भगवान तेरी
Sunday, January 29, 2023
Tuesday, December 6, 2022
मत बोले कड़वे बोल - Mat Bole Kadve Bol - LYRICS -
मत बोले कड़वे बोल भभज तेरे रोज़ रोज़ नहीं आउंगी
अरे सावन aaun सनूने आऊं, में तो आऊं भैया दौज
भाभाज तेरे...
अरे शादी में आऊं जापे में आऊं, मैं तो आऊं नौतन भात
भाभज तेरे...
अरे मेरो भैया मां को जायो भैया ने मोहे नौत बुलायो
में तो आई नौते गेल भभज तेरे....
अरे न मैं भूखी प्यासी आई मैं तो संग मिठाई लाई
में तो आई भर के पेट भभज तेरे....
अरे न मैंने पहने फटे पुराने चटक चुनरी ओढ के आई
Wednesday, November 30, 2022
गुरूजी तेने कैसो खेल रचायो - Guruji Tene Kaisa Khel Rachyo - LYRICS -
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो
न तोपे ईंट और न गारो, गुरूजी तेने कैसे जगत बनायो
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो
न तोपे हड्डी न तोपे मांस, गुरूजी तेने कैसे मानस बनायों
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो
न तोपे बेटी न तोपे बेटा गुरूजी तेने कैसे मोह बनायो
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो
न तोपे दिया न तोपे बाती, गुरूजी तेने कर दियो जगत उजालो
तेरी माया को पार न पायो
गुरूजी तेने कैसौ खेल रचायो, तेरी माया को पार न पायो
Monday, November 28, 2022
मेरा छोटा सा परिवार - Mera Chhota Sa Parivaar - LYRICS -
मेरा छोटा सा परिवार देख मत डर जइयो bhatiya
अरे जितने पत्ते पीपल के भतैया मेरे उतने देवर जेठ
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा...
अरे जितने पत्ते तुलसा में भतैया मेरी उतनी देवरानी जेठानी
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा...
अरे जितने मोती माला में भतैया मेरी उतनी फुफास ननद
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा...
अरे जितने तारे अंबर में भतैया मेरे उतने बाल गोपाल
देख मत डर जइयो भतैया मेरा छोटा सा परिवार...
मेरे मान को बढ़ाना - Mere Maan Ko Badhana - LYRICS -
मेरे मान को बढ़ाइयो वीर भात न्योतने आई
भैया सावन जैसी वर्षा मेरे आंगन में वरसाइयो वीर
भात न्योतने आई
भैया भादों जैसी बिजली मेरे द्वारे पे चमकाइयो वीर
भात न्योतने आई
भैया टीका उपर टीका मेरे झुमके रत्न जढ़ाना वीर
भात न्योतने आई
Saturday, November 19, 2022
मैंने न देखे हनुमान - Maine N Dekhe Hanumaan - LYRICS -
मैंने न देखे हनुमान अंगूठी कहां से लाए हैं
न मैंने देखे जनकपुरी में, न बाबुल के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं
न मैंने देखे अवधपुरी में, न रघुवर के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं
न देखे मैंने गंगा तट पे, न केवट के पास
अंगूठी कहां से लाए हैं
न देखे मैंने चित्रकूट पे, न ऋषियों के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं
न देखे मैंने पंचवटी पे, न लक्ष्मण के साथ
Friday, November 11, 2022
कुल की रीत निभाना - Kul Ki Reet Nibhana - LYRICS -
कुल की रीत निभाना निभाना बन्नी
सास ससुर की सेवा करना, चरणों में शीश झुकाना
झुकाना बन्नी कुल की रीत निभाना...
जेठ जेठानी की सेवा करना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...
देवर देवरानी से प्रेम से रहना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...
ननद नंदेउ का आदर करना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...
Subscribe to:
Posts (Atom)