मुरली सुन के शिव में डोला तोड़ समाधि नाचत डोला
ओ दर्शन के मतवारेे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले
मुरली सुन के राधे आयीं नैन कहें उनकी प्रेम कहानी
ओ आजा कान्हा प्यारे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले
पनघट नीर भरें पनिहारी दर्शन को प्यासी बेचारी
ओ आजा कान्हा प्यारे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले
मीरा कहे ये मेरे पिया है मोर मुकुट जिनके सिर ऊपर
ओ दर्शन के म त वा रेे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले
कह गिरधर में दास तुम्हारा चरण शरण का देदो सहारा
में मंदिर का उजियारे तेने तीन लोक मोह डारे
ओ मनमोहन मुरली वाले तेने तीन लोक मोह डाले
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