Friday, October 30, 2020

गौरी मैया अरज है मेरी - Gauri Maiya Araj Hai Mairi - LYRICS-

गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

गोरे गोरे माथे पे लाल लाल बिंदिया 
मांगों का सिंदूर अमर रखना,अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

गोरे गोरे हाथों में लाल लाल चूड़ियां
हाथों की मेंहदी अमर रखना,अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

पैरों  में  छनके पायल बिछिया
माहवार मेरा अमर रखना, अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

गोरे गोरे अंगों में लाल लाल लहंगा 
शीश की चुनरी अमर रखना, अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

लंबी उम्र ही मेरे साजन की,
गोदी का लाल अमर रखना, अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

Thursday, October 29, 2020

कान्हा न चाहिए बैकुंठ - Kanha N Chahiye Baikunth - LYRICS-

कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे नदी का दियो,कान्हा जमुना दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे वृक्ष बनईयो कान्हा तुलसा दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे पक्षी का दियो कान्हा मोर दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे पशु को दियो कान्हा गाय दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म  मोहे ऋषियों का दियो कान्हा गोपी दियो बनाए     जन्म मोहे ब्रज में  दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

Wednesday, October 28, 2020

दिन दिन मैली होय चुनरिया - Din Din Maili Hoy Chunariya - LYRICS-

दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

जब ये चुनरी बन के आई सारे नगर ने खुशी मनाई
बजा नगर में ढोल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

जब चुनरी में आई जवानी चुनरी हो गई बड़ी मस्तानी
ये चुनरी करे कमाल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

मेरी चुनरी में चांद सितारे चमक रहे हैं न्यारे न्यारे
ये होता और किनार  चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

एक में करे चुनरी फिर से रंगा लूं इसी रंग में फिर से
सिंवा लूं पर जामे चमक न आए चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

जब चुनरी में आया है बुढ़ापा टूटन लगा अपना ही आपा
ये चुनरी हो गई डांवाडोल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

कहत कबीर सुनो भाई साधो हरि के भजन में नित उठ 
लागो ये हरि चरण अनमोल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय

Tuesday, October 27, 2020

छोटे छोटे बालक बना दिए री - Chhote Chhote Balak Bana Diye Ri -LYRICS

छोटे छोटे बालक बना दिए री तीनों देव सती ने
 ठुमक ठुमक अंगना में खेलें मधुर तोतली बोली बोलें
मैया ने पालना झुला दिए री तीनों देव सती ने
छोटे छोटे बालक बना दिए री तीनों देव सती ने

मैया के नचत हैं अंगना पांव पनसुरी हाथ में कंगना
धीरे धीरे चलना सीखा दिए री तीनों देव सती ने
छोटे छोटे बालक बना दिए री तीनों देव सती ने

आय गईं तीनों की रानी अनुसुइया से बोली वाणी
पति हमारे छुपाए लिए री तीनों देव सती ने
छोटे छोटे बालक बना दिए री तीनों देव सती ने

हम हैं बहू तुम्हारी मैया मैया दे दो हमारे सैयां
अंगना में ला के बैठाए दिए री तीनों देव सती ने
छोटे छोटे बालक बना दिए री तीनों देव सती ने

 पति अपने पहचान न पाई तीनों देविया देख घबराई 
मैया ने देव बनाए दिए री तीनों देव सती ने
छोटे छोटे बालक बना दिए री तीनों देव सती ने

Sunday, October 25, 2020

उड़े जब जब गौरा की चुनरिया - ude jab jab gaura ki chunariya - LYRICS

उड़े जब जब गौरा की चुनरिया कि भोले जी का दिल मचले गौरा मेरिए 

गौरा जी के माथे कि बिंदिया कि टीके पे दिल मचले
गौरा मेरिए
उड़े जब जब गौरा की चुनरिया कि भोले जी का दिल 

गौरा जी के कानों के कुंडल की झालों पे दिल मचले
गौरा मेरिए
उड़े जब जब गौरा की चुनरिया कि भोले जी का दिल 

(इसी प्रकार से सभी गहनों के नाम लेने हैं)

Saturday, October 24, 2020

अमृत बरसे मैया तेरे मंदिर में - Amrit Barse Maiya Tere Mandir Me - LYRICS

अमृत बरसे मैया तेरे मंदिर में

जो में होती मैया बागों की कोयलिया
Kuhuk रहती मैया तेरे मंदिर में
अमृत बरसे मैया तेरे मंदिर में

जो मैं होती मैया वाण की मोरनी
नाचती रहती मैया तेरे मंदिर में
अमृत बरसे मैया तेरे मंदिर में

जो मैं होती मैया बेला चमेला
महक रहत मैया तेरे मंदिर में
अमृत बरसे मैया तेरे मंदिर में

जो मै होती मैया करी बदरिया
बरस रहती मैया तेरे मंदिर में
अमृत बरसे मैया तेरे मंदिर में

Friday, October 23, 2020

मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रेे - Maiya Ke Dware Badi Bhid Re -LYRICS

मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा

इस अंगना में माली बसत है माला बनावे दिन रात रे
कैसे लीपूं अंगनवा
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा

इस अंगना में हल्वैया बसत है भोग बनावे दिन रात रे
कैसे लीपूं अंगनवा
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा

मैया के द्वारे बजाजवा बसत है चुनरी चढ़ावे दिन रात रे
कैसे लीपूं अंगनवा
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा

मैया के द्वारे राजा बसत है जोत जलावे दिन रात रे
कैसे लीपूं अंगनवा
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा

मैया के द्वारे एक पटवा बसत है सिंगार चढ़ावे दिन रात रे
कैसे लीपूं अंगनवा
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा

मैया के द्वारे सारे भक्त बसत हैं भेंट सुनावे  दिन रात रे
कैसे लीपूं अंगनवा
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा