मेरे संग की पूछे बात ससुर तेरा कैसा
ठेले पे बेचे बेर माली ऐसा
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा
मेरे संग की पूछे बात सास तेरी कैसी
छप्पर पे जाते सूत भूतनी ऐसी
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा
मेरे संग की पूछे बात जेठ तेरा कैसा
सड़कों पे बजावे ढोल बाजैया ऐसा
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा
मेरे संग की पूछे बात देवर तेरा कैसा
गलियों में नाचें नाच हिजड़ा ऐसा
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा
मेरे संग की पूछे बात नन्द तेरी कैसी
बादल में लगा अाई आग बिजुरिया ऐसी
आलू का चीनाया महल महल जाने कैसा
मेरे संग की पूछे बात पति तेरा कैसा
उठते ही बनावे चाय रसोइया ऐसा
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