Thursday, October 5, 2023

खींचे खींचे रे दु: शासन मेरो चीर - Kheenche Kheenche Re dushashan mero cheer - LYRICS -

खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर अरज सुनो बनवारी

हस्तिनापुर में जाकर देखो महफिल हो गयो भारी
कौरव पांडव सभा बीच में खड़ी द्रौपदी नारी
उनके नैनो से बरसे नीर अरज सुनो बनवारी
खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर अरज सुनो बनवारी

पांचों पांडव ऐसे बैठे जैसे अबला नारी, 
द्रौपदी अपने मन में सोचे दुर्गति हुई हमारी
नहीं धीर धरैया कोई वीर अरज सुनो बनवारी 
खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर अरज सुनो बनवारी
वो दिन याद करो kanahiya उंगली कटी तुम्हारी
दोनों हाथों पट्टी बांधी चीर के अपनी साड़ी
आ गई आ गई रे कनाहिया तेरी याद अरज सुनो बनवारी
खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर अरज सुनो बनवारी

राधा छोड़ी रुकमिन छोड़ी छोड़ी गरुण सवारी
नंगे पांव कनाहियां आए ऐसे प्रेम पुजारी
बच गई बच गई रे द्रौपदी की लाज अरज सुनो बनवारी
खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर अरज सुनो बनवारी

खींच के चीर दुशासन हारो हार गयो बलधारी
दुर्योधन की सभा बीच में चकित भाए नर नारी 
बढ़ गयो बढ़ गयो रे हजारों गज चीर अरज सुनो बनवारी 
खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर अरज सुनो बनवारी

पजारो पढ़ के न आयो - Pajaro Padh ke n Aayo - LYRICS -

पजारो पढ़ के न आयो घर के तो है गए हिस्सा बांट
जेठ को मिल गए कमरा चार, देवर को मिल गईं बैठक चार
पजारे को मिली है झुपड़िया, बाऊ में छप्पर हथ नाय
पजारो पढ़...

जेठ को मिल गयो तमेड़ा देवर को मिल गए कलशा चार
पजारे को मिली है चमाचिया बाऊ में डंडी हथ नाय
पजारो पढ़...

जेठ को मिली है रजैया देवर को मिल गए कंबल चार
पजारे को मिली है गुदड़ी बाऊ में डोरा हथ नाय
पजारो पढ़...

जेठ को मिलो है डोकरा देवर को मिल गई बूढ़ी मां
पजारे को मिली है बहनिया बाऊ को गौनो भयो नाय
पजारो पढ़...

जेठ को खांसे डोकरा देवर की मार गई बूढ़ी मां
पजारे की भज गई बहनिया काऊ दरोगा के संग
पजारो पढ़ ...

Wednesday, October 4, 2023

जुआ हस्तिनापुर में खेल रहे - Jua Hastinapur Me Khel rahe- LYRICS -

जुआ हस्तिनापुर में खेल रहे कुंती के पांचों बेटा
कुंती के पांचों बेटा कुंती के पांचों बेटा
जुआ ...

पहली चाल चली शकुनि ने, वो तो बाग बगीचे हार गए
कुंती के चारों बेटा, जुआ हस्तिनापुर...

दूजी चाल चली शकुनि ने, वो तो ताल तलैया हार गए
कुंती के पांचों बेटा, जुआ हस्तिनापुर...

तीजी चाल चली शकुनि ने, वो तो महल अटारी हारे re
कुंती के पांचों  बेटा, जुआ हस्तिनापुर...

चौथी चाल चली शकुनि ने, वो तो राज पाट भी हारे re
कुंती के पांचों बेटा, जुआ हस्तिनापुर...

पांचवीं चाल चली शकुनि ने वो तो नार द्रौपदी हारे re
कुंती के पांचों बेटा, जुआ हस्तिनापुर...

छठवीं चाल चली कान्हा ने, अरे द्रौपदी का चीयर बढ़ाया re
 कुंती के पांचों बेटा, जुआ हस्तिनापुर...

जन्म जन्म का साथ है - Janam Janam Ka Saath Hai - LYRICS -

जन्म जन्म का साथ है हमारा  तुम्हारा हमारा तुम्हारा
इस जीवन में नहीं मिले तो लेंगे जन्म दुबारा 
जन्म जन्म...

में गंगा बन जाऊं तुम यमुना बन जाओ, 
सरयू की लहरों में जाकर होगा मिलन हमारा 
जन्म जन्म...

मैं चंदा बन जाऊं तुम सूरज बन जाओ,
तारों की टिम टिम में होगा मिलन हमारा
जन्म जन्म...

में तेरा दिल बन जाऊं तुम धड़कन बन जाओ
सांसों की सरगम में मिलकर होगा मिलन हमारा
जन्म जन्म...

में मुरली बन जाऊं तेरे अधरो पे सज जाऊं
मीठी सी वाणी में मिलकर होगा मिलन हमारा
जन्म जन्म...      इस जीवन में.....

Tuesday, August 22, 2023

मुरली बाज रही मधुवन में - Murli Baaj Rahi Madhuvan Me -LYRICS

मुरली बाज रही मधुवन में टूटा शिवशंकर का ध्यान
शिव शंकर का ध्यान टूटा शिवशंकर का ध्यान
मुरली बाज रही मधुवन में...

कहां रहे मेरे भोले बाबा कहां रहे भगवान
ऊंचे पर्वत भोले बाबा गोकुल में भगवान
मुरली बाज रही मधुवन में...

क्या पहने मेरे भोले बाबा क्या पहने भगवान
बाघाम्बर मेरे भोले बाबा पीतांबर भगवान
मुरली बाज रही मधुवन में...

क्या बजाएं मेरे भोले बाबा क्या बजाएं भगवान
डमरू बजाए भोले बाबा मुरली बजाएं भगवान
मुरली बाज रही मधुवन में...

क्या खाएं मेरे भोले बाबा क्या खाएं भगवान
भांग धतूरा भोले बाबा माखन मिश्री भगवान
मुरली बाज रही मधुवन में...

किसके संग में भोले बाबा किसके संग भगवान
गौरा के संग भोले बाबा, राधा के संग भगवान
मुरली बाज रही मधुवन में...

Monday, July 3, 2023

ऊंचे पर्वत भोले शंकर - Unche Parvat Bhole Shankar - LYRICS -

ऊंचे पर्वत भोले शंकर बैठे आसन डार
अमर कथा जब लगे सुनाने गौरा को त्रिपुरार
उमा के पड़ गए सोता हुंकरा दे रहो तोता
ओहो उमा के पड़ गए सोता हुंकरा दे रहो तोता

अमर कथा शंकर ने जब गौरा को है सुनाई
कथा हुई न पूरी नींद उमा को आई
मालूम नहीं पड़ा शंकर को तोते की हुंकार
उमा के पड़ गए सोता....

नींद से गौरा जागीं मन सोच करें अति भारी
बोलीं शंकर जी से प्रभु लग गई आंख हमारी
आधी कथा सुनी है हमने आधी दो सुनाए
उमा के पड़ गए सोता....

बोले शंकर जी जब ये कथा सुनी है जिसने
जिंदा न छोडूंगा जो दिया हुंकरा जिसने
आगे आगे तोता भागे पीछे से त्रिपुरार
उमा के पड़ गए सोता....

भागत भागत तोता मन सोच करे अति भारी
हाथ जोड़ सुआ थाड़ो खता कर दो माफ हमारी
अमर कथा हमने सुन लीनी करो जग का उद्धार
उमा के पड़ गए सोता....

हरि हर बोलो मेरे भाई - Hari Har Bolo Mere Bhai - LYRICS -

हरि हर बोलो मेरे भाई और करम लेख न मिटे 
करो चाहे लाखों चतुराई...

सोमवार के दिन सुदामा ने हरि से कपट कियो
और चावल लिए छुपाए कृष्ण ने जब ही श्राप दियो
भामिनी यों उठ समझावे तुम चले द्वारिका जाओ
दूर कंगाली है जावे, हरि हर बोलो मेरे भाई....

मंगलवार के दिन भीष्म शर शैय्या पे सोए
और कर अर्जुन की याद भीष्म शर शैय्या पे रोए
बुलाए दे मेरे पार्थ को और तकिया दे लगाए
दिखे दे मोए महाभारत को शिखंडी मोए मत तरवावे
कितनो है जाय बैर बख्त दूध अपने की आवे
हरि हर बोलो मेरे भाई....

बुधवार के दिना पांडव जुआ हार गए
और कौरव रहे सताए पांडव अति दुख पाए रहे
द्रौपदी मन में समझावे चाहे कितनों है जाय बैर
बख्त सुध अपने की आवे, हरि हर बोलो मेरे भाई...

वीरवार के दिना ध्यानू ब्याह को मचल गए
और कर भाइयों से बैर ब्याह कर नौहरे पे लाए
हरि हर बोलो मेरे भाई....

शुक्रवार के दिना राम सिया वन को चले गए
और पुत्र शोक में दशरथ जी ने प्राण गंवाए दिए
नब्ज जब लक्षण की छूटी और रो रहे राजा राम 
भुजा मेरी भैया बिन टूटी संजीवन को लावे बूटी
चाहे कितनो है जाय बैर बख्त सुध अपने की आवे
हरि हर बोलो मेरे भाई....

शनिवार के दिना लाल बगिया में चले गए
और फूल पे हाथ बढ़ाओ लाल करे ने खाय ले
रो रही तारा सी रानी और फिर उठ खात पछाड़
बहे जाके नैनन से पानी, धीर को बेटा बंधवावे
चाहे कितनो है जाय बैर बख्त सुध अपने की आवे
हरि हर बोलो मेरे भाई....