https://youtu.be/nn7dkocvvug
हमारी नाय कोई सहरो नाय कोई
गहरी गहरी नदिया नाव पुरानी
डूबन लागी नैया बचैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई
अंबुआ की डाली पे पिंजरा डारो
उड़ gayo सुआ रुकैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई
कहट कबीर सुनो भाई साधो
गुरु बिन ज्ञान बतैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई
जा दिन से तेरी शरण में आई
तुम जैसो लाड़ लड़ैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई
घर घर में तेरी आरती गाऊं
सब सखियां संग सत्संग जाऊं
तुम जैसो साथ दिवैया नाय कोई
तुम बिन श्याम हमारो नाय कोई
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