हो गई पुरानी ये हो गई पुरानी राम...
इस काया को मल मल धोया साबुन तेल और सेंट लगाया
मां के अभिमानी ये काया...
राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी
इस काया की राख बनेगी उस पर हरी हरी घास उगेगी
पशु चरें मनमानी ये काया...
राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी
तुलसीदास आस रघुवर की आस नहीं है पल छन भर की
मां ले अज्ञानी ये काया...
राम भजन करो प्राणी ये काया तेरी हो गई पुरानी
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