Saturday, November 19, 2022

मैंने न देखे हनुमान - Maine N Dekhe Hanumaan - LYRICS -

मैंने न देखे हनुमान अंगूठी कहां से लाए हैं

न मैंने देखे जनकपुरी में, न बाबुल के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं

न मैंने देखे अवधपुरी में, न रघुवर के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं

न देखे मैंने गंगा तट पे, न केवट के पास 
अंगूठी कहां से लाए हैं

न देखे मैंने चित्रकूट पे, न ऋषियों के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं

न देखे मैंने पंचवटी पे, न लक्ष्मण के साथ
अंगूठी कहां से लाए हैं


Friday, November 11, 2022

कुल की रीत निभाना - Kul Ki Reet Nibhana - LYRICS -

कुल की रीत निभाना निभाना बन्नी

सास ससुर की सेवा करना, चरणों में शीश झुकाना 
झुकाना बन्नी कुल की रीत निभाना...

जेठ जेठानी की सेवा करना, सबसे मिलकर रहना 
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...

देवर देवरानी से प्रेम से रहना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी  कुल की रीत निभाना...

ननद नंदेउ का आदर करना, सबसे मिलकर रहना
ओ प्यारी बन्नी कुल की रीत निभाना...

Wednesday, November 9, 2022

ओहो भैया दौना में जलेबी - Oho Bhaiya Dauna Me Jalebi - LYRICS -

ओहो भैया दौना में जलेबी बड़े रस की 
मैं तो भात पहनूंगी मन भर की

टीका लायौ नथनी के लायौ लायौ सब सिंगार
ओहो भैया एक बात तेरी खटकी 
मेरी नन्दी पे नजर तेरी अटकी 
ओहो भैया...

हरवा लायो झाले लायो लायौ सब सिंगार
ओहो भैया एक बात तेरी खटकी
मेरी नन्दी पे नजर तेरी अटकी
ओहो भैया...

इसी प्रकार आगे सब सिंगार की चीजों के नाम लेने हैं 

Wednesday, November 2, 2022

तुलसा मोहे राम से मिला दे - Tulsa Mohe Ram Se Mila De - LYRICS -

तुलसा मोहे राम से मिला दे २ राम से मिला दे घनश्याम से मिला दे  तुलसा...

जिस घर में होबेता सुपात्र उस घर में हो विष्णु का वास
तुलसा...

जिस घर में हो बहु सुपात्र उस घर में हो लक्ष्मी का वास
तुलसा...

जिस घर में हो बेटी सुपात्र उस घर में हो दुर्गा का वास
तुलसा...

जिस घर में हो नाती सुपात्र उस घर में हो लंगूर का वास
तुलसा...

जिस घर में हो पति की सेवा उस घर में हो वैकुंठ वासा
तुलसा...

जिस घर में हो तुलसी का पौधा उस घर में हो सालिगराम का वास तुलसा...


Sunday, October 30, 2022

नैनों से बिसारी न जाय - Naino Se Bisaari N Jaay - LYRICS -

नैनों से बिसारी न जाय हरी को तुलसा प्यारी लगे
पलकों से बिसारी न जाय हरी को तुलसा प्यारी लगे

कै तुलसा तुम सांचे में धारी कै गढ़ लाया सुनार
हरि को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

न कान्हा हम सांचे में ढाले और न गढ़ लायो सुनार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनों से...

जन्म दिया मेरे मैया बाप ने रूप दिया भगवान
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो...

जो तुलसा तुम पीहर को जाओगी हम भी चलेंगे तुमरे साथ
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

जो कान्हा तुम संग चलोगे हंसी करे संसार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

हंसी करे तो हमारा क्या करेंगे हम हैं पुरुष तुम नार
हरी को तुलसा प्यारी लगे नैनो से...

Saturday, October 29, 2022

तुलसा तेरी ओट हमने - Tulsa Teri Ot Hamne - LYRICS -

तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे, २
देखे बाग बिच देखे बाग बिच देखे डाली उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे ताल बिच देखे ताल बिच देखे साड़ी उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे  कुओं बीच देखे कुओं बिच देखे गागर उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे महल बीच देखे महल बीच देखे खिड़की उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे

देखे मंदिर बीच देखे मंदिर बीच देखे सीता उनकी ओट
हमने राम नहीं देखे तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे 

Tuesday, October 25, 2022

तरेगा वही जिसके मन में - Tarega Vahi Jiske Man Me - LYRICS -

तरेगा वही जिसके मन में हरी है
मन में हरी है जिसके मन में हरी है तरेगा वही...

गंगा नहाने से कौन कौन तर गया, मछली क्यों न तर गई
जिसका गंगा में घर है तरेगा वही...

चंदन लगाने से कौन कौन तर गया, सर्प क्यों न तर गया जिसका चंदन में घर है तरेगा वही...

फूल चढ़ाने से कौन कौन तर गया, भंवरा क्यों न तर गया
जिसका फूलों में ही घर है तरेगा वही...

भोग लगाने से कौन कौन तर गया, मक्खी क्यों न तर गई
जिसका मीठे में घर है तरेगा वही...

पूजा करने से कौन कौन तर गया, पंडित क्यों न तर गया
जिसका मंदिर में घर है तरेगा वही...