल खोल के

छप्पन तरह के भोजन बनाए मीरा गिरधर को जिमावे
पंखा डोर डोर के
मीरा गिरधर आगे नाची मुखड़ा खोल खोल के

चुन चुन कलियां सेज लगाईं मीरा गिरधर को सुलावे
चरण दाव दाव के
मीरा गिरधर आगे नाची मुखड़ा खोल खोल के

Sunday, June 21, 2020

Maiya Chaahe Mero Vyaah -LYRICS

मैया चाहे मेरी ब्याह न होता पर बलम नशेड़ी न होते
अस्सी बरस को बुड्ढा भोला भर भर पीव भांग को गोला
मैया संग राखे कुण्डी सोटा पर बलाम नशेड़ी न होते
मैया चाहे मेरी ब्याह न होता पर बलम नशेड़ी न होते

बाजे चिमटा डमरू हरदम बोले बम बम बम बम बम बम
मैया ये तो पर जाए भांग को गोलो पर बलम नशेड़ी न होते
मैया चाहे मेरी ब्याह न होता पर बलम नशेड़ी न होते

कई कई दिन भोला कुछ न बोले लगा समाधि आंख नहीं खोले,मैया चाहे भोला कई दिन न सोतो पर बलम नशेड़ी न होते

मैया चाहे मेरी ब्याह न होता पर बलम नशेड़ी न होते

Saturday, June 20, 2020

Lalle Ki Sun Ke Main Aai -LYRICS

लल्ले की सुन के मैं आई यशोदा मैया देदो बधाई
चुनरी भी देना मैया चोली भी देना लहंगे की देना सिलाई
यशोदा मैया देदो बधाई
लल्ले की सुन के मैं आई यशोदा मैया देदो बधाई
कंगना भी देना मैया हरवा भी देना हार्वे की देना गढ़ाई
यशोदा मैया देदो बधाई
लल्ले की सुन के मैं आई यशोदा मैया देदो बधाई
हीरे भी देना मैया मोती भी देना माला की देना पुवाई
यशोदा मैया देदो बधाई
लल्ले की सुन के मैं आई यशोदा मैया देदो बधाई
जुग जुग जीव मैया तेरी लालानवा भक्तोंकी करे सुनवाई
यशोदा मैया देदो बधाई
लल्ले की सुन के मैं आई यशोदा मैया देदो बधाई

Friday, June 19, 2020

Bas Gaye Bas Gaye Ram -LYRICS

बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
राजा दशरथ के चार पुत्र थे भरत शत्रुघ्न लक्ष्मण राम
मेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
जनकपुरी में धनुष है तोड़ा जनकलाली से नाता जोड़ा
कितनी सुंदर जोड़ी राममेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
राजतिलक की हुई तैयारी कैकई मां ने बात बिगाड़ी
चौदह वर्ष वन गए सिया राम मेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
ताड़क वाण में ताड़का मारी गौतम नार अहिल्या तारी
मुख से बोली जय श्री राम मेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
पंचवटी पे कुटिया बनाई सुपंखा की नाक काट दी
फिर खर दूषण मारे राम मेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
साधु के वेश में रावण आया सीता को के गया चुरा के
कुटिया सूनी कर गई राम मेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम
वन वन ढूंढे वन वन भटके आगे चल के हनुमत मिल गए बिगड़े काम संवारे राम मेरे मन बस गए सीता राम
बस गए बस गए बस गए राम मेरे मन बस गए सीता राम

Thursday, June 18, 2020

Ghar Ghar Me To Ho Rahi -LYRICS

घर घर में हो रही चर्चा मच रही हाहाकार
आज अवध से राम चले है वनवास
लक्ष्मण जी ने कहा सुनो मेरे भैया  
तुम तो वाण को जाए रहे हो में भी हूं तैयार
आज अवध से राम चले है वनवास
सीता की ने कहा सुनो मेरे पिया तुम बिन कैसे लगा रहे मेरा जिया पति के चरणों में होता है नारी का उद्धार
आज अवध से राम चले है वनवास
जमुना तट पे पहुंच गए तीनों प्राणी केवट जी से बोल
रहे मीठी वाणी नाव इधर को लाई मेरे भैया जाना है उस पार   आज अवध से राम चले है वनवास
पंचवटी पे जाकर के विश्राम किया सुपर्ण खा ने आकर के ससुराल किया लक्ष्मण जी को गुस्सा आया नकटी कर
दी नाक   आज अवध से राम चले है वनवास
रावण ने जब सीना क्रोध में में आया हर ली सीता नार हरि हर की रानी इस पापी नाश कर अपने कुल का आज
आज अवध से राम चले है वनवास
घर घर में हो रही चर्चा मच रही हाहाकार