Friday, December 25, 2020

पत्थर की मूरत को भगवान - Patthar Ki Murat Ko Bhagvaan -LYRICS

पत्थर की मूरत को भगवान समझते हैं
मां बाप की सेवा को अपमान समझते हैं

गीले में सोई है सूखे में सुलाया है
बाहों के झूले में ललन को झुलाया है
ऐसी ही ममता को अपमान समझते हैं

पत्थर की मूरत को भगवान समझते हैं
मां बाप की सेवा को अपमान समझते हैं

राखी के लिए बहना भाई को मांगती है
राखी बांधते में बहन दुआ मांगती है
ऐसे भी बंधन को अपमान समझते हैं

पत्थर की मूरत को भगवान समझते हैं
मां बाप की सेवा को अपमान समझते हैं

बाज़ार में बैठी है लोगों ने बिठाया है
अपने तन के कपड़े उसको उधाए हैं 
ऐसे भी रिश्ते को अपमान समझते हैं

पत्थर की मूरत को भगवान समझते हैं
मां बाप की सेवा को अपमान समझते हैं


Thursday, December 24, 2020

कोकाकोला मैया का मन डोला - Cocacola Maiya Ka Man Dola - LYRICS-

कोका कोला मैया का मन डोला ओ चाय की दुकान पे
मेरी मैया तो चली है बड़ी शान से
 
रामजी बुलाएं वो नहीं आएं सीताजी आ गई दर्शन दे गईं 
पर गईं कोकाकोला
कोका कोला मैया का मन डोला ओ चाय की दुकान पे

(इसी प्रकार से सभी देवों और देवियों के  नाम लेने हैं )

विष्णु - लक्ष्मी

कान्हा - राधा 

भोले -   गौरा 

Wednesday, December 23, 2020

ये जीवन चार दिन तेरा - Ye Jeevan Chaar Din Tera - LYRICS-

ये जीवन चार दिन तेरा तू  फिर क्यों पाप करता है
जो सब सुखों का दाता है तू उसको नहीं सुमिरता है

करता है मेरा मेरी करता है हेरा फेरी
अरे बूढ़ा हो जाने पर भी तृष्णा जवां है तेरी
इसी तृष्णा के कारण ही तू मारता और जन्मता है

ये जीवन चार दिन तेरा तू  फिर क्यों पाप करता है
जो सब सुखों का दाता है तू उसको नहीं सुमिरता है

एक समय था जब तू मां के गर्भ में अटका
सर था नीचे पांव थे ऊपर नौ महीने तू लटका
सजा इतनी मिली तुझको तू फिर भी नहीं सुधरता है

ये जीवन चार दिन तेरा तू  फिर क्यों पाप करता है
जो सब सुखों का दाता है तू उसको नहीं सुमिरता है

Tuesday, December 22, 2020

मेरे घर आना सांवरिया - Mere Ghar Aana Sanvariya - LYRICS-

 मेरे घर आना सांवरिया तुम्हें जाने न दूंगी
तेरे लिए कान्हा मैं चौकी बीछाऊंगी
चौकी बिछाऊं तेरे चरण धुलाऊंगी
माथे पे चंदन लगाऊंगी
तुम्हें जाने न दूंगी

तेरे लिए कान्हा मैं माखन खिलाऊंगी
माखन खिलाऊं मैं मिश्री खिलाऊंगी
बजाने को दूंगी बांसुरिया
तुम्हें जाने न दूंगी

मखमल का गद्दा तुम्हें सोने को दूंगी
ओढ़न को डोंगी काली कंबलिया
तुम्हें जाने न दूंगी

मेरे घर आना कान्हा चुपके से आना 
तुमको लगेगी नजरिया
तुम्हें जाने न दूंगी

Monday, December 21, 2020

तेरे मंदिर पुजारी आ गए - Tere Mandir Pujari Aap Gaye -LYRICS

देख तेरे मंदिर पुजारी आ गए चलते चलते हरि की पौड़ी आ गए



हमने देखा लटों में गंगा बह रही हम भी तो डुबकी लगाने आ गए
देख तेरे मंदिर पुजारी आ गए चलते चलते हरि की पौड़ी आ गए

हमने देखा गले में सर्प  सज रहे हैं भी तो माला पहनाने 
आ गए
देख तेरे मंदिर पुजारी आ गए चलते चलते हरि की पौड़ी आ गए

हमने देखा हाथों में डमरू बज रहा हम भी तो ढोलक
बजाने आ गए
देख तेरे मंदिर पुजारी आ गए चलते चलते हरि की पौड़ी आ गए

हमने देखा अंगों में भस्मी लग रही हम भी तो बाघाम्बर
पहनाने आ गए
देख तेरे मंदिर पुजारी आ गए चलते चलते हरि की पौड़ी आ गए

हमने देखा बगल में गौरा बैठी हैं, हमने देखा गोदी में
गणपति बैठे हैं  हम भी तो दर्शन करने आ गए
देख तेरे मंदिर पुजारी आ गए चलते चलते हरि की पौड़ी आ गए

Saturday, December 19, 2020

अब हम छोड़ेंगे सब काम - Ab Hum Chhodenge Sab Kaam - LYRICS-

अब हम छोड़ेंगे सब काम ध्यान ईश्वर से लगाएंगे

सास के जाए जेठ और देवर काऊ दिन न्यारे है जाएंगे 
अब हम छोड़ेंगे सब काम ध्यान ईश्वर से लगाएंगे

मां के जाए भैया और भतीजे काऊ दिन गुस्सा है जाएंगे
अब हम छोड़ेंगे सब काम ध्यान ईश्वर से लगाएंगे

कोख के बेटा और बेटी काऊ दिन बात न पूछेंगे
अब हम छोड़ेंगे सब काम ध्यान ईश्वर से लगाएंगे

Friday, December 18, 2020

तेरी मुरली पे जाऊं - Teri Murli Pe Jaaun - LYRICS-

तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया में तो नाचूंगी
तेरे दरबार रसिया

नई नवेली में तो ब्रज में आईं तेरी मुरलिया मेरे मन भाई
तेरे चरणों में प्रीत लगाई रसिया
तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया

लोक लाज सब छोड़ के आईं तेरे मिलन की आस लगाई
में तो कर आई सोलह श्रृंगार रसिया
तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया

जसुदा मैया मेरी सा लगत है बलदाऊ मेरे जेठ लगत हैं
अब तू ही तो मेरा भर्तार रसिया
 तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया          

लाल चुनरिया ओढ़ के आई मोटियन से मैंने मांग सजाई
अब मेरे संग ब्याह रचा ले रसिया
तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया