Tuesday, March 16, 2021

तूने मस्त बनाया भगवान - Tune Mast Banaya Bhagvaan - LYRICS-

तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

भोले भी खेलें होली गौरा भी खेलें
कैलाश पे उड़ त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

ब्रह्मा भी खेलें होली ब्राह्मणी भी खेलें
ब्रह्माण्ड में उड त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

विष्णु भी खेलें होली लक्ष्मी भी खेलें
बैकुंठ में उड़ त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

राम भी खेलें होली सीता भी खेलें 
अयोध्या में उड़ त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

कृष्ण भी खेलें होली राधा भी खेलें
बरसाने में उड़ त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

सतगुरु भी खेलें होली मैया भी खेलें
मंदिर में उड़ त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

हम भी खेलें होली तुम भी खेलो
मेरे अंगना में उड़ त गुलाल महीना फागुन का
तूने मस्त बनाया भगवान महीना फागुन का

Monday, March 15, 2021

उड़ रयो रंग गुलाल - Ud Rayo Rang Gulal - LYRICS-

उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

होली खेलन को ब्रहम्मा जी आए ब्रह्म्मा जी आए 
संग ब्राह्मणी जी भी आयिं बिंदिया हो गई लाल
श्याम तेरी होरी में
उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

होली खेलन को विष्णु जी आए विष्णु जी आए
संग लक्ष्मीजी भी आयीं नथनी हो गई लाल
श्याम तेरी होरी में
उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

होली खेलन को भोले जी आए भोले जी आए
संग गौरा जी भी आयों चुनरी हो गई लाल
श्याम तेरी होरी में
उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

होली खेलन को राम जी आए राम जी आए 
संग सीता जी भी आईं हरवा हो गया लाल
श्याम तेरी होरी में
उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

होली खेलन को राधा जी आईं राधा जी आईं
सारी सखियों को लाईं तन मन हो गयों लाल
श्याम तेरी होरी में
उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

होली खेलन को सदगुरू जी आए सदगुरू आए
सारी संगत को लाए सुध बुध गए हैं भूल 
श्याम तेरी भक्ति में
उड़ रायो रंग गुलाल श्याम तेरी होरी में

Sunday, March 14, 2021

तेरे बिन श्याम हमारो नाय कोई - Tere Bin Shyam Hamari Naay Koi - LYRICS-

https://youtu.be/nn7dkocvvug

तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई
हमारी नाय कोई सहरो नाय कोई

गहरी गहरी नदिया नाव पुरानी
डूबन लागी नैया बचैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई

अंबुआ की डाली पे पिंजरा डारो
उड़ gayo सुआ रुकैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई

कहट कबीर सुनो भाई साधो
गुरु बिन ज्ञान बतैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई

जा दिन से तेरी शरण में आई
तुम जैसो लाड़ लड़ैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई

घर घर में तेरी आरती गाऊं
सब सखियां संग सत्संग जाऊं
तुम जैसो साथ दिवैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई

बरसाने आज मची है होरी - Barsaane Aaj Machi hai hori - LYRICS-

https://youtu.be/Og1WSKckSdU

बरसाने आज मची है होरी बरसाने

कित सो आए कृष्ण kanahiyaa
किट सो आईं राधा गोरी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने


नन्द गांव के कृष्ण kanahiya
बरसाने की राधा गोरी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने


उड़त गुलाल लाल भाए बादर
मार त है भर भर पिचकारी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने


बजट ढोल मृदंग झांझ ढप
और मंजीरान की जोड़ी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने

 

बरसाने आज मची है होरी - Barsaane Aaj Machi hai hori - LYRICS-

बरसाने आज मची है होरी बरसाने

कित सो आए कृष्ण kanahiyaa
किट सो आईं राधा गोरी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने


नन्द गांव के कृष्ण kanahiya
बरसाने की राधा गोरी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने


उड़त गुलाल लाल भाए बादर
मार त है भर भर पिचकारी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने


बजट ढोल मृदंग झांझ ढप
और मंजीरान की जोड़ी बरसाने
बरसाने आज मची है होरी बरसाने

 

Saturday, March 13, 2021

राम भजन करो प्राणी - Ram Bhajan Karo Prani - LYRICS-

राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी
हो गई पुरानी ये हो गई पुरानी  राम...


इस काया को मल मल धोया साबुन तेल और सेंट लगाया
मां के अभिमानी ये काया...
राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी

इस काया की राख बनेगी उस पर हरी हरी घास उगेगी
पशु चरें मनमानी ये काया...
राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी

तुलसीदास आस रघुवर की आस नहीं है पल छन भर की
मां ले अज्ञानी  ये काया...
राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी

Thursday, March 11, 2021

मेरे माटी के मटके - Mere Mati Ke Matke - LYRICS-

मेरे माटी के मटके तू राम नाम बोल
राम नाम बोल हारी का नाम बोल

कूट पिट के तू आया जगत में, पिछली हंसी टटोल
मेरे माटी के मटके तू राम नाम बोल

जैसी करनी वैसी भरनी, इसमें प्रभु का क्या दोष
मेरे माटी के मटके तू राम नाम बोल

उपर से तू चिकना चूपडा, अंदर भरी है तेरी पोल
मेरे माटी के मटके तू राम नाम बोल

जब जाएगा हरि के द्वारे, वहीं खुलेगी तेरी पोल
मेरे माटी के मटके तू राम नाम बोल

कहत कबीर सुनो भाई साधो,अंदर की आंखें खोल
मेरे माटी के मटके तू राम नाम बोल