Thursday, October 1, 2020

कैसी दुर्गति है रही - Kaisi Durgati Hai Rahi Naman Ki-Lyrics

कैसी दुर्गति है रही नमन की जा कलयुग में भैया

विष्णु पर रहे दारू सूखी लक्ष्मी घर में में रही भूखी
ओहो जाकी झुमकी बिक गईं कानन की
जा कलयुग में भैया,....

आलू प्याज kanahiya तोले यशोदा मठा मांगती डोले
ओहो राधा पौध गाढ़ रही धानन की
जा कलयुग में भैया....

बाल कटिंग कर रहे ब्रह्मा पानी ढो रही सरस्वती अम्मा
ओहो नारद अमियां तोड़ें बागन की
जा कलयुग में भैया....

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