Friday, January 8, 2021

राधा पूछ रही कान्हा से - Radha Poochh Rahi Kanha Se - LYRICS-

राधा पूछ रही कान्हा से नेम बेटा दो ग्यारास को
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

पहली सेवा मात पिता की पालन तुम करना
उनके दूध की लाज रखना ध्यान दिया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

दूजो सेवा सास ससुर की तुम निभा लेना
चरणों की सेवा में मेवा ध्यान दिया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

तीजी सेवा पति अपने की तुम निभा लेना
पहले भोजन पति अपने को पीछे तुम करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

चौथी सेवा गौ माता की तुम करती रहना
सबसे पहली रोटी गौ की नियम बना लेना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

पांचवीं सेवा बहन भांजी आदर तुम करना
सुख दुख की बतलाए उनका मान किया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

छठी सेवा साधु संत की चरण धूल देना
भूखे को भोजन प्यासे को पानी ध्यान दिया करना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

ग्यारस बरती रहकर द्वादश भोजन करना
पहले ब्राह्मण भोग लगाएं दक्षिणा दे देना
राधा बैठो मेरे पास नेम बता दूं ग्यारस को

Thursday, January 7, 2021

मन रहता उदास कान्हा - Man Rehta Udas Kanha - LYRICS-

मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो हमारी हालत कोई पूछे न हाल तेरे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो हमारी आंखें हुईं रो रो के लाल तेरे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो तुम्हारी ये गऊएं ये खाती न घास तेरे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

कान्हा देखो तुम्हारे बछड़े ये पर न दूध तुम्हारे बिना
मन रहता उदास कान्हा तेरे बिना दिल रहता उदास कान्हा तेरे बिना

हम तेरे चरणों की धूल - Ham Tere Charnon Ki Dhul - LYRICS-

हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी

जब गुरुजी मेरे सड़कों पे उतरे उड़ गई सड़कों की धूल
गुरुजी,   हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी


जब गुरुजी मेरे बागों में पहुंचे खिल गए बागों के फूल
गुरुजी,   हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी


जब गुरुजी मेरे तालों पे आए सूखे ताल भर आए गुरुजी
हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी

जब गुरुजी मेरे भंडारे में आए अमृत बन गई खीर गुरुजी
हम तेरे चरणों की धूल गुरुजी

Wednesday, January 6, 2021

तुलसा कर आईं चारों धाम - Tulsa Kar Aai Chaaron Dham - LYRICS-

 तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम
 
पहले विश्राम वाने हरिद्वार में लियो जहां पर हरि करें स्नान तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

दूजो विश्राम वाने गोवर्धन में लियो जहां पर कान्हा
गिरवर उठाए तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

तीजो विश्राम वाने बंसिवट पे लियो जहां पर कान्हा बंसी बजाएं तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

चौथा विश्राम वाने मधुवन में लियो जहां पर कान्हा रास रचाए तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

पांचवां विश्राम वाने वृंदावन में लियो वहां पे मिल गए 
सालिग्राम तुलसा वहां लेगी विश्राम
तुलसा कर आईं चारों धाम जाने कहां लेगी विश्राम

Tuesday, January 5, 2021

धरती से गगन तक ढूंढा - Dharti Se Gagan Tak Dhoondha - LYRICS-

धरती से गगन तक ढूंढा रे मेरा श्याम न जाने किधर गया

गंगा में ढूंढा यमुना में ढूंढा ढूंढा सरयू के तीर रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

चंदा में ढूंढा सूरज में ढूंढा ढूंढा तारों के बीच रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

मंदिर में ढूंढा गुरुद्वारे में ढूंढा ढूंढा चारो धाम रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

मथुरा में ढूंढा गोकुल में ढूंढा ढूंढा गोकुल नगरिया रे
मेरा श्याम न जाने किधर गया

ऋषियों ने से ढूंढा सतगुरु में ढूंढा ढूंढा सारे भक्तों में
मेरा श्याम न जाने किधर गया

Monday, January 4, 2021

सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए - Suhagan Ko N Kuchh Chahiye - LYRICS-

सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

कोई मांगे सोना कोई चांदी मां कोई चांदी मां
न सोना न चांदी न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
मां मांग का सिंदूर अमर चाहिए अमर चाहिए
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

कोई मांगे बंगला कोई गाड़ी मां कोई गाड़ी मां 
कोई मांगे दौलत कोई शोहरत मां कोई शोहरत मां
न बंगला न गाड़ी न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
मां जीवन का साथी अमर चाहिए अमर चाहिए
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

कोई मांगे महल दुमहला ओ मां  दूमहला ओ मां
कोई मांगे आभूषण गहना ओ मां गहना ओ मां
न महल दुमहला न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिये
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए


कोई मांगे बेटी कोई बेटा मां कोई बेटा मां
बेटी और बेटा चाहिए सारा परिवार सुखी चाहिए 
सुखी चाहिए
सुहागन हूं सुहागन को न कुछ चाहिए न कुछ चाहिए
पति की मां लंबी उम्र चाहिए उमर चाहिए

Sunday, January 3, 2021

मिट्टी का खिलौना मिट्टी में मिल जाएगा - Mitti Ka Khilona Mitti Me Mil Jayega -LYRICS

माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा
मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या कहता है बेटा बेटा किसी दिन ये बेटा बहू का हो जाएगा,    मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या कहता है बहू बहू किसी दीन बहू ये पड़ोसन बन 
जाएगी,    मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या कहता है बेटी बेटी आएंगे जमाई बेटी को के जाएंगे
मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा

क्या करता है कोठी बंगले सब कुछ यहीं पड़ा रह जाएगा
मान मेरा कहना बड़ा पछताएगा
माटी का खिलौना माटी में मिल जाएगा