मैं व्रत ग्यारस का खोलूंगी
मेरी भाभी हो सीता माता हो भंवरे का झूठा फूल हो
तू व्रत ग्यारस का खोलेगी
मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे ला दो गाय का दूध हो
मैं व्रत ग्यारस का खोलूंगी
मेरी भाभी हो सीता माता हो बछड़े का झूठा दूध हो
तू व्रत ग्यारस का खोलेगी
मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे ला दो बाग़ का बेर हो
मैं व्रत ग्यारस का खोलूंगी
मेरी भाभी हो सीता माता हो तोते का झूठा बेर हो
तू व्रत ग्यारस का खोलेगी
मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो मुझे कोई जतन बता हो
मै व्रत ग्यारस का खोलूंगी
मेरी भाभी हो सीता माता हो तुलसी के सच्चे पात हो
तू व्रत ग्यरास का खोल ले
मेरे देवर हो छोटे लक्ष्मण हो तुम जग जग जिओ मेरे लक्ष्मण हो तूने व्रत ग्यारस का खुलवाया
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