Thursday, October 29, 2020

कान्हा न चाहिए बैकुंठ - Kanha N Chahiye Baikunth - LYRICS-

कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे नदी का दियो,कान्हा जमुना दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे वृक्ष बनईयो कान्हा तुलसा दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे पक्षी का दियो कान्हा मोर दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे पशु को दियो कान्हा गाय दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म  मोहे ऋषियों का दियो कान्हा गोपी दियो बनाए     जन्म मोहे ब्रज में  दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

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