Sunday, April 11, 2021

जागो मैया जी - Jago Maiya Ji - LYRICS-

जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए

चुपके चुपके गई बाज़ार बिंदिया लाई लालम लाल
चुपके चुपके गई बाज़ार सिंदूर लाई ललाम लाल
लगाई मैया जी लगाने वाले आ गए

जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए

चुपके चुपके गई बाज़ार माला लाई लालाम लाल
पहनो मैया जी पहनाने वाले आ गए

जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए


चुपके चुपके गई बाज़ार कंगन लाई लालों लाल
चुपके गई बाज़ार मेहंदी लाई लालों लाल
लगाई मैया जी लगाने वाले  आ गए

जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए


चुपके चुपके गई बाज़ार पायल लाई गुंघरू दार
चुपके चुपके गई बाज़ार माहवार लाई लालों लाल
लगाई मैया जी लगाने वाले आ गए

जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए

चुपके चुपके गई बाज़ार लहंगा लाई लालों लाल
चुपके चुपके गई बाज़ार चुनरी लाई लालों लाल
ओढो मैया जी उधाने वाले आ गए

जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए

चुपके चुपके गई बाज़ार हलवा लाई मेवादार
खाओ मैया जी खिलाने वाले आ गए
जागो मैया जी जगाने वाले आ गए 
जगाने वाले आ गए तेरे दीवाने आ गए

Mandir mein guzara kar lenge - मंदिर में गुज़ारा के लेंगे (Lyrics)


Youtube

मंदिर में गुजारा कर लेंगे
एक फूल खिला दो जीवन में खुशबू से गुजरा कर लेंगे
मंदिर में गुजारा कर लेंगे

माना तेरे दर पर भीड़ बहुत चौखट पे गुजरा कर लेंगे
मंदिर में गुजारा कर लेंगे
के
माना तेरा चोला लाल है चुनरी से गुजारा कर लेंगे
मंदिर में गुजारा कर लेंगे

हमे तिरछी नजर से न देखो हम ऐसे गुजारा कर लेंगे

मंदिर में गुजारा कर लेंगे
माना तेरी हस्ती लाखों की थोड़े में गुजारा कर लेंगे

मंदिर में गुजारा कर लेंगे

माना तू दर्शन देती है झलकीं से गुजारा कर लेंगे
मंदिर में गुजारा कर लेंगे

Saturday, April 10, 2021

हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले -Hii Budhiya Mauj Uda Le - LYRICS-

हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

बालों में तेरे बाल नहीं है जुड़े का मन करता है
हाय बुढ़िया रीछ के लगा ले फिर जमाना नहीं आएगा
हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

कानों में तेरे कान नहीं है झालों का मन करता है
हाय बुढ़िया हाथी के लगा ले फिर जमाना नहीं आएगा
हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

गर्दन में तेरी गर्दन नहीं है हार का मन करता है
हाय बुढ़िया ऊंट की लगा ले फिर जमाना नहीं आएगा
हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

हाथों में तेरे हाथ नहीं हैं कंगन का मन करता है
हाय बुढ़िया बंदर के लगा ले फिर जमाना नहीं आएगा
हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

पैरों में तेरे पैर नहीं हैं पायल का मन करता है
हाय बुढ़िया सारस के लगा ले फिर जमाना नहीं आएगा
हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

अंगों में तेरे अंग नहीं है सारी का मन करता है
हाय बुढ़िया बुढढे से मंगवा ले फिर जमाना नहीं आएगा
हाय बुढ़िया मौज उड़ा ले फिर जमाना नहीं आएगा

Wednesday, April 7, 2021

ऊंचे पर्वत मैया बैठी- Unche Parvat Maiya Baithi- LYRICS-

ऊंचे पर्वत मैया बैठी नीचे नाचें जोगीनिया
गजब कर डारो जोगिन ने जुलम कर डारो जोगिन ने

कौन चढ़ावे मैया ध्वजा नारियल कौन चढ़ावे रुपैया
गजब कर डा रो जोगिन ने...

ससुर चढ़ावे मैया ध्वजा नारियल सास चढ़ावें रुपैया
गजब कर डा रो जोगिन ने...

इसी प्रकार से आगे कहते जाना है

Monday, April 5, 2021

राम गए हैं वनवास - Ram Gaye Hain Vanvaas - LYRICS-

राम गए हैं वनवास सीता करें एकादशी
कहो तो सीता तुमको टीका बनवाए दूं
गोरा बदन कुम्हलाई सीता छोड़ो एकादशी

टीका तो मेरे माथे की शोभा ग्यारस करे उद्धार
मैं न छोडूं एकादशी, राम गए हैं वनवास....

(इसी प्रकार से सभी जेवर के नाम बोलकर भजन
को आगे बढ़ाना है)

Sunday, April 4, 2021

आलू का चिनाया महल - Aaloo Ka Chinata Mehal - LYRICS-

आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

मेरे संग की पूछे बात ससुर तेरा कैसा
ठेले पे बेचे बेर माली ऐसा 
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

मेरे संग की पूछे बात सास तेरी कैसी
छप्पर पे जाते सूत भूतनी ऐसी
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

मेरे संग की पूछे बात जेठ तेरा कैसा
सड़कों पे बजावे ढोल बाजैया ऐसा
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

मेरे संग की पूछे बात देवर तेरा कैसा
गलियों में नाचें नाच हिजड़ा ऐसा
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

मेरे संग की पूछे बात नन्द तेरी कैसी
बादल में लगा अाई आग बिजुरिया ऐसी
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

मेरे संग की पूछे बात पति तेरा कैसा
उठते ही बनावे चाय रसोइया ऐसा
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा

जगत में किसने सुख पायो- Jagat Me Kisne Sukh Payo- LYRICS-

जगत में किसने सुख पायो, आयो जो पछतायो

पांच पति की द्रौपदी नारी, गर्व में फूली नहीं समाती
जुए में दांव लगायो, जगत में....

राजा हरिश्चंद्र तारा रानी, डोम के घर भरते पानी
समय ने रंग दिखाया, जगत में....

बीस भुजा जाको नाम दशानन, वश में कर लिया
शिव चतुरानान,फिर भी शीश कटायो,जगत में....

जनकपुरी की raajdulaari, अवधपुरी की बनी बहुरानी
वन ने समय बिताया, जगत में....

सूखी वाहिहैजगमे भैया, दूजा नहीं है कोई खिवैया
राम नाम गुण गायो, जगत में....