जब ये चुनरी बन के आई सारे नगर ने खुशी मनाई
बजा नगर में ढोल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय
जब चुनरी में आई जवानी चुनरी हो गई बड़ी मस्तानी
ये चुनरी करे कमाल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय
मेरी चुनरी में चांद सितारे चमक रहे हैं न्यारे न्यारे
ये होता और किनार चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय
एक में करे चुनरी फिर से रंगा लूं इसी रंग में फिर से
सिंवा लूं पर जामे चमक न आए चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय
जब चुनरी में आया है बुढ़ापा टूटन लगा अपना ही आपा
ये चुनरी हो गई डांवाडोल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय
कहत कबीर सुनो भाई साधो हरि के भजन में नित उठ
लागो ये हरि चरण अनमोल चुनरिया....
दिन दिन मैली होय चुनरिया दिन दिन मैली होय
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