https://youtu.be/DM6rcLUUXbs
एक निगुर कंजड़ घर बंदरा नित उठ नाच नचावेगो
जब बंदरा पे नाच न आवे संटिन मार लगावेगो
नीगुरा रे तू गुरुमुख है जा गुरु बिन ज्ञान न आवेगो
एक नीगुर धोबी घाट गधा नित उठ लाड़ लादावेगो
लाद उतार पार रख दीनी घुरें गैल बतावेगो
नीगुरा रे तू गुरुमुख है जा गुरु बिन ज्ञान न आवेगो
एक निगूरा तेली घर पड़ रा नित उठ पाट चलावेगो
जब पड़ारा पे चलाओ न जावे लट्ठन मार लागावेगो
नीगुरा रे तू गुरुमुख है जा गुरु बिन ज्ञान न आवेगो
एक नीगूरा वैश्य घर जन्मा पिता को नाम न जानेघो
ढूंढ त ढूंढ़ त जन्म बीत गयो पिता को नाम न जानो है
नीगुरा रे तू गुरुमुख है जा गुरु बिन ज्ञान न आवेगो
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