Friday, September 17, 2021

ओ बंसी वाले कान्हा - O Bansi Vale Kanha - LYRICS-krishn bhajan

ओ बंसी वाले कान्हा हमें तो राधा से मिला दे re
राधा से मिला दे मेरी बातें करवा दे
ओ बंसी वाले कान्हा हमें तो राधा से मिला दे re

ना चाहिए तेरा सोना चांदी ना चाहिए तेरे हीरे मोती
न मोतियां की माला हमे तो राधा...
ओ बंसी वाले कान्हा हमें तो राधा से मिला दे re

न चाहिए तेरे बाग़ बगीचे न चाहिए रखवाला
हमे तो राधा...
ओ बंसी वाले कान्हा हमें तो राधा से मिला दे re

न चाहिए तेरे गौ और बछड़े  न चाहिए तेरे ग्वाला
हमे तो राधा...
ओ बंसी वाले कान्हा हमें तो राधा से मिला दे re

मेरे घर आए बृजवासी - Mere Ghar Aaye Beijvaasi - LYRICS-

मेरे घर आए बृजवासी में ग्यारस उपासी

गणपति जी आए गौरा जी आईं, भोले हैं कैलाश वासी
मेरे घर आए बृजवासी में ग्यारस उपासी

नारद जी आए लक्ष्मी जी अाई, विष्णु हैं वैकुंठ वासी  
मेरे घर आए बृजवासी में ग्यारस उपासी

हनुमत जी आए सीता जी अाई, राम अयोध्या वासी
मेरे घर आए बृजवासी में ग्यारस उपासी

दाऊ जी आए राधाजी अाई, कान्हा है वृंदावन वासी
मेरे घर आए बृजवासी में ग्यारस उपासी

बहना चलो गुरुजी के पास - Behna Chalo Guruji Ke Paas - LYRICS-

बहना चलो गुरुजी के पास गुरुजी ज्ञान बताएंगे

भाई भतीजे जो भी तेरे काम न आएंगे
बहना भर तो देंगे भात बाद ने बहुत सुनाएंगे
बहना चलो गुरुजी के पास गुरुजी ज्ञान बताएंगे

देवर जेठ हैं जो भी तेरे काम न आएंगे
बहना हिस्सा लेंगे बांट बाद में बहुत सुनाएंगे
बहना चलो गुरुजी के पास गुरुजी ज्ञान बताएंगे

बेटा नाती जो भी तेरे काम न आएंगे
बहना धन माया लेे बांट पास तेरे कुछ न छोड़ेंगे
बहना चलो गुरुजी के पास गुरुजी ज्ञान बताएंगे

साजन जो भी तेरे अपने काम न आवेंगे
बहना मरघट तक का साथ बाद ने घर को आएंगे
बहना चलो गुरुजी के पास गुरुजी ज्ञान बताएंगे

Wednesday, September 15, 2021

गणपति गुण आधार सुन लो विनती - Ganpati Gun Aadhar Sun Lo Vinti - LYRICS-

गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी
हे गौरा के लाल सुन लो विनती हमारी
विनती हमारी सुनो विनती हमारी
गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी


वक्रतुंड त्रिशूल हाथ में ऋद्धि सिद्धि सब तेरे साथ में
कर सो बेड़ा पार सुन लो विनती हमारी
गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी

प्रथम जी पूज नाम गणपति पूरण करे सब काम गणपति
राखी मेरी लाज सुन लो विनती हमारी
गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी

एक संत गज बदन विराजे कांधे पियरी जनेऊ साजे
शिव शंकर के लाल सुन लो विनती हमारी
गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी

मोदक प्रिय मुदी मंगल दायक विद्या वारिधी बुद्धि 
प्रदायक राखो शरण में आज सुन लो विनती हमारी
गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी

विघ्न हरण तुम मंगलकारी मूषक वाहन परम सुखारी
कर दो कृपा प्रभु आज सुन लो विनती हमारी
गणपति गुण आधार सुन लो विनती हमारी

Saturday, September 11, 2021

कान्हा ये दुनियां मतलब की - Kanha Ye Duniyaan matlab ki - LYRICS-

कान्हा ये दुनियां मतलब की दुनियां में अपना कोई नहीं

मीरा के साथी बहुत हुए जब जहर पिया तब कोई नहीं
प्याले पे आ गए बनवारी दुनियां में अपना कोई नहीं
कान्हा ये दुनियां मतलब की दुनियां में अपना कोई नहीं

द्रौपदी के साथी बहुत हुए जब चीर खींचा तब कोई नहीं
साड़ी पे आ गए बनवारी दुनियां में अपना कोई नहीं
कान्हा ये दुनियां मतलब की दुनियां में अपना कोई नहीं

हरिचंद के साथी बहुत हुए जब घड़ा उचा तब कोई नहीं
गगरी पे आ गए बनवारीबदुनियां में अपना कोई नहीं
कान्हा ये दुनियां मतलब की दुनियां में अपना कोई नहीं

प्रहलाद के साथी बहुत हुए जब प्राण गए तब कोई नहीं
गोदी में उठा लिया बनवारी दुनियां में अपना कोई नहीं
कान्हा ये दुनियां मतलब की दुनियां में अपना कोई नहीं

Thursday, September 9, 2021

भज लो राम नाम अर्जेंट - Bhaj Lo Ram Naam Argent - LYRICS-

भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 
यहां निरंतर आना जाना कोई न परमानेंट
भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 


ये मेरा है वो मीरा है कर रहा एग्रीमेंट
लेखा सबको देना होगा लेडीज हो या जेंट्स
भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 

काम क्रोध मद लोभ मोह के खुल रहे रेस्टोरेंट
खा लो पी लो मौज उड़ा लो करना होगा पेमेंट
भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 

कोट पैंट और हट लगाकर बन रहा है पेटेंट
न जाने कब इस जीवन का हो जाए एक्सिडेंट
भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 

हरिद्वार चाहे मथुरा काशी घूमो दिल्ली कैंट
मन में नाम प्रभु का रखो धोती पहने या पैंट
भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 

संत समागम सत्संग कर को ये सच्ची गवर्नमेंट
प्रभु कथा और हरि कथा में सब रहना प्रेजेंट
भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 
यहां निरंतर आना जाना कोई न परमानेंट

भज लो राम नाम अर्जेंट भज लो राम नाम अर्जेंट 
 

सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो - Satguru Pyare Meri Rang Do - LYRICS-

सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया 

आप ही रंग दो चाहें भोले पे रंगा दो
प्रेम नगर में खुली है बजरिया
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया 

लाल न ही रांगीयो गुरु हरि न ही रंगियों
ऐसी रंगा दी जैसी आपकी पगड़िया
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया 

ऐसी रंगो गुरु रंग न है छूटे 
धोबिनीया धोने चाहे सारी उमरिया
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया 

या चुनरी ए रंगा के रहूंगी 
सास लड़े चाहे लड़े ननादिया
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया