Wednesday, November 4, 2020

आ गया कार्तिक मास - Aa Gaya Kartik Maas - LYRICS-

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना
हो गई संजा सांझ दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को टीका रुकमणी जी को झाले 
बिंदिया लालों लाल मेरी तुलसा को लगा देना 

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को हरवा रुकमणी जी को कंगना 
मेंहदी लालों  लाल मेरी तुलसा को लगा देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को पायल रुकमणी जी को बिछिया
माहवार लालों लाल मेरी तुलसा को लगा देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को लहंगा रुकमणी जी को सारी
चुनरी लालों लाल मेरी तुलसा को पहना देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना

राधा जी को पेढ़ा रुकमणी जी को बर्फी 
आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना 
भोग ये लालों लाल मेरी तुलसा को लगा देना

आ गया कार्तिक मास दीपक तुलसा में लगा देना
हो गई सांजा सांझ दीपक तुलसा में लगा देना

Tuesday, November 3, 2020

मैया विनती करूं दोनों कर जोरी - maiya vinti karoon - LYRICS-

मैया विनती करूं दोनों कर जोरी मैया विनती करूं दोनों कर जोरी
मैया एक अरज मेरी सुन लेना मेरे माथे बिंदिया अमर
करना मेरे मांग का सी दूर अमर करना

        इसी प्रकार से सभी शिंगार का नाम लेना है
और अंत की कड़ी में कहना है -
तब एवम् अस्तु दुर्गे बोली बेटी पूर्ण हो आशा तेरी२

      (मैया सबका सुहाग अमर करे, जय माता दी 🙏)
     

हमने आंगन नहीं बुहारा - Hamne Aangan Nhi Buhara- LYRICS-

हमने आंगन नहीं बुहारा हमने आंगन नहीं बुहारा
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान
चंचल में को नहीं संवारा चंचल में को नहीं संवारा
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

हर कोने कलमल कसाय की लागी हुई है ढेरी
नहीं ज्ञान कि किरण कहीं भी हर कोठरी अंधेरी
आंगन चौबारा अंधियारा, आंगन चौबारा अंधियारा
कैसे आयेंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

हृदय हमारा पिघल न पाया जब देखा दुखियारा
किसी पंथ भूले ने हमसे पाया नहीं सहारा
सूखी है करुणा की छाया सूखी है करुणा की छाया
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

अंतर के पेट खोल देख ली ईश्वर पास मिलेगा 
हर प्राणी में परमेश्वर  का आभास मिलेगा
सच्चे मन से नहीं। बुलाया सच्चे मन से नहीं बुलाया
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

निर्मल में हो तो रघुनायक शबरी के घर जाते
श्याम सूर बांह पकड़ साग बिदुर घर खाते
इस पर हमने नहीं विचारा इस पर हमने नहीं विचारा
कैसे आएंगे भगवान कैसे आएंगे भगवान

Sunday, November 1, 2020

मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा- Mandir Bich Rehte O Bhole Baba - LYRICS-

मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले भगीरथ की गंगा, जटा बिच रहती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले चौथ का चंदा, माथे बिच सजती
ओ भोले बाबा,
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले वाण की नागीनिया, गले बिच सजती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो मैं होती भोले लकड़ी का डमरू, हाथों में सजती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो में होती भोले मरघट की भस्मी, अंगों बिच सजती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

जो मैं होती भोले हिमाचल की बेटी, बगली में बैठती
ओ भोले बाबा
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा

लेके मैया का श्रंगार - Leke Maiya Ka Shingaar -L YRICS

लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

लाल लाल चोला मां का लाल लाल चुनरी màathe की बिंदिया लाई हाथों की मुंदरी गले का लाई तोरानहार
चलके आई मैं आई हूं मैया के दर
लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

चुन चुन फूलों की माला बनाई प्यार से मैंने मा के गले में सजाई, होय चूड़ी लाई मीनेदार करके मां की जयजैकार
चलके आई मैं आई हूं मैया के दर
लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

पान सुपारी मां की भेंट चढ़ाऊं हलवे चने का मां को भोग लगाऊं होय मैया का पाने को प्यार करके मां की जैजैकर
चलके आई मैं आई हूं मैया के दर
लेके मैया का श्रंगार करके मां की जैजैकार चलके आई मैं आई हूं मैया के दर

Friday, October 30, 2020

गौरी मैया अरज है मेरी - Gauri Maiya Araj Hai Mairi - LYRICS-

गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

गोरे गोरे माथे पे लाल लाल बिंदिया 
मांगों का सिंदूर अमर रखना,अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

गोरे गोरे हाथों में लाल लाल चूड़ियां
हाथों की मेंहदी अमर रखना,अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

पैरों  में  छनके पायल बिछिया
माहवार मेरा अमर रखना, अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

गोरे गोरे अंगों में लाल लाल लहंगा 
शीश की चुनरी अमर रखना, अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

लंबी उम्र ही मेरे साजन की,
गोदी का लाल अमर रखना, अरज है मेरी
गौरी मैया अरज है मेरी सुहाग अमर रखना

Thursday, October 29, 2020

कान्हा न चाहिए बैकुंठ - Kanha N Chahiye Baikunth - LYRICS-

कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे नदी का दियो,कान्हा जमुना दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे वृक्ष बनईयो कान्हा तुलसा दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे पक्षी का दियो कान्हा मोर दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म मोहे पशु को दियो कान्हा गाय दियो बनाए
जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे

एक जन्म  मोहे ऋषियों का दियो कान्हा गोपी दियो बनाए     जन्म मोहे ब्रज में  दियो रे
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे