वाण गंगा तेरी पावन हो गई मां वैष्णो के पैर धोते धोते
इस जग में मां कोई न तुमसा हमने देखा भाला
होहो हो इसीलिए मां तेरे दर पर हमने डेरा डाला
अपने भक्तों की रखवाली मैया तू ही करने वाली
तेरी महिमा बड़ी निराली तू है संतन प्रतिपाली
हो हो हो कौन हरे दुख तेरे होते होते
वाण गंगा तेरी पावन ....
भक्तों ने मां तुम्हें पुकारा के कर अपनी माता
पूत कपूत भले ही जाएं माता नहीं कुमाता
अपना दास मुझे बना ले अपने चरणों में लप्ताले
मैया संकट मेरा हटाले मेरी बिगड़ी तू ही बना दे
हो हो हो जीवन बीता बीज पाप का बोते
ही हो हो वाण गंगा तेरी पावन हो गई मां वैष्णो के पैर धोते धोते...
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